फरीदाबाद, 12 फरवरी: सरकार हर मिनट टीवी पर प्रचार करती है कि ऑनलाइन KYC अपडेट के नाम पर किसी भी बैंक कर्मी को बैंक डिटेल ना दें, SMS में आये किसी अज्ञात लिंक पर क्लिक ना करें, किसी भी अपरिचित APP पर बैंक डिटेल शेयर ना करें, किसी को OTP ना बताएं और ना ही किसी को डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड का PIN बताएं।
इसके बावजूद भी कुछ लोग गलती कर बैठते हैं और ऑनलाइन ठगों के झांसे में आकर अपनी मेहनत से जमा की गयी पूँजी को गँवा देते हैं, ऑनलाइन ठग चंद मिनट में लाखों रुपये बैंक से उड़ा लेते हैं, रोजाना करोड़ों रुपये का बैंक फ्रॉड हो रहा है, हर शहर में लोग ठगों में झांसे में आ रहे हैं, कई लोग लॉटरी के लालच में अपनी जमा पूँजी गँवा देते हैं और फिर सारी उम्र खुद को कोसते रहते हैं.
फरीदाबाद में एक व्यक्ति ने ठगों के झांसे में आकर पौने 7 लाख रुपये गँवा दिए. साइबर थाने में इसकी शिकायत दी गयी है.
पीड़ित अजीत सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी का IDFC First बैंक में सेविंग अकाउंट है जिसमें उनका ही बिले नंबर रजिस्टर्ड है. 10 फरवरी को उनके मोबाइल पर एक व्यक्ति का फोन आया जिसनें उन्हें KYC अपडेट करने के लिए कहा.
ठग ने उन्हें SMS के जरिये एक लिंक भेजा और लिंक पर क्लिक करके KYC अपडेट करने के लिए कहा, अजीत सिंह उसके झांसे में आ गए और लिंक पर क्लिक करके अपनी कस्टमर आईडी, बैंक अकाउंट नंबर आदि जानकारियां दे दीं.
उसके एक घंटे में अजीत सिंह की पत्नी के खाते से 4 बार 1-1 लाख, कई बार 25 हजार, 90000 और 50000 करके कुल पौने 7 लाख रुपये उड़ा लिए गए.
जब अजीत सिंह के मोबाइल पर डेबिट का SMS आने लगा तो उनके होश उड़ गए, उन्होंने फटाफट बैंक के कस्टमर केयर पर फोन करके अपना अकॉउंट सीज करने के लिए गया लेकिन जब तक बैंक कार्यवाही करता उनके अकाउंट से पौने 7 लाख रुपये ठगों के कई खातों में क्रेडिट हो चुके थे.
इसके बाद पीड़ित ने फरीदाबाद साइबर थाने में शिकायत दी और कार्यवाही करने की अपील की, फिलहाल मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है, साइबर थाना ने जांच करके मुकदमा दर्ज करने का भरोसा दिया है.
कैसे होता है लिंक के जरिये फ्रॉड
दरअसल ठग लोग लिंक के जरिये कोई APP शिकार के मोबाइल में डाउनलोड कर देते हैं या यूं कहें तो शिकार का फोन हैक कर लेते हैं, ये ठग, डाऊनलोड किए गए ऐप, जैसे Any Desk, QuickSupport अन्य से आपके फ़ोन स्क्रीन को रेमोटेली देख लेते हैं और आपके कार्ड, सीवीवी, ओटीपी, UPI PIN, आदि चुरा कर लाखों रुपए उड़ा लेते हैं।
कई बार ठग लोग शिकार का फोन हैक करके इंटरनेट बैंकिंग अकाउंट और पॉसवर्ड क्रिएट कर लेते हैं, शिकार के फोन पर जो भी OTP आता है वो ठग देखते रहते हैं और इंटरनेट बैंकिंग के जरिये शिकार के खाते का पैसा अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं.
QR कोड स्कैन करने से बचें
ठग लोग कुछ लालची शिकारों को उनके खाते में पैसे भेजने का लालच देकर उन्हें QR Code भेजते हैं, लालची शिकार सोचते हैं कि QR Code स्कैन करने से क्या होगा, चलो कर ही लेते हैं, हो सकता है कि मेरे खाते में कुछ पैसे आ जांय। यही सोचकर लालची शिकार QR Code स्कैन करते हैं लेकिन उनके खाते से पैसे साफ कर दिए जाते हैं. उसके बाद लालची शिकार पूरी उम्र पछताते रहते हैं.
लॉटरी खुलने का लालच देकर हो रही ठगी
ठग लोग एक तरीका और अपना रहे हैं, लालची लोगों को फोन करके कहा जाता है कि उनकी 20 लाख रुपये की लॉटरी लगी है. लालची लोग खुश हो जाते हैं. उसके बाद ठग लालची लोगों को फोन करके कहता है कि हम आपको पैसे भेज रहे हैं लेकिन 10 हजार रुपये प्रोसेसिंग फीस आपको पहले भेजनी है. लालची लोग सोचते हैं कि चलो 10 हजार रुपये इनके खाते में भेज देते हैं आखिर 20 लाख रुपये मिल रहे हैं.
जब ठग को 10 हजार रुपये मिल जाते हैं तो वह लालची शिकार को ब्लैकमेल करना शुरू कर देता है. उसके बाद कहता है कि 20 हजार रुपये और भेजिए ताकि फाइल आगे बढ़ा सकें, फिर कहता है कि 50 हजार रुपये भेजिए, फिर 1 लाख भेजिए। ऐसा कहकर कई लाख रुपये ऐंठ लेते हैं. जब लालची शिकार पैसे देने से इंकार कर देता है तो ठग लोग कहते हैं - पांच लाख दे चुके हैं, 20 हजार रुपये की बात और है, वरना आपके 5 लाख बर्बाद हो जाएंगे, भेज दीजिये।। ऐसी बातें करके ठग लोग लालची शिकारों का घर तक बिकवा लेते हैं. कुछ लोग लालच में इतने अंधे हो जाते हैं कि उधार लेकर भी ठगों को पैसे देते हैं और फिर पुलिस थानों के चक्कर काटते रहते हैं और सारी उम्र पछताते रहते हैं.
हमारी अपील यही है कि विल्कुल भी लालच ना करें, किसी भी QR Code को स्कैन ना करें, SMS पर या Whastapp पर किसी अज्ञात लिंक पर क्लिक ना करें और ना ही बैंक डिटेल दें. OLX पर सामान भेजने से पहले अगर कोई आपने पैसे मांगे तो विल्कुल भी ना दें क्योंकि वह पक्का फ्रॉड है. सावधान रहकर ही साइबर ठगों से बचा जा सकता है.