फरीदाबाद- बता दें कि NIT फरीदाबाद में रहने वाली एक महिला ने साइबर थाना NIT में शिकायत दी जिसमें आरोप लगाया कि 16 जून 2025 को उसके पास एक कॉल आया जिस पर उसे बताया की वह मुम्बई क्राईम ब्रांच से इंस्पेक्टर बोल रहा है तथा उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसके बाद एक अन्य नंबर से पुलिस ऑफिसर की विडियो कॉल आई और कहा की वह जेट एयरवेज मनी लॉन्ड्रिंग केस मे आरोपी है तथा उसे हॉउस अरेस्ट किया गया है व डिजीटल अरेस्ट के ऑर्डर उसके पास भेज देंगे तथा उसको इस केस में 6 करोड 80 लाख रुपये देने पडेंगे व उसके केस की प्रोसीडिंग्स व्हाट्अप के माध्यम से विडियो कॉल पर ही की जायेगी। जहां पर उसके सीनियर ऑफिसर और जज साहब उससे बात करेंगे और इस बारे में न तो वह किसी को बतायेंगी और न ही घर से बाहर जायेंगी। जिसके बाद उन्होंने उससे केस के निपटारे के लिए 50 लाख रुपये की मांग की। जिसके बाद उसने R.T.G.S के जरिए ठगों द्वारा बताए खाता में 30,20,000 रुपये भेज दिए। जिस संबंध में साइबर थाना NIT में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस प्रवक्ता ने बतलाया कि मामले में कार्रवाई करते हुए साइबर थाना NIT की टीम ने मुकेश(35) व आंशु(30) वासी बुद्ध विहार फेस-2, रोहिणी सैक्टर 23, दिल्ली को गिरफ्तार किया है।
पुछताछ में सामने आया की आरोपी मुकेश खाताधारक है जिसने अपना खाता आगे आंशु को दे दिया था। दोनों आरोपी दोस्त है व आंशु ने मुकेश के नाम पर करंट खाता खुलवाकर आगे किसी को दे दिया था। आंशु ठेकेदारी का काम करता है व मुकेश OLA में ड्राइवरी करता है।खाते में ठगी के कुल 27,50,000 रुपये आए थे। अधिक पुछताछ के लिए आरोपियों को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।