रावल इंस्टीट्यूशंस द्वारा वार्षिक इंटर कालेज स्पोट्र्स मीट रावालिंपिक्स 2023 का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में दिल्ली एनसीआर के 20 से अधिक विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के 600 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। उत्सव की शुरुआत रावल इंस्टीट्यूशंस के प्रशासक अनिल प्रताप सिंह ने मशाल जला कर की। ध्वजारोहण समारोह के बाद, भाग लेने वाले संस्थानों के ध्वज हवा में लहराए गए।
अपने- अपने संस्थान के रंग में रंगे हुएएथलीटों और प्रतिभागियों ने, ईमानदारी से प्रतिस्पर्धा करने,अपनेविरोधियों का सम्मान करने और पूरे आयोजन के दौरान खेल कौशल के वास्तविक सार को पूरी ईमानदारी से बनाए रखने की शपथ ली। रावालिंपिक्स 2023 में विभिन्न प्रकार की रुचियों और प्रतिभाओं को ध्यान में रखते हुए खेल आयोजनों की एक विस्तृत श्रृंखला का प्रदर्शन किया गया । वॉलीबॉल कोर्ट पर तेज़ स्पाइक्स से लेकर टेबल टेनिस टेबल पर बिजली की तेज़ वॉली तक, हर मैच प्रतिभागियों के समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रमाण दिख रहा था। उत्साही भीड़ और जोशीले समर्थकों के साथ माहौल उत्साहपूर्ण था, जिससे उत्साह और खेल भावना का माहौल बना जो वास्तव में रावलिपिक्स खेल भावना को परिभाषित करता है।
जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (वाईएमसीए), फरीदाबाद ने वालीबाल और कबड्डी का रोमांच भरा फाइनल जीता, के आर मंगलम विश्वविद्यालय, गुड़गांव ने बास्केटबॉल का फाइनल मैच जीता I शतरंज में पुरुष वर्ग में वाईएमसीए के शिवम वर्मा ने स्वर्ण पदक और यश ने रजत पदक जीता और महिला वर्ग में अरावली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट की भूमिका ने स्वर्ण पदक और वाईएमसीए की खुशमीत कौर रजत पदक जीता I टेबल टेनिस में पुरुष वर्ग में के आर मंगलम विश्वविद्यालय, गुड़गांव के देव मेहलावत ने स्वर्ण पदक और रितिक ने रजत पदक और महिला वर्ग में एपीजे सत्य यूनिवर्सिटी की अमृता घोष ने स्वर्ण पदक और चारु ने रजत पदक जीता I
कैरम में पुरुष वर्ग में रावल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के दीपांशु जांगड़ा ने स्वर्ण पदक और सईद मोत्ताकी, दिल्ली कॉलेज ऑफ तकनीकी एंड मैनेजमेंट ने रजत पदक जीता और महिला वर्ग में दिल्ली कॉलेज ऑफ तकनीकी एंड मैनेजमेंट की अनिमा स्वर्ण पदक और रावल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की वंशिका ने रजत पदक जीता I पुरुष वर्ग में सर्वश्रेष्ठ एथलीट रावल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के जतिन को और महिलाओं में के.एल. मेहता दयानंद कॉलेज ऑफ वूमेन फरीदाबाद, तन्नु यादव को घोषित किया गया। डॉ हमबीर सिंह निदेशक, रावल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं होनी जरूरी है क्योंकि खेल हमें तत्काल फैसला करने की क्षमता, दूरदृष्टि, जीतने की इच्छा-शक्ति और खेल को खेल भावना से खेलने की सीख देते हैं। ये व्यक्तित्व में निखार भी लाते हैं। कार्यक्रम के अंत में डॉ राजेश तिवारी, निदेशक - रावल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, और डॉ भावना स्याल - डीन - रावल इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट ने भाग लेने वाले छात्रों को धन्यवाद प्रेषित किया व बधाई दी और उन्हें जीवन में एक खेल अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
Faridabad News: बल्लभगढ़ स्थित महाराणा प्रताप भवन में क्षत्रिय सभा (बल्लभगढ़), अनंत सद्भावना ट्रस्ट व एसएसबी अस्पताल के सहयोग से आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर में 200 लोगों ने अपने स्वासथ्य की जांच कराई। अस्पताल के डायरेक्टर डा. सिद्धांत बंसल ने जाँच शिविर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर डॉ. सिद्धांत बंसल द्वारा ''स्वस्थ हृदय'' पर एक व्याख्यान भी आयोजित किया गया, जिसमें उन्होंने स्वस्थ हृदय का महत्व और हृदय को स्वस्थ रखने के टिप्स साझा किए। इसके उप्रान्त डॉक्टरों की टीम ने लोगों की ईसीजी, मधुमेह, व रक्त चाप की जांच की। क्षत्रिय सभा बल्लबगढ़ के महासचिव राजकुमार गौड़ ने मंच संचालन किया l इस मौके पर अनंत सद्भावना ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री उदय वीर सिंह ने अपने संबोधन के दौरान
एसएसबी अस्पताल के इस प्रयास की सराहना की और भविष्य में ऐसे और कार्यक्रमों के आयोजन की कामना की. इस मौके पर अनंत सद्भावना ट्रस्ट के सतेंदर सिंह, अंशू सिंह, अनिल प्रताप भी मौजूद रहे। अंत में क्षत्रिय सभा बल्लबगढ़ के उपIध्यक्ष खैमी ठाकुर ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।
Faridabad News: रावल इंस्टीटयूशन में स्थित रावल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट में हाउसकीपिंग सप्ताह मनाया गया l इस कार्यक्रम को होटल मैनेजमेंट के छात्रों के लिए आयोजित किया गया l कार्यक्रम के अंतर्गत इस कोर्स को कर रहे बहुत से छात्रों ने विभिन क्रियाओं में अपना उत्साह प्रदर्शित किया l कार्यक्रम का मुख्य उददेश्य छात्रों को अपने तथा अपने कार्यों के प्रति एक जिम्मेवार व्यक्ति के रूप में सामने लाना था l कार्यक्रम के पहले दिन घर पर सफाई करते हुए अपनी सेल्फी लेना प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसे कॉलेज के छात्रों ने बखूबी निभाया l इसके तहत कॉलेज प्रागण में ही फूल सजावट की वर्कशॉप का आयोजन हुआ जिसमे यह बताया गया की किस प्रकार से हम भिन्न भिन्न फूलों की सहायता से टेबल, कमरे तथा कॉर्नर्स की सजावट कर सकते है l कार्यक्रम के दौरान को टॉवल आर्ट से सम्बंधित वर्कशॉप की व्यवस्था की गयी जिसकी सहायता से छात्रों ने यह सीखा की एक तोलिये को सजावट के रूप में किन किन आकृतियों में तब्दील किया जा सकता हैl यह छात्रों को सीखाने के साथ साथ बहुत ही मजेदार तथा आनंद से भरपूर सेशन रहा l छात्र तथा शिक्षक के संबंधों को और मजबूत बनाने हेतु अद्यापकों के ऑफिस सजावट प्रतियोगिता का प्रबंथ किया गया जिसमे छात्रों ने अपने पसंदीदा अद्यापक के ऑफिस को सुन्दर बनाने के उत्तरदायित्व को पूरा किया l कार्यक्रम के एक दिन को कॉलेज के हाउसकीपिंग कर्मचारियों की तारीफ के लिये समर्पित किया गया l इस कोर्स के छात्रों के लिए एक गेस्ट लेक्चर का भी बंदोबस्त किया गया तथा हाउसकीपिंग सप्ताह के आखीरी दिन घर की सफाई प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत छात्रों को अपने घर के किसी एक कमरे को सफाई से पहले तथा बाद में फोटो के जरिये से प्रदर्शित करना था l कार्यक्रम के अंतिम दिन छात्रों को सम्बोधित करते हुए इंस्टीटयूशन के एडमिनिस्ट्रेटर श्री अनिल प्रताप जी ने कहा की जिस प्रकार जीवन के हर क्षेत्र में एक उच्च मानक की व्यवस्था होती है उसी प्रकार होटल मैनेजमेंट के इस कोर्स के छात्रों से भी एक स्वागत योग्य माहौल, विनम्र तथा विश्वसनीय सेवाएं, स्वच्छता तथा सामान्य रख रखाव सुनिश्चित करने की अपेक्षा की जाती है और इसी बात पर जोर देते हुए छात्रों से इस कार्यक्रम के माध्यम से सीखे हुए कार्य तथा कुशलताओं को जीवन में अपनाने के लिए कहा l इसी अवसर पर डॉक्टर राजेश तिवारी, डायरेक्टर रावल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट तथा डॉक्टर भावना सायल, डीन रावल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट भी मौजूद रहे l कार्यक्रम में जीतने वाले छात्रों को इनाम भी दिए गए l
Faridabad News: जकोपुर स्थित, रावल इंस्टीट्यूशन द्वारा 15 सितम्बर 2023 को एम. विश्वरैया के सम्मान में इंजीनियर डे के रूप में मनाया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को देश के इंजीनियरों की तरफ से किए गए अथक प्रयासों और महान दिमाग से नई तकनीकों के प्रयोग के महत्व से था l इस अवसर पर रावल इंस्टीट्यूशन ने भविष्य के इंजीनियर के कौशल निर्माण के लिए पोस्टर प्रदर्शनी तथा वीडियो प्रदर्शनी जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय इंजीनियर्स डे की थीम 'सतत भविष्य के लिए इंजीनियरिंग' पर आधारित था l कॉलेज के छात्रों ने इस प्रतियोगिता में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया l इस प्रतियोगिता के आयोजन के दौरान छात्रों ने इंजीनियरिंग के क्षेत्र में हो रही नयी नयी तकनीकों का प्रयोग पोस्टर के माध्यम से प्रदर्शित किया l वीडियो प्रदर्शन प्रतियोगिता के तहत छात्रों ने इंजीनियर्स का देश के लिए योगदान, आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक इंजीनियरिंग तथा चंद्रयान 3 जैसे विषयों को प्रदर्शित किया l पोस्टर प्रदर्शनी प्रतियोगिता में कुनिका (बी.टेक,सी एस ई,तीसरा सेमेस्टर ) ने प्रथम स्थान तथा तीपति घोष (बी बी ए, प्रथम सेमेस्टर) ने दूसरा स्थान प्राप्त किया l वीडियो प्रदर्शन प्रतियोगिता के अंतर्गत माधव बजाज (बी. एड़, द्वितीय वर्ष ) ने प्रथम स्थान तथा सलोनी
( बी.टेक,सी एस ई,तीसरा सेमेस्टर ) ने दूसरा स्थान पाकर विजय हासिल की l इस अवसर पर रावल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉक्टर हम्बीर सिंह ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा देश को उन्नति की और ले जाने में इंजीनियर्स की बहुत बड़ी भूमिका होती है और इसी जजबे और कड़ी मेहनत से देश के भविष्य को संवार सकते हैl इसी अवसर पर उपस्थित रावल इंस्टिट्यूशंस के एडमिनिस्ट्रेटर श्री अनिल प्रताप सिंह ने भी छात्रों को उनके आत्म विश्लेषण, बेहतर समझ, स्वप्रेरणा और आपसी समन्वय जैसे उनके गुणों को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया l इस अवसर पर डॉक्टर राजेश तिवारी , निदेशक रावल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट तथा डॉक्टर भावना सयाल, डीन रावल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट भी उपस्थित रहे.
रावल इंस्टिट्यूशंस अपने छात्रों में राष्ट्र और राष्ट्र की भाषा और संस्कृति की गरिमा को कायम रखने वाली संवेदनाओं को बनाएं रखने में हमेशा प्रयत्नशील रहा है। इसी प्रयत्न को आगे बढ़ाते हुए रावल इंस्टिट्यूशंस में हिंदी दिवस के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात द्वीप प्रज्जवलन और सरस्वती वंदना से की गई। इंस्टिट्यूशंस में छात्रों के लिए कविता पाठ, भाषण और वाद विवाद प्रतियोगिताओ का आयोजन किया गया। छात्रों ने राष्ट्र भाषा हिंदी- देश का गौरव और सम्मान को कविताओं के माध्यम से प्रस्तुत किया।
राष्ट्र भाषा हिंदी के महत्व पर भाषण प्रतियोगिता में छात्रों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। राष्ट्र भाषा हिंदी के प्रयोग के सकारात्मक और नकारात्मक पक्ष पर वाद विवाद प्रतियोगिता में छात्रों के पक्ष और विपक्ष समूहों ने चर्चा की। भाषण प्रतियोगिता में बीबीए द्वितीय वर्ष के युवराज एवं विशाल ने पहला और दूसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं काव्य प्रतियोगिता में एमबीए द्वितीय वर्ष की रिद्धिमा और बीबीए प्रथम वर्ष की पायल ने पहला और दूसरा स्थान प्राप्त किया। वाद विवाद प्रतियोगिता में बीबीए द्वितीय वर्ष के युवराज, और बीबीए प्रथम वर्ष की वन्शिका एवं स्नेहा के समूह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया ।
प्रतियोगिताओ के विजताओ को नकद पुरस्कार राशि और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्री अनिल प्रताप सिंह, एडमिनिस्ट्रेटर रावल इंस्टिट्यूशंस, डॉ हमबीर सिंह निदेशक, रावल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और डॉ भावना सयाल डीन,रावल इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट उपस्थित थे। डॉ हमबीर सिंह निदेशक, रावल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि 'हिंदी एक राष्ट्रभाषा के रूप में भारत को एक साथ रखता है और भारत की अखंडता और एकता को बनाए रखने के लिए सही समाधान साबित होता है, तो हम एक साथ कहें कि हमें हिंदी भाषी होने पर गर्व है।' कार्यक्रम के अंत में रावल इंस्टिट्यूशंस के एडमिनिस्ट्रेटर श्री अनिल प्रताप ने कहा कि "संस्कृत से संस्कृति हमारी, हिंदी से हिंदुस्तान हमारा । आज, हिंदी दिवस के इस शुभ दिन पर, हम यहां एक भाषा के रूप में हिंदी के मूल्यों और विविधीकरण को मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। हिंदी का महत्व काका कालेकर जैसे बहादुर पुरुषों के नेतृत्व में लंबे और व्यापक अभियानों में निहित है, जिन्होंने अपनी स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए बहुत त्याग किया।"
रावल इंस्टिट्यूशंस में वर्ष 2023 सत्र में प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए रावल परिसर में ओरिएंटेशन कार्यक्रम (प्रारम्भ) का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों और अभिभावकों को कॉलेज के सभी अध्यापकों और कॉलेज की शैक्षिक व परीक्षा की नीतियों से अवगत कराना रहा है। कैंपस में सभी अभिभावकों और छात्रों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम की शुरुवात दीप प्रज्वलन और गणेश वंदना से की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ओ पी नरवाल जी , आईपीएस, ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर श्री अनिल प्रताप सिंह प्रशासक रावल इंस्टिट्यूशंस, डॉ हमबीर सिंह निदेशक, रावल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, डॉ राजेश तिवारी निदेशक , रावल इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट, डॉ सोनल छाबड़ा प्रिंसिपल, रावल कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन और डॉ भावना सयाल डीन,रावल इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट उपस्थित थे। ओ पी नरवाल जी ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम सब इसी धरा से जुड़े है और आप किसी भी कस्बे, गांव या शहर से हैं आप भी मेहनत करके मेरी तरह अपने मुकाम को हासिल कर सकते हैं। छात्रों के लिए उनके माता-पिता तथा उनके अध्यापकों ने जो भी सपने संजोए हैं, उन्हें पूरा करने के लिए एक सही दिशा का चयन करना बहुत जरूरी है।
इस बात पर भी जोर दिया कि हम अपनी सभ्यता और संस्कृति को कायम रखते हुए अपने संस्कारों को भी ना भूले और समाज में फैली हुई कुरीतियों जैसे नशे की लत से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई, पी.वी. सिंधु कल्पना चावला और साक्षी मलिक आदि के उदाहरण प्रस्तुत करते हुए बेटियों को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराने के लिए अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने की बात की। उन्होंने धर्म और मजहब से ऊपर इंसानियत की बात की। कार्यक्रम के अंत में श्री अनिल प्रताप सिंह प्रशासक, रावल इंस्टिट्यूशंस ने कहा कि रावल इंस्टिट्यूशंस शिक्षा के क्षेत्र में नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक सरोकार और राष्ट्र हित के कार्यों में भी विशेष रुचि लेता है।
Faridabad News: शिक्षा के श्रेत्र में उदाहरण स्थापित करते हुए, रावल इंस्टीट्यूशंस ने अपने बी.एड छात्रों को स्कूलों में काम करने वाले अनुकरणीय शिक्षकों के सामने लाने का प्रयास किया। जून माह में रावल इंस्टीट्यूट्स द्वारा ऑनलाइन माध्यम से 'डिजिटल अनुभव मंच' के अंतर्गत देश के विभिन्न हिस्सों से स्कूल शिक्षकों ने बीएड के विद्यार्थियों से बातचीत की और उन्हें ज्ञान लाभान्वित किया।
डिजिटल अनुभव मंच के मुख्य विशेषज्ञ के रूप में अंजना डांग(दिल्ली पब्लिक स्कूल, ग्रेटर फरीदाबाद), डॉ. खुशबू जैन मेहता (राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, झिलमिल कॉलोनी,दिल्ली), दीप्ति सचदेवा (जवाहर नवोदय विद्यालय, भोपाल), मिथलेश चौधरी(मॉडर्न दिल्ली इंटरनेशनल स्कूल,फरीदाबाद), और मनीष कुमार शर्मा (केंद्रीय विद्यालय,आगरा) से रहे। इस मंच द्वारा छात्रों को विशिष्ट क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने का मौका प्रदान हुआ। किसी विषय विशेष के प्रसांगिक विषय पर चर्चा कर के छात्रों ने संबंधित विषय से संबंधित नवीनतम जानकारी और नए कौशल के बारे में सीखा। विशेषज्ञों द्वारा छात्रों को यह जानने भी मदद मिली कि किस तरह वास्तविक कक्षा कक्ष में वह विभिन्न परिस्थितियों का सामना कर सकते हैं तथा इसके साथ सामान्य समस्याओं से संबंधित मार्गदर्शन तथा समाधान भी प्राप्त हुआ। न केवल सोचने और सीखने के नए अफसरों का मौका मिला अपितु नए अवसर तथा चुनौतियों का सामना कैसे करें, यह भी ज्ञान प्राप्त हुआ। इन सत्रों में रावल इंस्टीट्यूशंस के वर्तमान छात्रों के साथ-साथ पूर्व छात्र भी शामिल हुए।
रावल इंस्टीट्यूशंस के प्रशासक श्री अनिल प्रताप सिंह ने कहा कि इस तरह के मंच द्वारा शिक्षा के ज्ञानात्मक तथा भावात्मक उच्च उद्देश्यों की प्राप्ति की जाती है। तथा उत्तम प्रकार की अधिगम आदत का विकास होता है। रावल कॉलेज ऑफ एजुकेशन की प्रिंसिपल डॉ. सोनल छाबड़ा ने कहा की नेटवर्किंग की ये श्रृंखलाएं छात्रों को उनके पेशेवर जीवन में आगे बढ़ने में मदद करती हैं। और किसी नए विषय के बारे में बात करना और सीखना छात्रों को विषय से संबंधित नए क्षेत्रों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। छात्र शोध करने और नई चीजें सीखने के लिए प्रेरित महसूस करेंगे। जिससे उनका आत्मविश्वास, प्रदर्शन और उत्पादकता बढ़ती है। तथा रावल इंस्टीट्यूशंस भविष्य में सक्रिय भागीदारी से छात्रों के लिए नवीनतम कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा।
रावल इंस्टीट्यूशंस हमेशा से ही शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति और साथ ही साथ समाज और देश के हित के प्रति अपने उत्तरदायित्व के के प्रति सचेत रहा है। इसी श्रृंखला में रावल इंस्टीट्यूशंस में बी.टेक के छात्रों के लिए विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर प्रेरणादायक सत्र का अयोजन किया गया। विश्व रक्तदाता दिवस 2023 का नारा/ थीम “खून दो, प्लाज्मा दो, जीवन बांटो, बार-बार बांटो” है।
कार्यक्रम की शुरुवात द्वीप प्रज्वलन से की गई। इस सत्र में मुख्य अतिथि डॉ. हेमंत अत्रि,सर्जन ESIC हॉस्पिटल ,फरीदाबाद और सामाजिक कार्यकर्ता, और चांदनी आज़ाद अली, संस्थापक/अध्यक्ष, वूमेन पावर एनजीओ थे । इस अवसर पर डॉ. हेमंत अत्रि ने कहा कि नियमित रक्तदान करना शरीर के लिए लाभकारी होता है। रक्तदान करने की आदत आपको कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों के खतरे से बचा सकती है। इसके अलावा सबसे आवश्यक बात, रक्तदान को लेकर चली आ रही अफवाहों के बारे में उन्होंने स्पष्ट किया कि इससे बिल्कुल कमजोरी नहीं आती है। रक्तदान पूरी तरह से सुरक्षित है। इस पुनीत कार्य में उनके परिवार का भी सराहनीय योगदान रहा है।
डॉ. हेमंत अत्रि ने सभा में उपस्थित सभी को शपथ दिलवाई कि जब भी कभी किसी को रक्त की जरूरत होगी, अपने खर्चे पर बिना किसी लोभ, लालच के, जाति-धर्म के भेदभाव से मुक्त होकर रक्तदान करूंगा, की शपथ दिलाई। चांदनी आज़ाद अली ने अपनी जीवन-यात्रा के अनुभवों को सांझा करके सभी को रक्तदान करने और इसके बारे में जागरूकता फैलाने के प्रयास करने के लिए प्रेरित किया। डॉ. हम्बीर सिंह, डायरेक्ट (आर.आई.ई.टी.) ने बताया कि विश्व रक्तदाता दिवस 2023 का नारा नियमित रूप से रक्त और रक्त उत्पादों की सुरक्षित और टिकाऊ आपूर्ति बनाने के लिए रक्त या रक्त प्लाज्मा देने के महत्व पर प्रकाश डालता है जो हमेशा दुनिया भर में उपलब्ध हो सकता है, ताकि सभी जरूरतमंद रोगियों को समय पर जीवन रक्षक उपचार मिल सके। रावल इंस्टीट्यूशंस के प्रशासक अनिल प्रताप सिंह ने कहा की वैश्विक स्तर पर समय पर खून न मिल पाने के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। भारत में भी रक्त की कमी का मामला एक गंभीर विषय रहा है और इस जोखिम को देखते हुए रावल इंस्टीट्यूशंस हमेशा से ही लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करता रहता है। इस अवसर पर बी.एड. कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ सोनल छाबड़ा ने कहा कि वक्त का हर क्षण और रक्त का हर कण अमूल्य होता है।
Faridabad News: रावल इंस्टिट्यूशंस का मुख्य उद्देश्य छात्र अध्यापकों में शिक्षण की गुणवत्ता को विकसित करके राष्ट्र के विकास में गुणवत्तापूर्ण शिक्षक प्रदान करना रहा है। बी.एड. के द्वितीय वर्ष में स्कूल अनुभव कार्यक्रम बी.एड.पाठ्यक्रम का एक अभिन्न अंग है। स्कूल अनुभव कार्यक्रम में छात्र अध्यापकों को स्कूल के वास्तविक वातावरण में शिक्षण करने का अवसर प्रदान किया जाता है ताकि वहां के अनुभव को प्रयोग करके छात्र अध्यापक एक अच्छे अध्यापक बन सके।
इस कार्यक्रम के तहत रावल कॉलेज ऑफ एजुकेशन द्वारा छात्र अध्यापकों को विभिन्न सरकारी स्कूलों में शिक्षण करने का अवसर प्रदान किया गया। जहां पर उन्होंने उत्तम शिक्षण के कौशल को अपने अंदर विकसित किया साथ ही साथ छात्र अध्यापकों ने अनेक पाठ्य सहगामी क्रियाओं का भी आयोजन किया।
गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, ओल्ड फरीदाबाद में वैशाखी के अवसर पर एकल नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सराय ख्वाजा में पृथ्वी दिवस के अवसर पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 28 में अन्तर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस के अवसर पर एकल नृत्य और ग्रुप नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
रावल कॉलेज ऑफ एजुकेशन द्वारा इन प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विजेताओं को प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए l रावल कॉलेज ऑफ एजुकेशन की प्रधानाचार्या डॉ सोनल छाबड़ा ने कहा कि स्कूल अनुभव कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्र अध्यापकों में शिक्षण की क्षमता, शिक्षक संवेदनशीलता और छात्र-शिक्षकों की निरंतर भागीदारी का विकास करना, छात्र-अध्यापक को समाज के बहुसांस्कृतिक संदर्भों से अवगत कराना और शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के माध्यम से छात्र-शिक्षकों की सैद्धांतिक समझ को विकसित करना है।
रावल इंस्टीट्यूशंस के प्रशासक अनिल प्रताप सिंह ने कहा कि रावल कॉलेज ऑफ एजुकेशन हमेशा से ही छात्र अध्यापकों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण की क्षमता विकसित करने के साथ साथ उनके व्यक्तित्व के बहुमुखी विकास में भी हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।
फरीदाबाद : ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर -79 में स्थित एमरॉल्ड कान्वेंट स्कूल की कक्षा बारहवीं का सीबीएसई परीक्षा का परिणाम शानदार रहा है। स्कूल के छात्र सूर्यावीर सिंह चंदीला ने कामर्स स्ट्रीम में 96 % अंक प्राप्त करके स्कूल में प्रथम स्थान प्राप्त किया। सूर्यावीर सिंह ने सभी विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और अकाउंटेंसी विषय में पूरे 100 अंक प्राप्त करते हुए रिकॉर्ड कायम किया।
सूर्यावीर सिंह चंदीला को एमरॉल्ड ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स के चेयरमैन व स्कूल की प्रधानाचार्या सहित अन्य शिक्षकों ने बधाई दी। सूर्यावीर सिंह के पिता पंकज चंदीला ने अपने बेटे के शानदार प्रदर्शन पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि सूर्यावीर सिंह ने कड़ी मेहनत व लगन के अलावा स्कूल द्वारा दी गई बेहतरीन शिक्षा के कारण आज यह मुकाम हासिल किया है आज बेटे के शानदार प्रदर्शन से हमारा परिवार व समस्त बड़ौली ग्रामवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे है। उन्होंने स्कूल के चेयरमैन, प्रिंसिपल व सभी शिक्षकों का धन्यवाद किया। सूर्यावीर सिंह चंदीला ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के अलावा एमरॉल्ड ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स के चेयरमैन श्री शील चंदीला, प्रधानाचार्य श्रीमती रेखा जेटली, क्लास टीचर श्रीमती पूनम हसीजा सहित अन्य सभी शिक्षकों को दिया।
भारत सरकार सभी आयु वर्गों के बीच वित्तीय साक्षरता की ओर जोर दे रही है और संस्थानों को इसमें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। जकोपुर स्थित रावल इंस्टीट्यूशंस के बी.एड के छात्रों ने विभिन्न सरकारी तथा प्राइवेट स्कूलों में 'वित्तीय साक्षरता' का पाठ पढ़ाया, जिसके तहत ना सिर्फ स्कूल के छात्रों को वित्तीय फ्राड से बचने के तरीके बताए गए, बल्कि किस तरह से बचत करें इसकी भी जानकारी दी गई।
रावल इंस्टीट्यूशंस का मानना है कि दुनिया भर में तेजी के साथ पैसों का बहाव हो रहा है और किसी के जीवन में सही तरीके से वित्तीय निर्णय लेने के लिए इस प्रबंधन को समझना बेहद जरूरी है इसलिए वित्तीय साक्षरता विभिन्न वित्तीय कौशलों को समझने और प्रभावी ढंग से उपयोग करने की क्षमता रखता है। इस उद्देश्य से रावल कॉलेज ऑफ एजुकेशन के छात्र अध्यापकों ने विभिन्न सरकारी तथा प्राइवेट स्कूलों में सरकारी तथा प्राइवेट स्कूलों में वित्तीय साक्षरता अभियान का आयोजन किया, जिनमें से कुछ हैं – गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल (ओल्ड फरीदाबाद), गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल (सराय ख्वाजा), गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल (सेक्टर 28) और संकल्प कान्वेंट स्कूल I
इन अभियानों में स्कूल के छात्रों को वित्तीय लेनदेन, निवेश और फ्राड से बचने के बारे में प्रशिक्षित किया गया I रावल कॉलेज ऑफ एजुकेशन की प्राचार्य डॉ सोनल छाबड़ा का कहना है कि "वित्तीय-शिक्षा" का विस्तार करना हमारा फ़र्ज़ और कर्त्तव्य दोनों है जिससे हमारे साथ-साथ सभी का आर्थिक कल्याण हो सके तथा वर्तमान एवं भविष्य की बढ़ती हुई "वित्तीय-समस्याओं" का समाधान हो सके I रावल इंस्टीट्यूशंस के प्रशासक अनिल प्रताप सिंह ने रावल कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि हमें समस्या का नहीं, बल्कि समाधान का हिस्सा बनना है -तो हमें यह जिम्मेदारी निभानी ही होगी I
रावल इन्स्टिटूशन, फरीदाबाद हमेशा ही नवीन कौशल ओर कला के विकास के हमेशा प्रयासरत रहता है। आज के इस तेज़ी से बदलते परिवेश में इंडस्ट्री की नवीन टेक्नॉलजी के बारे में इन्स्टिटूशन में क्लास रूम टीचिंग के साथ—साथ छात्रों में प्रैक्टिकल अनुभव की क्षमता को बढ़ाने के लिए निरंतर इंडस्ट्रियल विजिट का आयेाजन किया जाता है।
इंडस्ट्रियल विजिट छात्रों को कार्यस्थल वातावरण बनाने के लिए जरूरी अवयवों के बारे में जीवान्त अनुभव कराती है, जो कि प्रोफेशनल कोर्स के छात्रों में बहुमुखी प्रतिभा के विकास के लिए आवश्यक है। इसी कड़ी में इस सेमेस्टर में इंजीनियरिंग के छात्रों ने नेतवोर्क बुल्ल्स (गुरुग्राम), इम्पीरीयल ऑटो इंडस्ट्रीज़ (फ़रीदाबाद), बनास डेरी (फ़रीदाबाद) का दौरा किया जबकि होटल मैनज्मेंट के छात्रों ने होटल रेडिसन ब्लू (फ़रीदाबाद), और मैनज्मेंट के छात्रों ने मदर डेरी (न्यू दिल्ली) जैसी कई इंडुस्ट्रीज़ का दौरा किया।
छात्रों ने ग्राहकों से प्रापत डिमांड के आधार पर आपूर्ति श्रृंखला, गतिशीलता, बाजार संबंधों तथा प्रोडक्शन लाइन गतिविधियों के उच्चस्तरीय कामकाज के बारे में जाना। छात्रों द्वारा इंडस्ट्रियल विजिट की सराहना की जाती है क्योंकि वे छात्रों को पेशेवर दुनिया की वास्तविकताओं से अवगत कराते हैं। रावल इंस्टीट्यूशंस के प्रशासक अनिल प्रताप सिंह ने कहा कि प्रैक्टिकल लाइफ और छात्रों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए उन्हें इंडस्ट्रीयल विजिट पर लाया गया है। इस प्रकार के विजिट से बच्चों में काम को लेकर आत्मविश्वास बढ़ता है।
पलवल, 28 अप्रैल: रतन इंस्टीटयूट ऑफ टेकनोलॉजी एंड मैनेजमेंट कॉलेज, सेवली, नजदीक मुंडकटी चौक, पलवल में 30 अप्रैल रविवार को रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा। रोजगार मेला को लेकर गुरुवार को कॉलेज हाल में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। रोजगार मेले के बारे में इंस्टीटयूट ऑफ टेकनोलॉजी एंड मैनेजमेंट कॉलेज के चैयरमेन यशवीर डागर ने विस्तार से जानकारी दी, उन्होंने बताया कि RITM द्वारा पहली बार इतने बड़े स्तर के रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है, मेला में राष्ट्रीय कंपनियां भाग ले रही हैं।
उन्होंने कहा, मेले का मुख्य मकसद यहां के युवाओं को रोजगार मुहैया कराना है। 30 अप्रैल को आयोजित होने वाले इस रोजगार मेले के लिए कोई रजिस्ट्रेशन फीस नहीं रखी गई है, कोई भी विद्यार्थी कहीं से भी आकर निशुल्क रोजगार मेला में भाग ले सकता है, इस रोजगार मेले में वास्मे, पीएचडी चेंबर, कजारिया, इंडियन ऑयल समेत कई नामी कंपनियों द्वारा कैंपस से ही छात्रों को सीधे रोजगार उपलब्ध कराने के लिए इंटरव्यू लिया जाएगा। इंटरव्यू में चयनित छात्र-छात्राओं को मौके पर ही जॉइनिंग लैटर दिया जाएगा।
अभी तक करीब 1000 बच्चे रोजगार मेले के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं और 1500 बच्चों के इस मेले में पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। रोजगार मेला में बीटेक, एमटेक, बीबीए, एमबीए, एमसीए, बीसीए, डिप्लोमा आईटीआई और दूसरे कोर्सो से जुड़े बच्चे भाग ले सकते है। रोजगार मेले के लिए किसी प्रकार से कोई फीस नहीं ली जा रही है। रोजगार मेले से यहां के बच्चों को सीधा बड़ी कंपनियों से जुड़ने का मौका मिलेगा और जो बच्चे पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने घर पर बैठे हुए हैं वह भी रोजगार मेले में भाग ले सकते हैं।
प्रेस वार्ता के दौरान कॉलेज की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अरुण डालमिया, वास्मे कम्पनी से डॉक्टर धरीज चड्डा, डॉक्टर राजेश, डॉक्टर सुरेश, कालेज प्रिंसिपल प्रियंका और पायल मदान सहित अन्य स्टाफ के लोग मौजूद रहे।
इस अवसर पर श्री सुरेंद्र सिंह, प्रभारी पुलिस चौकी सिकरोना, फरीदाबाद भी मौके पर मौजूद रहे। आर.आई.ई.टी के डायरेक्टर डॉ हमबीर सिंह और डॉ. राजेश तिवारी, डायरेक्टर (आर.आई.एम) ने अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
श्री सुरेंद्र सिंह ने छात्रों से मोटर वाहन अधिनियम के बारे में बात की और कहा कि छात्रों को वाहन चलाते समय सभी नियमों का पालन करना चाहिए।
श्री राजेश चेची ने छात्रों को भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों को विनम्र रहने और सहानुभूति की भावना रखने के लिए प्रेरित किया।
अंत में रावल इंस्टीट्यूशंस के प्रशासक अनिल प्रताप सिंह ने अपना बहुमूल्य समय देने और छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए अतिथियों का धन्यवाद किया।
रावल इंस्टिट्यूशन में हमेशा से ही विद्यार्थियों की सुरक्षा तथा जागरूकता के महत्वपूर्ण कदम में अग्रसर रहा है। इसी उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए रावल इंस्टिट्यूशन ने जोनल प्रशिक्षण संस्थान (एन ए सी आई एन), दिल्ली के साथ मिलकर "इंडियन कस्टम तथा ड्रग्स जागरूकता" पर छात्रों और शिक्षकों के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रुप में श्री प्रकाश वीर सिंह मीना (आई आर एस) एडीशनल कमिश्नर, सेंट्रल बोर्ड आफ इनडायरेक्ट टैक्स एवं कस्टम, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार तथा श्री आदित्य सिंह यादव (आई आर एस )डिप्टी कमिश्नर, सेंट्रल बोर्ड आफ इनडायरेक्ट टैक्स एवं कस्टम, वित्त मंत्रालय ,भारत सरकार आमंत्रित थेl
डॉ राजेश तिवारी डायरेक्टर (आर आई एम) ने वक्ताओं का स्वागत किया। श्री आदित्य सिंह यादव जी ने इस बड़े ही अहम मुद्दे को प्रमाणित तथ्यों को आधार बनाकर विद्यार्थियों के सामने प्रस्तुत किया जिसका मुख्य उद्देश्य आज के समय में चल रही इस बुरी लत को युवा पीढ़ी से दूर रखना था जो उनके भविष्य को गर्त में ले जा सकती है। इसी मुद्दे पर गंभीर चर्चा के रूप में श्री प्रकाश वीर सिंह मीना जी ने अपनी विचारधारा से अवगत करवाते हुए कहा कि नशे से शारीरिक पतन और मानसिक पतन के साथ मनुष्य का सामाजिक हानि भी होती है।
कार्यक्रम के अंत में रावल इंस्टिट्यूशन के प्रशासक अनिल प्रताप सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि रावल इंस्टिट्यूशन अपने इन्हीं प्रयासों से समाज में नशे की फैल रही भयावह और वास्तविक स्थितियों से विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा ताकि वे जागृत नागरिक के रूप में आगे आए और देश के भविष्य को सुरक्षित बनाने में अपना योगदान दें।
बीएचएमसीटी के चौथे सेमेस्टर में ज्योति आर्य ने 70.12% के साथ द्वितीय स्थान, बीएचएमसीटी के दूसरे सेमेस्टर में सार्थक ठाकुर ने 70.63% के साथ द्वितीय स्थान तथा चंचल ने छठा स्थान प्राप्त करके अपनी मेहनत का शानदार प्रदर्शन किया । रावल संस्था के प्रशासक अनिल प्रताप सिंह ने विद्यार्थियों को बधाई दी । इस अवसर पर डॉक्टर राजेश तिवारी, निदेशक रावल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट, ने अपने शिक्षकों के कार्यों की सराहना करते हुए छात्रों के सफलता को और ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए उज्जवल भविष्य के कामना की।
रावल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में सुपर 30 बैच का आरंभ रावल इंस्टीट्यूशंस हमेशा से ही विद्यार्थियो की उन्नति के लिए अग्रसर रहा है। इसी परंपरा को कायम रखते हुए रावल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में सुपर 30 बैच का आरंभ किया गया। इस अवसर पर डॉ ज्योति राणा, डीन, एकेडमिक अफेयर्स, श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी, हरियाणा ने कॉलेज के 30 विद्यार्थियों को बैज द्वारा अलंकृत किया ।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से की गई। उसके बाद डॉ भावना सयाल, एसोसिएट डीन, रावल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, ने सुपर 30 बैच के विषय से अवगत कराया। सुपर 30 बैच का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को कॉरपोरेट वर्ल्ड के लिए तैयार करना है जिसके तहत विद्यार्थियों के विकास के लिए समय-समय पर विभिन्न गतिविधियों जैसे गेस्ट लेक्चर, इंडस्ट्रियल विजिट, केस स्टडी आदि का आयोजन किया जाएगा तथा साथ ही विद्यार्थियों के विकास के लिए उनकी कम्युनिकेशन स्किल तथा इंटरपर्सनल स्किल आदि पर भी विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा।
डॉ ज्योति राणा ने छात्रों की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जाहिर की और विद्यार्थियों को उनके भावी भविष्य के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि अगर मनुष्य के अंदर किसी भी चीज को पाने की लालसा हो तो मंजिल खुद ब खुद उसके पास चली आती है। इस अवसर पर अनिल प्रताप सिंह, प्रशासक रावल इंस्टीट्यूशंस ने कहा कि कॉलेज में सुपर 30 बैच का आरंभ शिक्षा के क्षेत्र में एक नया आयाम स्थापित करेगा।
जकोपुर (बल्लभगढ़ ) स्थित उच्च शिक्षण संस्थान रावल इंस्टिट्यूशन में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के दिन अनिल प्रताप सिंह - प्रशासक, रावल संस्थान, डॉ. हमबीर सिंह - रावल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक और डॉ. राजेश तिवारी - रावल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के निदेशक की उपस्थिति में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।
रावल शिक्षण संस्थान का मानना है कि "आज का विज्ञान कल की तकनीक है।" इस विचार को साकार करते हुए, रावल इंस्टीट्यूशंस हमेशा से ही अपने देश में तकनीकी प्रगति में भागीदारी निभाने में अग्रणी रहा है ताकि तकनीकी क्षेत्र में हमारी संस्था हमारी आने वाली पीढ़ियों पर एक छाप छोड़े जो अपना जीवन उन्नत तरीके से जी सके। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों और विजेताओं को सम्मानित किया गया। वर्किंग मॉडल प्रतियोगिता में टेलीग्राम बॉट के लिए बीटेक सीएसई चतुर्थ सेमेस्टर के सनी झा तथा सूर्यांश सिंह ने तृतीय पुरस्कार, हेमोडायलिसिस के लिए बीएड प्रथम वर्ष की आस्था राणा तथा सिमरन ने द्वितीय पुरस्कार, ब्लूटूथ स्पीकर (मिसाइल) के लिए बीटेक मैकेनिकल के जतिन शर्मा तथा प्रेम रंजन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। पावर पॉइंट प्रस्तुति प्रतियोगिता में मोहम्मद ज़कारिया (बी.टेक सीएसई), आयुष तिवारी (बी.टेक सीएसई) ने तृतीय पुरस्कार, बीटेक सीएसई प्रथम सेमेस्टर के अभिषेक वार्ष्णेय ने द्वितीय पुरस्कार, बीबीए द्वितीय सेमेस्टर के विशाल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
पोस्टर प्रतियोगिता में बी.टेक सीएसई द्वितीय सेमेस्टर के हर्षवर्धन ने तृतीय पुरस्कार, बीटेक सीएसई प्रथम सेमेस्टर के शेखर ने द्वितीय पुरस्कार, बीटेक सीएसई प्रथम सेमेस्टर के साक्षी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस मौके पर डॉ. हमबीर सिंह - रावल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक ने कहा कि विज्ञान वह साधन है जिसने हमें इस दुनिया को बदलने की शक्ति दी है और इसलिए हमें इसका बुद्धिमानी से उपयोग करना चाहिए। अनिल प्रताप सिंह, प्रशासक - रावल संस्थान ने कहा कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस हमारे वैज्ञानिकों की प्रतिभा और तप को सलाम करने का अवसर है। भारतीय विज्ञान निरंतर फलता-फूलता रहे और हमारे युवा मन में विज्ञान के प्रति और भी अधिक जिज्ञासा विकसित हो। इसके साथ उन्होंने सभी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी।