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फरीदाबाद: डॉ विनोद कौशिक ने खोला Rehab Hospital, जानिए क्या-क्या सुविधाएँ मिलेंगी

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फरीदाबाद के मशहूर फिजियोथेरेपिस्ट डॉ विनोद कौशिक ने NIT-3 में नया अस्पताल खोला, है, अस्पताल का नाम Kaushik Neuro Rehab Hospital है. पैरालिसिस और लकवा ग्रस्त, एवं आने-जाने में असमर्थ मरीज इस अस्पताल में अपना ईलाज करा सकते हैं. इस हॉस्पिटल में कई एडवांस मशीनें भी हैं, Kaushik Rehab Hospital में मरीजों के रहने खाने की पूरी व्यवस्था रहेगी। मरीज के साथ एक अटेंडेंस भी रुक सकता है.

डॉ विनोद कौशिक ने बताया कि हॉस्पिटल खोलने का मुख्य उद्देश्य यह है कि जो मरीज दूर-दूर से अपना ईलाज कराने क्लीनिक पर आते थे उन्हें रुकने में असुविधा होती थी, अब हॉस्पिटल में ही रुककर अपना इलाज करा सकते हैं, हॉस्पिटल में मरीजों की अच्छी तरीके से देखरेख भी होगी,जिससे रिकवरी जल्दी हो सकेगी। डॉ कौशिक ने कहा कि हॉस्पिटल में एडवांस मशीनें लगाई गई हैं, जो दिल्ली-एनसीआर में पहली बार इंस्टाल हुई हैं. नीचे आप वीडियो देखकर पूरे हॉस्पिटल के बारे में आसानी से समझ सकते हैं.

इस मौके पर डॉक्टर सुशील, डॉ संदीप, डॉ मीनाक्षी और दिल्ली-एनसीआर के कई मशहूर डॉक्टर मौजूद रहे, डॉ संदीप ने Kaushik Neuro Rehab Hospital की तारीफ करते हुए कहा, फरीदाबाद में ऐसी सुविधाएँ वाले हॉस्पिटल नहीं थे, डॉ विनोद कौशिक ने पहला रिहैब हॉस्पिटल बनाया है, ये हमारे लिए गर्व की बात है, डॉ सुदीप राघव ने भी हॉस्पिटल की तारीफ करते हुए कहा, डॉ विनोद कौशिक ने बहुत बढ़िया हॉस्पिटल खोला है. डॉक्टर सुशील ने डॉ विनोद कौशिक को बधाई देते हुए कहा कि हॉस्पिटल खोलना फिजियोथेरेपी को अपग्रेड करने में बढ़िया कदम है. इससे मरीजों को काफी सहूलियत मिलेगी। 

दिल्ली से फरीदाबाद पहुंचे डॉ सुशील गुप्ता ने कहा, मैं लगभग 20 साल से प्रैक्टिस कर रहा हूँ, दिल्ली में इस तरह के कई अस्पताल देखें हैं, लेकिन जो डॉ विनोद कौशिक ने अस्पताल बनाया है, उसमें टॉप मोस्ट सेटअप है, कई एडवांस मशीनें लगाई गई हैं जो फिजियोथेरेपी की सबसे लेटेस्ट हैं. डॉ शरद ने कहा, इंस्फ्रास्ट्रक्चर बहुत लाजवाब हैं, सारी लेटेस्ट मशीनें हैं, इससे मरीजों को अच्छा ट्रीटमेंट मिलेगा। 

आपको बता दें कि हॉस्पिटल का एड्रेस - 3G-44, NIT Faridabad है, 9810931344 इस नंबर पर फोन करके अपॉइंटमेंट भी ले सकते हैं. नीचे देखिये पूरा वीडियो।

उच्च रक्तचाप दिवस पर ESI और CHC पाली के डॉक्टरों ने लोगों को स्वास्थ्य के प्रति किया जागरूक

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आज विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर कम्युनिटी मेडिसिन विभाग, ई एस आई मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों व सामुदायिक स्वास्थ्य चिकित्सा केंद्र, पाली, हरियाणा सरकार मिलकर एक शिविर का आयोजन किया एवं उच्च रक्तचाप के बारे में विस्तृत जानकारी दिया साथ ही उसके रोकथाम, नियंत्रण, इलाज सम्बन्धित जानकारी साझा किया। साथ ही उच्च रक्तचाप से होने वाले शारीरिक नुकसान एवं उच्च रक्तचाप को रोकने व नियंत्रण रखने में योग का महत्व भी समझाया।

डाॅ० मिताशा सिंह, ग्रामीण स्वास्थ्य परीक्षण केंद्र प्रभारी , कम्युनिटी मेडिसिन विभाग, ई एस आई मेडिकल कॉलेज, फरीदाबाद के मार्ग - दर्शन में इन्टर्न डाक्टर्स व डॉ आमिर व डॉ जलालुद्दीन ने मरीजों को योग क्रियाएं भी सिखाया। इन्टर्न डाक्टर्स डॉ लक्ष्मी शर्मा, डॉ लखन, डॉ काम्या, डॉ जसवंत, डॉ कल्पना व डॉ कपिल ने पूरे योग क्रिया अभ्यास में सराहनीय योगदान रहा।

इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ रतन प्रकाश धीर, मुख्य चिकित्साधिकारी व सहायक आचार्य, कम्युनिटी मेडिसिन विभाग, ई एस आई मेडिकल कॉलेज, फरीदाबाद, डॉ राजेश कुमार जी, मुख्य चिकित्साधिकारी व प्रभारी , सामुदायिक स्वास्थ्य चिकित्सा केंद्र, पाली, हरियाणा उपस्थित रहे।

एशियन हॉस्पिटल में शुरू हुई रोबोटिक सर्जरी, अब मरीज फटाफट सर्जरी करवाकर जा सकेंगे घर

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सर्जरी की दुनिया में एशियन इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज ने थ्री डी एडवांस्ड मिनिमल एक्सेस सर्जिकल रोबोट के साथ नए युग की शुरूआत की है। मेडिकल साइंस की दुनिया में रोबोटिक सर्जरी के जरिए एशियन इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज (एआईएमएस) फरीदाबाद ने सर्जरी को आसान और बेहतर बनाने का प्रयास किया है। वर्सियस रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम ने मौजूदा सर्जिकल सेगमेंट में एक नया आयाम जोड़ दिया है।

रोबोटिक सर्जरी को लांच करते हुए एशियन हास्पिटल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. एनके पांडेय ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी के दौरान कम रक्तस्त्राव, घाव और संक्रमण कम होने के साथ ही जटिलताओं में भी कमी आएगी। समय के साथ सटीक सर्जरी करने में भी सर्जन को मदद मिलेगी। सर्जरी के बाद रोगी को कम से कम समय तक अस्पताल में रहना होगा।

सर्जिकल रोबोट के साथ सर्जरी के नए युग की शुरूआत कैंसर के साथ ही अन्य सर्जरी में बेहतर परिणाम देगी और रोगियों को भी पारंपरिक सर्जरी के जोखिम से काफी राहत मिलेगी। एआईएमएस फरीदाबाद ने मरीजों की बेहतर देखभाल और नई सदी की उन्नत तकनीक को अपनाते हुए इस रोबोटिक सर्जरी को लागू किया है।

रोबोटिक सर्जरी में अगली पीढ़ी के उन्नत सर्जिकल रोबोट आन्कोलॉजी, यूरोलॉजी, थौरेसिक सर्जरी और सामान्य सर्जिकल प्रक्रिया जैसे कि पित्ताशय की पथरी, हार्निया की सर्जरी के क्षेत्र क्रांति लाने के लिए तैयार हैं। रोबोटिक सर्जरी को इस तरह से तैयार किया गया है जिससे कि बेहतर थ्री डी विजुअलाइजेशन के साथ, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीनों के इस्तेमाल से सर्जन को बेहतर, सुरक्षित और सटीक सर्जरी करने में मदद मिलेगी।

सर्जन की गलतियों को कम करने के साथ, करेगा कौशल में बढ़ावा डॉ. पांडेय ने बताया कि वर्सियस सर्जिकल रोबोट सर्जन की गलतियों को कम करने के साथ ही उनके कौशल में बढ़ावा करेगा। इस सर्जरी में रोगी को कम दर्द होगा और सर्जरी के दौरान होने वाले जोखिम में भी कमी आएगी। रोबोटिक सर्जरी कैंसर, वजन कम करने और प्रत्यारोपण सर्जरी में बेहतर परिणाम देती है। उन्नत सर्जिकल रोबोट न्यूनतम इनवेसिव है और सटीक थ्री डी विजुअलाइजेशन देता है। रोबोटिक तकनीक का लक्ष्य है कि सर्जरी की प्रक्रिया में सटीकता आए और संक्रमण की आशंका कम हो। इससे सर्जिकल के क्षेत्र में काफी सुधार होगा। डॉ. पांडेय ने रोबोटिक सर्जरी की खासियत के बारे में बताते हुए कहा कि यह सर्जरी के दौरान प्रभावित अंग के आपरेशन के दौरान मरीज के अंगों के ऊत्तकों की सुरक्षा के साथ-साथ स्वस्थ ऊत्तकों को भी संरक्षित करता है।

शरीर पर रहते हैं हल्के निशान रोबोटिक सर्जरी के दौरान मरीज के शरीर पर आपरेशन के हल्के निशान, दर्द में कमी के साथ ही कम समय तक अस्पताल में रहना होगा। संक्रमण की दर कम होने के कारण मरीज को स्वस्थ होने में भी कम समय लगेगा। रोबोटिक सर्जरी में छोटा चीरा लगने के कारण मरीज जल्द से जल्द अपनी दैनिक जीवनचर्या में लौट सकेंगे। पारंपरिक सर्जरी की तुलना में संक्रमण का जोखिम कम होता है।

अगली पीढ़ी का सर्जिकल रोबोट है वर्सियस थ्रीडी मिनिमल एक्सेस सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम को रोबोटिक्स सर्जरी में सटीकता और बेहतर परिणाम के लिए डिजाइन किया गया है। इससे सर्जन को कैंसर और अन्य सर्जरी में बेहतर परिणाम देने में काफी मदद मिलेगी। यही सब कारण है जो वर्सियस रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम को अगली पीढ़ी का सर्जिकल रोबोट बनाता है।


फरीदाबाद के ESI अस्पताल में गार्डों की गुंडागर्दी, मरीजों को बेरहमी से पीटा, देखें वीडियो


फरीदाबाद, 9 नवंबर: शहर के 3 नंबर में स्थित ESI अस्पताल में गार्डों की गुंडागर्दी सामने आई है, सोमवार को गार्डों ने मिलकर मरीजों की बेरहमी से पिटाई कर दी, यही नहीं इस घटना को कैमरे में कैद कर रहे व्यक्ति का मोबाइल भी गार्डों ने छीन लिया, इस पूरी घटना का वीडियो सामने आया है, लोगों का कहना है कि आये दिन ESI अस्पताल के गॉर्ड मरीजों से बदतमीजी करते हैं.

आरोप है कि एक युवक अपने पिता का ईलाज कराने ESI अस्पताल में आया था, गार्डों ने उसे बंद करके मारा है, युवक के हाथ में चोट भी आई है, उल्लेखनीय है कि ESI अस्पताल मजदूरों के पैसे से ही चलता है, लेकिन मजदूर मरीजों से ही गुंडागर्दी हो रही है, 

यह गुंडागर्दी गार्ड अस्पताल प्रशासन के कहने पर करते हैं ताकि काले कारनामों के बारे में कोई आवाज नहीं उठा सके और इनका कोई कच्चा चिट्ठा ना खोल सके..कई बार मीडिया को भी अस्पताल परिसर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जाता है ताकि इनके भ्रष्टाचार की पोल ना खोल दें, देखें वीडियो।


फरीदाबाद: सर्वोदय हॉस्पिटल में लोगों ने किया हंगामा, जानें क्या थी वजह?


फरीदाबाद के सेक्टर-8 में स्थित सर्वोदय हॉस्पिटल में आज सैकड़ों लोगों ने हंगामा किया, लोगों का का कहना है कि जिस व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी थी, उसका बिना ईलाज किये ही अस्पताल वाले पैसे मांग रहे हैं और पैसे न देने पर डेड बॉडी नहीं दे रहे हैं, जिस युवक की मृत्यु हुई है, उसका नाम हरिओम (21) बताया जा रहा है, न्यू भारत कॉलोनी का निवासी था.

मृतक हरिओम के दोस्त रोशन मिश्रा ने बताया, 'मेरे दोस्त की तबियत खराब हो गई थी तो हमनें सेक्टर-19 में स्थित सर्वोदय हॉस्पिटल की ही ब्रांच में ईलाज के लिए एडमिट करवाया, वहां पर डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था कि बॉडी कोई रिस्पॉन्स नहीं कर रही है, यहाँ पर ये ठीक नहीं हो सकता है. फिर उसके बाद सेक्टर-8 सर्वोदय हॉस्पिटल में रेफर कर दिया।

उन्होंने बताया कि उसको जब यहाँ सर्वोदय हॉस्पिटल में लाया गया तो वेंटिलेटर पर लिटा दिया गया, उसके बाद उनके मामा जी ने चेक किया तो बॉडी डंडी थी, यानि डेथ हो चुकी थी, मृतक के दोस्त रोशन मिश्रा ने कहा, डेथ होने के बावजूद 6-7 घंटे वेंटिलेटर पर रखा गया, बिल चार्ज किया गया. 

मृतक के एक रिश्तेदार ने बताया, रात को ही हमसे 80 हजार रूपये जमा करा लिए और अब डेड बॉडी देने के 34 हजार रूपये मांग रहे हैं, अस्पताल के खिलाफ हंगामा कर रहे लोगों का यही कहना कहना है कि जब युवक की मृत्यु हो चुकी थी तो बिल किसलिए दिया जाय.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हरियाणवियों की जमकर तारीफ की, पढ़ें

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फरीदाबाद, 20 अगस्त। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आधुनिक भारत के राष्ट्र निर्माण में प्रत्येक हरियाणवी का विशेष योगदान है। हरियाणा वासी समग्र रूप से केंद्र व प्रदेश की सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के क्रियान्वयन में अपनी भागीदारी दे रहे हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वीरवार को पंचकूला में राज्य स्तरीय अन्नपूर्णा उत्सव को वर्चुअल माध्यम से संबोधित कर रहे थे। वर्चुअल अन्नपूर्णा उत्सव का वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक में सीधा लाइव प्रसारण प्रसारण किया जा रहा था। लाइव प्रसारण में जिला उपायुक्त जितेंद्र यादव, नगराधीश पुलकित मल्होत्रा, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक अशोक रावत, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी अनीता शर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुशीला देवी, डीआईपीआरओ राकेश गौतम, एसएमओ डॉ राजेश श्योंकन्द सहित अन्य विभागों के अधिकारी तथा अन्नपूर्णा उत्सव से जुड़े गरीब परिवारों के मुखिया भी मौजूद रहे।

  भारत सरकार के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन से पूर्व करनाल की गीता देवी, हिसार की कृष्णा नगर निवासी महिला व गुरुग्राम के निवासी गरीब परिवार के पुरुष के साथ सीधी बातचीत करके प्रदेश में सरकार द्वारा चलाई जा रही गरीब कल्याण की योजनाओं की जानकारी ली। सीधी बातचीत में उन्होंने रक्षा मंत्री को बताया कि उन्हें सरकार द्वारा सुकन्या योजना, आयुष्मान भारत योजना, उज्जवला योजना, सहित किसान के खाते में ₹6000 सालाना और कोविड-19 के दौरा गरीब महिलाओं को ₹500 महीना के हिसाब से आर्थिक सहायता राशि भी ऑनलाइन बैंकों के माध्यम से सरकार द्वारा दी गई। इसके अलावा 20 किलो गेहूं मुफ्त और 20 किलो आटा, चीनी, नमक, दाल सहित अन्य खाद्य सामग्री भी गरीब परिवारों को सरकार द्वारा कम कीमत पर दी जा रही है।

   भारत सरकार के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार ने आम जनता की आशा और विश्वास के साथ संपर्णता से कार्य कर रही है। गरीब लोगों के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं बनाकर उन्हें पूर्ण रूप से क्रियान्वित किया जा रहा है। गरीब परिवारों को कोविड-19 के लाकडाऊन कार्यकाल में प्रदेश सरकार द्वारा पिछले वर्ष मई माह से नवंबर माह तक और इस वर्ष भी पिछले मई माह से आगामी नवंबर माह तक 5 किलो अनाज प्रति व्यक्ति प्रति माह के हिसाब से निशुल्क दिया जाएगा। इसके अलावा सरकारी दुकानों से आटा, चीनी, दाल, नमक आदि कम कीमत पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए इसके लिए सरकार ने वचनबद्ध तरीके से  संपर्ण भावना के साथ जनता के विश्वास और आशा पर खरा उतरने का प्रयास किया है। गरीबों के लिए यह योजनाएं वरदान बनकर साबित हो रही है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत अन्नपूर्णा उत्सव प्रदेश में मनाया जा रहा है।

 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के 80 करोड लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 5 किलो गेहूं प्रति व्यक्ति प्रति माह दिया जा रहा है। यह दुनिया की सबसे बड़ी योजना है। जिसमें एक साथ 80 करोड़ लोगों को शामिल किया गया है। विश्वभर के लोग भी इस योजना के सही तरीके से क्रियान्वयन बारे आपस में बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 122 लाख लोगों को अन्नपूर्ण उत्सव से जोड़ा गया है। इसके अलावा इस योजना के तहत पिछले साल और  आगामी नवंबर माह तक यह मुफ्त अनाज लोगों को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार जनता के साथ कोविड-19 के संकट की खड़ी में पूर्ण रूप से साथ खड़ी थी। उन्होंने कहा कि हरियाणा ब्रेल टूरिज्म, साइंस एंड टेक्नोलॉजी सहित कई क्षेत्रों में देश का अग्रणी राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि किसानों के पास औसतन 1.5 एकड़ जमीन होने के बाद भी देश में अग्रणी किसानों में गिने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता के विश्वास को चुनौती के रूप में स्वीकार करके सरकार ने उसे पूरा करने का काम किया है। सरकार ने कहा था कि कोई भी व्यक्ति भूखे पेट नहीं रहेगा। इसके लिए हरियाणा में सरकार द्वारा गरीब परिवारों को अनाज दिया ही जा रहा है इसके अलावा सरकार द्वारा 17900 के लगभग दूसरे प्रांतों के परिवारों को भी यह लाभ दिया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा गरीबों के लिए अनेक कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की किसी भी योजना के सही क्रियान्वयन के लिए प्रदेश सरकार का दायित्व है। हरियाणा सरकार केंद्र की सभी नीतियों का प्रदेश में पूर्ण रूप से क्रियान्वित कर रही है। केंद्र और प्रदेश सरकारें एक-दूसरे का पूरक है। केंद्र सरकार की नीति का सही क्रियान्वयन हरियाणा सरकार द्वारा किया जा रहा है और हरियाणा सरकार के सही संचालन से ही केंद्र सरकार प्रदेश सरकार को अनेक जन कल्याण जनकल्याणकारी नीतियों का लाभ दे रही है।

  उन्होंने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है और देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर है। आज भी प्रदेश में 60 प्रतिशत लोग कृषि कार्य से जुड़े हुए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की फसल बेचने व भूमि जोत छोटी होने पर सीमांत किसानों के लिए अनेक योजनाएं बनाकर उन्हें क्रियान्वित किया जा रहा है।

  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीन कृषि कानूनों पर बोलते हुए कहा कि ये कानून किसानों के लिए वरदान साबित होंगे। किसानों की आय को दोगुना करने में और इन कानूनों के तहत किसानों और मनरेगा में कार्य कार्य करने वाले मजदूरों की आय में बढ़ोतरी होगी।   

    उन्होंने कोविड-19 के संक्रमण के बचाव के लिए लोगों वैक्सीनेशन करने पर भी हरियाणा सरकार को बधाई दी। देश में हरियाणा वैक्सीनेशन अभियान में अग्रणी राज्यों में है।

  मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने संबोधन में कहा कि हरियाणा में सरकार अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के लिए अंत्योदय योजना के तहत जन कल्याणकारी योजनाएं बनाकर उन्हें क्रियान्वित कर रही है और अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक उस योजना का लाभ पहुंचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से जो गरीब लोग इस दुनिया से चले गए हैं, उन गरीब परिवारों को ₹200000/ दो लाख रुपये की धनराशि की आर्थिक सहायता सरकार द्वारा की गई है और उनके बच्चों की पढ़ाई के लिए बाल सेवा योजना के तहत पढ़ाई का खर्च वहन किया जा रहा है। इसके अलावा सरकार द्वारा उन बच्चों को अन्य सुविधाएं भी दी जा रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब  आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश के 261 अस्पतालों में गरीब परिवारों लोगों का चिकित्सा उपचार सरकार द्वारा द्वारा करवाया जा रहा है। इस योजना के तहत अब तक प्रदेश में 187 लाख मरीजों का उपचार करवाया गया है जिन पर 351 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च की गई है। एक देश एक परिवार एक राशन कार्ड योजना के तहत अन्य प्रांतों के 17900 परिवारों को भी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत अनाज दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उज्जवला योजना के तहत 930 लाख परिवारों सिलेंडर गरीब परिवारों में बांटे गए हैं।

 मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में एक भी परिवार ऐसा नहीं बचा है जिसको उज्जवला योजना के तहत गैस का सिलेंडर ना दिया हो। इसके अलावा 56000  नए परिवारों को बीपीएल सूची में शामिल किया गया है। गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों की वार्षिक आय ₹130000 से बढ़ाकर ₹180000 हजार रुपए सरकार द्वारा कर दी गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जीवन ज्योति, प्रधानमंत्री सुरक्षा योजना बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को ₹6000 रुपये की धनराशि सालाना किसान पेंशन के रूप में दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में जिन परिवारों की आय ₹100000 से कम है उन परिवारों की आय बढ़ाने के लिए सरकार गंभीरता के साथ कार्य कर रही है। प्रदेश में 29000 परिवारों को भी चिन्हित कर लिया गया है जो जिनकी आय सालाना ₹50000 रुपये से नीचे है इसी प्रकार एक लाख से नीचे और 50000 से ₹100000 तक की बीच में सालाना आय वाले 18000 परिवारों को भी चिन्हित कर लिया गया है। अब इन परिवारों के पास सरकारी अधिकारी जाकर उनकी आय बढ़ाने के लिए उनके रोजगार संचालन के लिए सरकार कार्य करेगी ताकि उनकी वार्षिक आय में बढ़ोतरी हो सके।

  प्रदेश में सरकार का पहला अधिकार यह है कि केंद्र और प्रदेश सरकार की सभी जन कल्याणकारी योजनाएं गरीबों को अंत्योदय योजना के तहत अंतिम लाइन के अंतिम व्यक्ति को उस योजना का सही तरीके से लाभ मिले।

  उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार द्वारा कोरोना काल के प्रथम और द्वितीय चरण में कोई भी परिवार भूखा पेट ना सोए इसके लिए कारगर कदम उठाया है। गरीब परिवारों को सरकार की तरफ से अनाज मुहैया करवाया गया है। सरकारी खाद्य सामग्री की दुकानों से गरीब परिवारों को यह अनाज दिलवाया गया है। सरकार द्वारा प्रदेश की 130 करोड़ गरीब परिवारों के लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।

 इस अवसर पर हरियाणा बीजेपी के प्राभारी तावड़े, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, सांसद रतन लाल कटारिया, विधायक ज्ञानचंद गुप्ता, सरकार के पूर्व चीफ सैक्ट्री डीएस ढेसी, एसीएस अनुराग रस्तोगी, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निदेशक चंद्रशेखर खरे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

निजी अस्पताल आइसोलेशन बेड का 10000, ICU बेड का 15000, वेंटीलेटर बेड का 18000/ Day ही वसूलें

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फरीदाबाद: कोरोना की दूसरी लहर निजी अस्पतालों के लिए अवसर बन गयी और अधिकतर अस्पतालों ने आपदा को अवसर मानकर मनचाहे रेट में मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया है, हरियाणा सरकार ने पहली लहर में ही निजी अस्पतालों के लिए आइसोलेशन बेड का चार्ज: 10000 रुपये प्रतिदिन, ICU बेड का का चार्ज: 15000 रुपये प्रतिदिन, वेंटीलेटर बेड का का चार्ज: 18000 रुपये प्रतिदिन निर्धारित किया था

दूसरी लहर में हरियाणा सरकार ने अपने निर्धारित किये गए रेट को अपडेट नहीं किया इसलिए निजी अस्पतालों ने सरकारी आदेशों पर ध्यान नहीं दिया और 30-40 हजार प्रतिदिन से लाखों रुपये प्रतिदिन के रेट पर मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया जिसकी वजह से मरीजों में डर, दहशत और पैनिक क्रिएट हो गया और लोग अस्पतालों में मंहगे बेड ना खरीद सकने की मजबूरी में बेमौत मरने लगे. 

अब हरियाणा सरकार की निजी अस्पतालों की कमाई पर नजर गयी है, कल हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने निजी अस्पतालों के लिए कोरोना इलाज का रेट फिर से निर्धारित किया है और निजी अस्पतालों ने इससे अधिक ना वसूलने की चेतावनी दी है.

निजी अस्पतालों के लिए सरकारी आदेश

आइसोलेशन बेड का चार्ज: 10000 रुपये प्रतिदिन

ICU बेड का का चार्ज: 15000 रुपये प्रतिदिन

वेंटीलेटर बेड का का चार्ज: 18000 रुपये प्रतिदिन

अब देखते हैं कि निजी अस्पताल हरियाणा सरकार के आदेश को मानते हैं या अपनी मनमानी जारी रखते हैं, वैसे हरियाणा सरकार अस्पतालों का ऑडिट भी करवाएगी।

असावटा में रेलवे ट्रैक पर बैठे सैकड़ों आंदोलनकारी किसान और जाम किया रेलवे ट्रैक

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पलवल 18 फरवरी 2021: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध करने वाले आंदोलनकारी किसानों ने आज रेल रोको प्रदर्शन करने का फैसला किया जिसे बखूबी अंजाम भी दिया जा रहा है.

फरीदाबाद शहर क्षेत्र में पड़ने वाले रेलवे स्टेशनों पर शांति है लेकिन पलवल  के ग्रामीण इलाकों में किसानों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है, असावटा  में अटोहा फाटक पर सैकड़ों किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ गए हैं और ट्रेनों को रोक दिया है.

 आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आंदोलनकारी नेताओं ने 18 फरवरी को 12:00 से 4:00 बजे तक रेल रोको प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी हालांकि ट्रेन में फंसे लोगों की परेशानी को देखते हुए उन्हें पानी, दूध और लस्सी बांटने का भी निर्णय किया गया है लेकिन यह चीजें वाकई में यात्रियों को उपलब्ध करवाई जाएंगी यह बाद में पता चलेगा.

बल्लभगढ़ AIIMS ब्रांच की OPD में बुजुर्ग मरीजों के लिए लगेगी अलग लाइन

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फरीदाबाद, 23 फ़रवरी: बल्लभगढ़ स्थित सिविल हॉस्पिटल के AIIMS ब्रांच की OPD में अब बुजुर्ग मरीजों के लिए अलग लाइन लगेगी, अब बुजुर्गों को दवाई के लिए लम्बी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा।

यह जानकारी CMO कृष्णा कुमार ने दी, उन्होंने शनिवार को सुविधाओं का जायजा लिया, एम्स ब्रांच के डॉ हरसल एवं सिविल हॉस्पिटल के SMO डॉ मान सिंह ने उन्हें सुविधाओं की जानकारी दी.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बल्लभगढ़ सिविल हॉस्पिटल में दूर दूर से मरीज अपना इलाज के लिए आते हैं और उन्हें लम्बी लाइन में लगना पड़ता है. वरिष्ठ नागरिकों को इससे बहुत परेशानी होती थी लेकिन अब शायद बुजुर्गों की परेशानी कम हो जाए.

NIT-5 के स्टार अस्पताल पर लापरवाही का आरोप, मरीज की मौत के बाद परिजनों का हंगामा

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फरीदाबाद 16 फरवरी: फरीदाबाद एनआईटी पांच में बांके बिहारी मंदिर के पास स्थित स्टार अस्पताल में एक मरीज की मौत हो गई है. परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है और अस्पताल के खिलाफ प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.

मरीज का नाम भोला बताया जा रहा है. भोला की 5 बेटियां और एक बेटा है उसे पित्त की थैली में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां पर उसका ऑपरेशन किया गया जो सही नहीं रहा और उसे आनन-फानन में सफदरजंग अस्पताल भेजा गया,  रास्ते में उसकी मौत हो गई. 

मृतक भोला के बच्चों ने बताया कि एंबुलेंस वाले ने उनसे ₹7000 भी ले लिए इसके अलावा अस्पताल में भी उन्होंने करीब ₹30000 जमा किए थे उसके बावजूद भी उनके पिता की मौत हो गई. 

अर्श हॉस्पिटल का एक और कमाल, आयुष्मान योजना में मिला देश का पहला ब्रांज क्वालिटी सर्टिफिकेट

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फरीदाबाद: ग्रेटर फरीदबाद स्थित अर्श हॉस्पिटल ने बढ़िया तरीके से मोदी सरकार की आयुष्मान भारत योजना को लागू किया है और योजना की शुरुआत से ही सैकड़ों मरीजों को बेहतरीन इलाज उपलब्ध कराया है जिसकी वजह से क्वालिटी काउंसिल ऑफ़ इंडिया (QCI) और नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (NHA ) ने अर्श हॉस्पिटल को पहला ब्रांज क्वालिटी सर्टिफिकेट प्रदान किया है, सर्टिफिकेट प्रदान करने से पहले QCI ने हॉस्पिटल का दौरा किया और मरीजों के इलाज और उन्हें दी जा रही सुविधाओं की गहन तरीके से जांच की.

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आयुष्मान भारत योजना के तहत पहली बार किसी हॉस्पिटल को ब्रांज सर्टिफिकेट मिला है, इससे पहले 33 क्वालिटी सर्टिफिकेट जारी किये जा चुके हैं जिसमें से 21 अस्पतालों को गोल्ड और 11 अस्पतालों को सिल्वर सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है. यह रिवार्ड  पाकर अर्श हॉस्पिटल ने फरीदाबाद का नाम पूरे देश में रोशन कर दिया है. 

हॉस्पिटल के इंचार्ज डॉ लोकेश कुमार गर्ग ने बताया कि उनका हॉस्पिटल फरीदाबाद के अन्य 12-13 अस्पतालों के साथ आयुष्मान भारत योजना के पैनल में है. उन्होंने योजना की शुरुआत से ही मरीजों का इलाज शुरू कर दिया था और उन्होंने हमेशा इलाज की गुणवत्ता पर ध्यान दिया और इलाज में भेदभाव नहीं किया, उन्होंने मरीजों से फीडबैक भी लिया और लगातार गुणवत्ता में सुधार किया जिसकी वजह से उन्हें यह प्रमाणपत्र मिला है.

लोकेश कुमार गर्ग ने बताया कि फरीदाबाद के लोग आयुष्मान भारत योजना के तहत उनके हॉस्पिटल में इलाज के लिए आ सकते हैं, अगर किसी को आयुष्मान भारत योजना के बारे में जानकारी लेनी है तो वह भी आकर जानकारी ले सकते हैं. अर्श हॉस्पिटल ग्रेटर फरीदाबाद, सेक्टर-78 में फरीदपुर-तिगांव रोड पर है.

सुप्रीम अस्पताल ने दयालबाग में लगाया निशुल्क हेल्थ चैकअप कैम्प

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फरीदाबाद: सुप्रीम अस्पताल की तरफ से दयालबाग स्थित आर्यन गार्डन में नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 112 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई और डॉक्टरों द्वारा आए हुए मरीजों को उचित परामर्श दिया गया। 

दयालबाग में आयोजित शिविर में ब्लड, शुगर, बी.पी., वजन आदि की जांच की गई। इस मौके पर डा. अशोक सचदेवा एवं सलामत अली की टीम ने मरीजों को स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी। दयालबाग स्थित जांच शिविर में अस्पताल के चेयरमैन प्रेम सिंह राणा एवं वाइस चेयरमैन युवराज दिग्विजय सिंह राणा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने कहा कि इस तरह के नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाकर आम जनता को लाभ पहुंचाना पुण्य का कार्य है। लोगों को इस प्रकार के शिविरों में अवश्य भाग लेना चाहिए। अस्पतालों में जहां मोटा पैसा खर्च कर शारीरिक जांच कराई जाती है, वहीं नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविरों में फ्री में शारीरिक जांच हो जाती है। 

उन्होंने कहा कि सुप्रीम अस्पताल ने गरीब एवं असहाय लोगों की सहायता के लिए एक अभियान चलाया हुआ है, जिसके तहत प्रत्येक सप्ताह में एक शिविर का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि अस्पताल के बेहतरीन डॉक्टर्स का पैनल इन  शिविरों में उपस्थित रहते हैं, जो लोगों की नि:शुल्क जांच करते हैं और उचित परामश देते हैं। राणा ने बताया कि सुपरिम अस्पताल में भी शनिवार एवं रविवार को नि:शुल्क परामर्श दिया जाता है। इसलिए अधिक से अधिक संख्या में सेवाओं का लाभ उठाएं।

मरीजों को देशभर के डॉक्टर हड़ताल करके देंगे सन्देश, तुम एक डॉक्टर मारोगे, तो लाखों मरीज मरेंगे

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फरीदाबाद: आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने हड़ताल की घोषणा की है, आज देशभर के डॉक्टर हड़ताल करेंगे हालाँकि आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी. फरीदाबाद के भी सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर हड़ताल कर सकते हैं क्योंकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का आदेश मानना मजबूरी है.

आपातकालीन सेवाएं भरे जारी रहें लेकिन जब डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे तो देश भर में हजारों लाखों मरीज बेमौत मरेंगे क्योंकि उनका उचित इलाज नहीं हो पाएगा.

देशभर में महा हड़ताल करके डॉक्टर मरीजों और उनके रिश्तेदारों को यह भी सन्देश देना चाहते हैं कि अगर मरीज लोग एक डॉक्टर की ह्त्या करेंगे तो डॉक्टर ऐसा ही कदम उठाएंगे और इलाज ना होने से लाखों मरीज बेमौत मरेंगे, इसलिए लोग अपने गुस्से पर काबू करें और डॉक्टरों पर कभी भी जानलेवा हमला ना करें.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बंगाल के NRS हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज में मरीज मुहम्मद सईद की मौत के बाद उनके रिश्तेदारों ने दो डॉक्टरों पर जानलेवा हमला कर दिया जिसमें डॉ परिबहा मुख़र्जी की इलाज के दौरान मौत हो गयी.

यह घटना करीब एक हप्ते पहले ही है लेकिन देशभर के डॉक्टर सरकार से डॉक्टरों के लिए सुरक्षा की मांग कर रहे हैं और ऐसा कानून बनाने की मांग कर रहे हैं कि अगर मरीज के रिश्तेदार डॉक्टरों से मिसबिहैव करें तो उन्हें कड़ी सजा मिले.

फरीदाबाद पहुंची 'बंगाल डॉ मुखर्जी हत्याकांड' की आंच, ESI हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने की हड़ताल

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फरीदाबाद: बंगाल में एक मरीज के रिश्तेदारों द्वारा एक सरकारी अस्पताल के डॉ परिबहा मुख़र्जी हत्याकांड की आंच अब फरीदाबाद तक पहुँच गयी है. आज NIT-3 स्थित ESI हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी जिसकी वजह से मरीज परेशान हो गए. अभी तक हड़ताल समाप्त नहीं हुई है इसलिए हो सकता है कि मरीजों को कुछ दिन और परेशानी झेलनी पड़े.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 9 जून को 80 वर्षीय मरीज मुहम्मद सईद को उल्टी और तेज सिरदर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था. उसी दिन उन्हें मरा घोषित कर दिया गया जिसकी वजह से मरीज के रिश्तेदार नाराज हो गए और ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों को घेरकर मारपीट शुरू कर दी, कुछ देर बाद मृतक मरीज के और रिश्तेदार आ गए और डॉक्टरों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी जिसमें दो डॉक्टरों को गंभीर चोट आयी. इलाज के दौरान डॉ परिबहा मुख़र्जी की मौत हो गयी जबकि यश टेकवानी का इलाज चल रहा है.

इसके बाद डॉक्टरों की संस्थाओं ने हड़ताल की घोषणा की, दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों में हड़ताल हो रही है. आज फरीदाबाद के ESI हॉस्पिटल में भी हड़ताल हुई है, डॉक्टर सरकार से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. देखें वीडियो - 

बदतर है ESI अस्पताल की हालत, ना खुद इलाज की सुविधा, ना रिफर की व्यवस्था, धक्के खिलाते हैं बस


फरीदाबाद: फरीदाबाद NIT स्थित ESI हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज, नाम का तो मेडिकल कॉलेज है लेकिन यहाँ पर ना उचित इलाज की सुविधा है और ना ही रेफर की उचित व्यवस्था है, 8 जून 2019 को सेक्टर 21D, हाउस नंबर 1093 निवासी जय प्रकाश पाण्डेय को ESI अस्पताल में दिन भर दौड़ भाग के बाद शाम को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया, उन्हें ट्यूमर और अन्य सम्बंधित बीमारियाँ थी और सुगर 400 के आसपास पहुँच चुका था, उनकी हालत काफी सीरियस थी.

ESI में गंभीर बीमारियों के इलाज की सुविधा ना होने के कारण जय प्रकाश पाण्डेय को इमरजेंसी में बैठे डॉक्टरों ने पार्क हॉस्पिटल रेफर कर दिया लेकिन मरीज के मरिजनों ने पार्क हॉस्पिटल के निगेटिव माहौल की वजह से वहां जाने से इनकार कर दिया.


उसके बाद मरीजों के परिजनों ने पता किया कि कौन कौन से हॉस्पिटल ESI के पैनल में हैं तो नीचे वाली लिस्ट अस्पताल में चिपकी मिली. इस समय पैनल में सिर्फ 6 प्राइवेट अस्पताल हैं - पार्क हॉस्पिटल, मेट्रो हॉस्पिटल, QRG हॉस्पिटल, सर्वोदय हॉस्पिटल, एशियन हॉस्पिटल और फोर्टिस हॉस्पिटल.

लिस्ट में सर्वोदय, एशियन और फोर्टिस पर क्रोस का निशान लगा था, इसलिए मरीज के परिजनों को सिर्फ पार्क और मेट्रो हॉस्पिटल में जाने का आप्शन था, मेट्रो में सिर्फ हार्ट के मरीज भेजे जा सकते हैं इसलिए मरीज के पास सिर्फ पार्क हॉस्पिटल का आप्शन था.

काफी हंगामे के बाद मरीज के परिजनों को बोल दिया गया कि 6 अस्पतालों में किसी में भी रेफर करवा लो, इसके बाद मरीज के परिजनों ने सभी अस्पतालों में फोन करना शुरू किया तो वहां पता चला कि हमारे यहाँ बेड खाली नहीं हैं, कुछ ने कहा कि हमारा बिल नहीं पे किया जा रहा इसलिए हम नहीं लेंगे.


मरीज के परिजन काफी देर तक परेशान रहे, मरीज की तवियत बिगडती जा रही थी, इसके बाद काफी कोशिशों के बाद मरीज को सर्वोदय हॉस्पिटल रेफर करवाया गया लेकिन वहां जाने के बाद सर्वोदय हॉस्पिटल ने नखरे दिखाना शुरू किया और मरीज के परिजनों को बोले - मरीज को लेकर जाओ और पर्ची में ट्यूमर लिखवाकर लाओ, मरीज के परिजनों ने कहा कि इसके लिए मरीज को वापस ESI क्यों लेकर जाएं, आप एडमिट कर, हम पर्ची में लिखवाकर ले आएँगे.

इस मौके पर वरिष्ठ वकील एल एन पाराशर भी मौजूद थे, काफी हंगामे के बाद सर्वोदय ने इलाज शुरू किया. वकील एल एन पाराशर ने कहा कि अस्पताल के मैनेजमेंट की कमीं की वजह से मरीजों को बहुत परेशानी हो रही है, इतने बड़े अस्पताल में भी इलाज की बढ़िया सुविधा नहीं है, मरीजों को धक्के खाना पड़ता है, सरकार को इसपर एक्शन लेना चाहिए.

मरीजों के पैसों से बने ESI हॉस्पिटल में मरीजों को समझा जाता है जानवर, गार्डों-डॉक्टरों की गुंडई

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फरीदाबाद: प्राइवेट कर्मचारियों के पैसों से ही ESI हॉस्पिटल बनाए जाते हैं, डॉक्टरों को सैलरी दी जाती है, गार्डों को भी सैलरी दी जाती है, सब कुछ प्राइवेट कर्मचारियों के पैसों से ही किया जाता है लेकिन प्राइवेट कर्मचारी जब बीमार होकर फरीदाबाद NIT-3 के ESI हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती होते हैं तो उनके साथ जानवरों जैसा सुलूक किया जाता है, ना तो डॉक्टर तमीज से बात करते हैं, ना स्टाफ तमीज से बात करते हैं और ना ही सुरक्षा गार्ड तमीज से बात करते हैं. देखए ये वीडियो - 



डॉक्टर, स्टाफ और गार्ड यह समझते ही नहीं कि इन्हीं मरीजों के पैसों से उन्हें सैलरी दी जाती है, दरअसल अस्पताल के मालिक ये मरीज ही हैं, अगर ये हर महीनें अपनी सैलरी से पैसे ना कटवाएं तो ESI का सिस्टम चल ही नहीं पाएगा, मरीज जब भर्ती होते हैं तो डॉक्टर यह समझते हैं कि वे मरीजों को दवाई देकर अहसान कर रहे हैं, स्टाफ उन्हें जानवरों की तरह डांटते हैं, सुरक्षा गार्ड मरीजों को परिजनों से उन्हें मिलने नहीं देते, हमेशा डांटते-फटकारते रहते हैं. इस फोटो में देखिये, जानवरों की तरह मरीजों की भीड़ लगवा रखी है, टेस्ट की रिपोर्ट आने में कई कई हप्ते लग जाते हैं, अल्ट्रासाउंड के लिए 15-20 दिन की तारीख दी जाती है.


आज तो हद हो गयी, आठवीं फ्लोर पर मेडिकल वार्ड में बेड नंबर 12 पर भर्ती एक मरीज से कंपनी का मालिक मिलने आया था. उसके साथ दो और लोग थे, कुछ जरूरी पूछताछ कर रहे थे, गार्ड से उन्हें बाहर जाने को बोला तो कंपनी मालिक बोला थोडा जरूरी बात करनी है, इसके बाद गार्ड दोबारा आया और जिस स्टोर पर एक लड़का बैठा था उसे लात मार दी, इसके बाद कंपनी मालिक को गुस्सा आ गया और गार्ड के साथ जमकर बहस हुई. गार्ड बोला - डॉक्टर मरीजों के साथ उनसे मिलने वालों को देखकर नाराज होते हैं, डॉक्टर ना हुए प्रधानमंत्री हो गए ये तो.

उसके बाद दो तीन गार्ड इकठ्ठे हो गया, एक गार्ड से कहा कि किसी को मिलने मत दो, ऐसा लगा जैसे हॉस्पिटल उसी का है, उसे यह नहीं पता कि अस्पताल का मालिक यही मरीज हैं. ESI प्रशासन को अपने डॉक्टरों, स्टाफ और गार्डों को बताना चाहिए कि अस्पताल के मालिक ये मरीज ही हैं, इनसे नरमी से पेश आयें, इनका हमेशा मान सम्मान करें, देखते हैं यह सुधार कब होता है.

फरीदाबाद के ESIC को सुधारो मोदीजी, ये मरीजों को जानवरों की तरह दौडाते हैं, बहुत दुखी हैं लोग

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फरीदाबाद: शहर में ESI सिस्टम इतना गड़बड़ है कि इसे सुधारने की तुरंत जरूरत है, जनता इस सिस्टम से इतनी दुखी हो चुकी है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ अपना गुस्सा भी दिखा सकती है हालाँकि इसके लिए ESI प्रशासन और अधिकारी जिम्मेदार है.

NIT - 3 में ESI हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज नाम से एक बड़ा हॉस्पिटल है, अगर इमारत की तुलना की जाए तो दिल्ली के AIMS को पूरी टक्कर देता है लेकिन अगर सुविधाओं की बात करें तो यह मरीजों के लिए नरक है. यहाँ का प्रशासन इतना लापरवाह और संवेदनहीन है कि मरीजों की परेशानी समझता ही नहीं है.

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प्राइवेट संस्थानों में काम करने वाले गरीब मजदूर और कर्मचारी हर महींने अपनी सैलरी से हजारों रुपये देकर ESI कार्ड बनवाते हैं ताकि उन्हें उचित इलाज मिल सके लेकिन तीन नंबर के बड़े अस्पताल में मरीजों को जानवरों की तरह दौडाया जाता है, OPD के लिए लम्बी लम्बी लाइन, कोई टेस्ट कराना है तो उसके लिए लम्बी लाइन, ब्लड टेस्ट कराना है तो लम्बी लाइन, अगर रिपोर्ट लेना है तो कई दिनों तक चक्कर लगाना पड़ता है, मतलब 100 रुपये वाले ब्लड टेस्ट के लिए 500 रुपये किराया खर्च करवा लेते हैं. इनको इतनी भी समझ नहीं है कि मरीज इतना दौड़-भाग करेगा तो उसे फायदा क्या मिला ESIC में पैसे जमा करने का.



जानवरों की तरह करवाया जाता है मरीजों को दौड़भाग

ESI प्रशासन इतना लापरवाह है कि दवाइयों के लिए भी मरीजों को इधर उधर भगाता है, घंटों इन्तजार करने के बाद डॉक्टर को दिखाने का मौका मिलता है, डॉक्टर दवाइयाँ लिखते हैं, मरीज लोग अस्पताल के मेडिकल स्टोर के बाहर लाइन लगाते हैं, काफी देर बाद उनका नंबर आता है तो केमिस्ट आधी दवाइयां अन्दर से देते हैं और आधी दवाइयां लेने के लिए छोटी ESI में भेज देते हैं, इसके बाद मरीज किराया-भाडा खर्च करके छोटी ESI में जाते हैं तो वहां पता चलता है कि कुछ टेबलेट वहां पर भी नहीं हैं, इसके बाद मरीज से कहा जाता है कि ये दवा मेडिकल स्टोर से ले लेना और हमें बिल दिखा देना, आपका पैसा मिल जाएगा, इसके बाद मरीज फिर से किराया-भाडा खर्च करके मेडिकल स्टोर पर जाता है, दवा लेता है और बिल बनवाता है, उसके बाद मरीज फिर से किराया भाडा खर्च करके बिल छोटी ESI में जमा करता है और कई दिनों तक चक्कर लगाने के बाद उसका पैसा मिलता है. कई बार 10 रुपये की दवा के लिए इतना परेशान किया जाता है कि मरीज लोग अपने पैसे से मेडिकल स्टोर पर दवाइयाँ खरीद लेते हैं और बिल जमा करने के झंझट में फंसते ही नहीं.

मरीजों की परेशानी को लेकर हमने हॉस्पिटल के प्रशासन से बात की तो उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में व्यवस्थाएं विकसित हो रही हैं, सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं, एक दो साल में मरीजों को अच्छी सुविधाएं मिलेंगी. लेकिन सवाल यह है कि ये सब काम थोड़ी स्पीड से कर लें ताकि मरीजों को परेशानी ना हो.



हमें खबर मिली है कि अस्पताल में भ्रष्टाचार और घोटालों की वजह से सुविधाएं नहीं लाई गयीं. मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में रिफर करके कमीशन खाया जाता है, भ्रष्ट डॉक्टर मरीजों को जानवर समझते हैं, अच्छे डॉक्टर मरीजों का अच्छा इलाज करते हैं लेकिन जिसको कमीशन की आदत लग गयी है उसे सिर्फ पैसा दिखता है और मरीजों को झट से अपनी सेटिंग वाले प्राइवेट अस्पताल में रिफर कर देता है. इसी तरह से हॉस्पिटल में समय से स्टाफ और डॉक्टर की भर्तियाँ नहीं की गयीं. इसी वजह से आज मरीज इतना परेशान और दुखी हैं, मोदी सरकार जल्द ही प्रशासन को टाइट करे वरना लोकसभा चुनाव में जनता अपना गुस्सा दिखाएगी.

RK हॉस्पिटल तक पहुंची मोदी की आयुष्मान योजना, डॉ कपूर बोले, जनता की सेवा करूँगा, ये वादा रहा

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फरीदाबाद: शहर की जनता और खासकर गरीबों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है, डॉ राकेश कपूर बच्चों के सबसे अच्छे डॉक्टर माने जाते हैं, देश दुनिया में उनका बहुत नाम है, अब फरीदाबाद की जनता उनके अस्पताल में मुफ्त इलाज करवा सकती है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आयुष्मान भारत योजना आरके हॉस्पिटल में लागू हो चुकी है, आज सैकड़ों लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए गए. अब RK हॉस्पिटल में पांच लाख तक का मुफ्त इलाज करवाया जा सकता है.

डॉ राकेश कपूर ने आज हमसे बातचीत में इस योजना के बारे में जानकारी दी और फरीदाबाद की जनता से कहा कि आप किसी भी हॉस्पिटल में गोल्डन कार्ड बनवाएं, हमारे हॉस्पिटल में आप इलाज करवा सकते हैं, मैं जनता की सेवा करूँगा इसका वादा करता हूँ. उन्होंने कहा कि मैं जल्द ही सोशल मीडिया के माध्यम से और कैम्प लगाकर जनता को इस योजना के बारे में जागरूक करूँगा ताकि अधिक से अधिक लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल सके.

हॉस्पिटल में आज एक कैम्प का आयोजन किया गया जिसमे लोगों के कई तरह की बीमारियों की निःशुल्क जांच भी की गई। आर के हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेकटर डाक्टर राकेश कपूर ने बताया कि आज के कैम्प में 300 से अधिक लोगो ने भाग लिया और तमाम परिवारों के गोल्डन कार्ड भी बनाये गए। कैम्प का उद्घाटन करने के लिए आयुष्मान भारत योजना के हरियाणा के नोडल ऑफिसर डॉ रवि खुद चंडीगढ़ से आये. डॉ राकेश कपूर ने उनका जोरदार स्वागत किया.

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उन्होंने बताया कि ये योजना बहुत ही अच्छी है और शहर के जो लोग इस योजना की श्रेणी में आते हैं वो इसका लाभ उठायें और अपना गोल्डन कार्ड जल्द बनवाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि योजना के बहुत कम लाभार्थियों को ये पता है कि आरके हॉस्पिटल में भी ये योजना लागू है जिसके लिए हम जल्द शहर की विभिन्न कालोनियों में कैम्प लगा लोगों को जानकारी देंगे कि आप आरके हॉस्पिटल में इस योजना के तहत अपने परिवार का पांच लाख तक का इलाज फ्री करवा सकते हैं।

डाक्टर राकेश कपूर की बात करें तो डाक्टर कपूर शहर के सबसे पुराने बाल रोग विशेषज्ञों में से एक हैं और उनके अंदर चमत्कार ये है कि वो रोते हुए बच्चों को तुरंत हंसा देते है और बच्चों की गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज चुटकियों में कर देते हैं। उनकी हॉस्पिटल में आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल रहा है और अगर शहर के लाखों लाभार्थियों को ये जानकारी मिल गई कि डाक्टर राकेश कपूर के यहाँ इस योजना के तहत पांच लाख का इलाज फ्री में होता है तो अधिक से अधिक लोगों का भला होगा और सबसे ज्यादा बच्चों को इसका लाभ मिलेगा क्यू कि वो शहर के ही नहीं देश के जाने माने बाल रोग विशेषज्ञ हैं।

मोदीजी आज करेंगे ESI हॉस्पिटल का उद्घाटन, लेकिन पहले करना था घोटालेबाजों की सर्जिकल स्ट्राइक

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फरीदाबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज फरीदाबाद NIT-3 में बने ESI हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करेंगे लेकिन हमारा मानना है कि पहले उन्हें ESI हॉस्पिटल में मौजूद घोटालेबाज अधिकारियों और कमीशनखोर डॉक्टरों की सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए थी. इस हॉस्पिटल की ऑडिट होनी चाहिए, अगर सही तरीके से ऑडिट हो जाए तो अरबों रुपये के घोटालों का पर्दाफाश हो सकता है और कई भ्रष्ट अधिकारी जेल जा सकते हैं.

बहुत बड़ा रेफर घोटाला, लूटे जा रहे अरबों रुपये

आपको बता दें कि ESI के कुछ कमीशनखोर डॉक्टर प्राइवेट अस्पतालों से सेटिंग करके मरीजों को वहां रेफर करते हैं और बदले में मोटा कमीशन खाते हैं, कई डॉक्टर तो महीनें में कई लाख रुपये कमीशन में कमा लेते हैं, इनका ध्यान मरीजों के इलाज पर नहीं बल्कि कमीशन पर ही रहता है, इन लोगों का ध्यान सिर्फ इसपर रहता है कि कौन से मरीज को किस हॉस्पिटल में भेजकर कितना कमीशन खाना है.

यहाँ के कमीशनखोर डॉक्टर अपने कमीशन के चक्कर में हर वर्ष करीब 100 करोड़ रुपये प्राइवेट अस्पतालों का बिल बनवाते हैं. यहाँ का रेफरल बजट भारत के सभी ESI अस्पतालों से अधिक है. अगर सही तरीके से ऑडिट हो जाए तो पूरे काण्ड का पर्दाफाश हो जाएगा.

इंटरव्यू और भर्ती घोटाला

इसके अलावा यहाँ पर इंटरव्यू घोटाला और भर्ती घोटाला हो रहा है, एक ही पोस्ट की बात बार भर्तियाँ निकाली जाती हैं, बार बार विज्ञापन, बार बार इंटरव्यू और बार बार इंटरव्यू लेने वाले डॉक्टरों की कमाई, इंटरव्यू पैनल में शामिल डॉक्टरों को हर बार TA/DA और अन्य खर्चे मिलते हैं लेकिन पोस्ट नहीं भरी जाती, कुछ दिनों में फिर से विज्ञापन दे दिया जाता है और फिर से वही खेल होता है, इस खेल के चक्कर में भ्रष्ट अधिकारी करोड़ों रुपये लूट रहे हैं. इसकी सही से जांच होनी चाहिए.

बिल्डिंग का नहीं है फायर क्लीयरेंस सर्टिफिकेट

हॉस्पिटल की बिल्डिंग में अभी भी कुछ कमियां हैं लेकिन इसके बारे में शायद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जानकारी नहीं होगी. बिल्डिंग का फायर क्लीयरेंस सर्टिफिकेट नहीं मिला है, अगर भविष्य में कोई दुर्घटना हो गयी या आग लग गयी तो इसका जिम्मेदार प्रधानमंत्री मोदी को ही बताया जाएगा क्योंकि उद्घाटन उनके ही हाथों से हो रहा है, इतनी बड़ी ईमारत का बिना फायर क्लीयरेंस सर्टिफिकेट लिए उद्घाटन नहीं होना चाहिए था लेकिन मोदी आज यह काम करेंगे.

फर्जी एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट पर भर्ती

कर्मचारियों की भर्ती के समय उनका अनुभव देखा जाता है लेकिन कई लोग फ़र्जी  एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट बनाकर नौकरी ले रहे हैं. ख़ास इन्टरनल सूत्रों से हमें ये जानकारी मिली है.

आज होगा हॉस्पिटल एंड मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन

12 फरवरी 2019 मंगलवार को प्रात: 11:30 बजे कुरूक्षेत्र से रिमोर्ट कंट्रोल के माध्यम से स्थानीय एनआईटी-3 (फरीदाबाद) में बादशाह खान नागरिक अस्पताल के पीछे ई.एस.आई. मैडिकल कॉलेज का उद्घाटन करेंगे.

प्रधानमंत्री मोदी फरीदाबाद नहीं आयेंगे लेकिन ESI मेडिकल कॉलेज कैम्पस में बड़े प्रोग्राम का आयोजन किया गया है, इस मौके पर इसमें केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर व फरीदाबाद जिले की सभी विधानसभा क्षेत्रों के विधायक मौजूद रहेंगे। 

ESI हॉस्पिटल की बिल्डिंग का बिना फायर क्लीयरेंस सर्टिफिकेट लिए मोदीजी से करवाया जाएगा उद्घाटन

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फरीदाबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज फरीदाबाद NIT-3 में बने ESI हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करेंगे, मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल की बिल्डिंग में पिछले तीन वर्षों से सिफ्टिंग का काम शुरू हो गया था लेकिन अभी तक इसका औपचारिक उद्घाटन नहीं हुआ था, आज प्रधानमंत्री मोदी इसका औपचारिक उद्घाटन करके इसे फरीदाबाद एवं पलवल की जनता को सौंप देंगे.

हॉस्पिटल की बिल्डिंग में अभी भी कुछ कमियां हैं लेकिन इसके बारे में शायद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जानकारी नहीं होगी. बिल्डिंग का फायर क्लीयरेंस सर्टिफिकेट नहीं मिला है, अगर भविष्य में कोई दुर्घटना हो गयी या आग लग गयी तो इसका जिम्मेदार प्रधानमंत्री मोदी को ही बताया जाएगा क्योंकि उद्घाटन उनके ही हाथों से हो रहा है, इतनी बड़ी ईमारत का बिना फायर क्लीयरेंस सर्टिफिकेट लिए उद्घाटन नहीं होना चाहिए था लेकिन मोदी आज यह काम करेंगे.

12 फरवरी 2019 मंगलवार को प्रात: 11:30 बजे कुरूक्षेत्र से रिमोर्ट कंट्रोल के माध्यम से स्थानीय एनआईटी-3 (फरीदाबाद) में बादशाह खान नागरिक अस्पताल के पीछे ई.एस.आई. मैडिकल कॉलेज का उद्घाटन करेंगे.

प्रधानमंत्री मोदी फरीदाबाद नहीं आयेंगे लेकिन ESI मेडिकल कॉलेज कैम्पस में बड़े प्रोग्राम का आयोजन किया गया है, इस मौके पर इसमें केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर व फरीदाबाद जिले की सभी विधानसभा क्षेत्रों के विधायक मौजूद रहेंगे।