फरीदबाद, 11 मार्च: हर जिले में जिला जनसम्पर्क अधिकारी होते हैं और उनके अंडर में चार पांच लोग काम करते हैं, पूरे डिपार्टमेंट पर सरकार का हर महीनें 5-10 लाख रुपये का खर्चा होता है लेकिन कई जिलों में यह विभाग रोजाना एक प्रेस नोट भी नहीं बनाता, कई जिलों में एक दो दिन में एक प्रेस नोट बनाकर खाना पार्टी कर ली जाती है लेकिन अगर यह विभाग चाहे तो रोजाना एक दर्जन प्रेस नोट बनाकर सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचा सकता है लेकिन इस विभाग के लोग इस पर ध्यान ही नहीं देते।
इस विभाग की लापरवाही और कामचोरी का खामियाजा पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार को भुगतना पड़ा, कई जनकल्याणकारी योजनाओं की सूचना जनता तक पहुंच ही नहीं पायी, भाजपा सरकार को काफी नुकसान हुआ और चुनाव में भाजपा को बहुमत नहीं मिला और जजपा के साथ गठबंधन करके सरकार बनानी पड़ी.
अब हरियाणा सरकार ने जिला जनसम्पर्क विभाग से पूरा काम लेने का मन बना लिया है, सभी जिलों में DIPRO को सोशल मीडिया (फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब अन्य) पर अकाउंट बनाने के आदेश दे दिए गए हैं, इसके साथ ही इन्हें जिले की ब्रेकिंग न्यूज़, लेटेस्ट न्यूज़ और सरकारी योजनाओं की जानकारी अपडेट रखने के आदेश दिए गए हैं.
गुरुग्राम में सूचना, जनसम्पर्क और भाषा वभाग के निदेशक आईएएस पीसी मीणा ने 9 मार्च को प्रदेश के 14 जिलों से आए जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारियों की बैठक बुलाई और सभी अधिकारी सोशल मीडिया पर अपना अकाउंट बनाएं, अपने जिले की ब्रेकिंग न्यूज़ हर समय अपडेट करते रहें, अधिक से अधिक लोगों को अपने साथ जोड़ें और सरकारी योजना, नीतियों और फ्लैगशिप कार्यक्रमों का प्रचार करें।
यही नहीं पीसी मीणा ने यह भी कहा कि DIPRO विभाग न्यूज़ ड्राफ्टिंग के तरीकों में सुधार करे और आधुनिक तरीके अपनाये, सरकार के अच्छे कार्यों की सफलता पर कहानियां और स्टोरी लिखे कर प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को इन स्टोरी से अवगत कराएं।
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