फरीदाबाद: फरीदाबाद में अपहरण कांड का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर लोग हैरान हो गए हैं. एक सुनार के बेटे ने अपने पापा से चार लाख रुपये वसूलने के लिए अपना ही अपरहरण करवा लिया लेकिन उसकी चालाकी धरी की धरी रह गयी, क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 और 48 ने मिलकर सिर्फ 48 घंटे में अपहरण कांड को सुलझा लिया और सुनार के बटे को शकुशल बरामद कर लिया.
आपको बताते चले कि दिनांक 16.01.2019 को घर से शाम को ट्यूशन पढ़ने गए जवेलर के बेटे का बृहस्पतिवार को किसी ने अपहरण कर लिया। घर वालों को इस बात का पता रात में चला जब उनके बेटे के फोन से ही फिरौती के लिए उसके पिता के फोन पर मैसेज आया।
अपहरणकर्ताओं ने उनके बेटे को छोड़ने के ऐवज में चार लाख रूप्ये की मॉग की।
मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त सजंय कुमार एवं उपयुक्त NIT विक्रम कपूर इस इस केस की जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच NIT के प्रभारी इंस्पेक्टर जितेन्द्र कुमार वा क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 के प्रभारी इंस्पेक्टर विमल कुमार को सौंपा.
पुलिस ने ऐसे सुलझाया मामला
पुलिस जांच में पता चला कि अपहरण किये गए बालक ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर बाहर घूमने के लिए प्लान बनाया था। पैसे ना होने के कारण बालक ने अपने अपहरण का नाटक किया ताकि पापा से 4 लाख रुपये वसूल सके.
ज्वेलर्स का बेटा बृहस्पतिवार शाम को ट्यूशन पढ़ने के लिए अपने घर से स्कूटी पर निकला था रास्ते में पहले से ही उसके दोस्त खडे थे। सभी दोस्त दिल्ली चले गए। क्राइम ब्रांच प्रभारी इंस्पेक्टर जितेंद्र यादव और इंस्पेक्टर विमल दोनों की टीम ने सभी मुख्य मेट्रो स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज चेक किए और लड़के की तलाश में जी जान से जुट गए।
लड़के ने अपने आप को अपहरत दिखाने के लिए अपने पिता को वीडियो कॉल भी किया जिसमें लड़के के 3 दोस्त खड़े हैं जिनका शरीर का सिर्फ निचला हिस्सा दिखाई दे रहा है और उनके पैरों में लड़का लेटा हुआ दिखाई दे रहा था।
रात को लडके ने अपने ही फोन से अपने पिता के फोन पर मैसेज करके चार लाख रूप्यों की मांग की। लडके ने अपने पिता को रुपये लेकर बदरपुर बार्डर मेट्रो स्टेशन पर बुलाया था, परंतु पूछने पर बतलाया कि डर की बजह से वो पैसे लेने नहीं आए।
उसके बाद उसने अपने पिता को एम्स हॉस्पीटल दिल्ली बुलाया, उसके बाद कश्मीरी गेट ISBT दिल्ली बुलाया वहां भी यह डर की बजह से पैसे लेने नहीं आए।
लडके ने अपने पिता को रात में काले खॉ बस स्टैण्ड़ पर बुलाया परंतु वहाँ पर भी उसके दोस्त पैसे लेने नहीं आए। फिर लडके ने अपने पिता को छतरपुर मन्दिर बुलाया वा उसके बाद नोएड़ा एक्सप्रैस वे वा आनन्द बिहार बस स्टैण्ड़ के चक्कर कटवाते रहे।
लडका अपने पिता को पुरी रात दिल्ली वा नोएड़ा में घुमता रहा। जो क्राईम ब्रान्च की टीमें भी हर समय बालक के पिता का गुप्त तरीके से पीछा करती रही ताकि कोई हादसा ना हो जाए।
डीसीपी एनआईटी विक्रम कपूर ने बताया कि आज लडके के 2 नाबालिग दोस्तो को क्राईम ब्राच की टीम की लगातार 48 घन्टे की मेहनत से बुलन्दशहर से बरामद किया वा एक को नीलम मैट्रो स्टेशन वा एक को NIT नुम्बर - 2 से बरामद किया गया। पुलिस ने उचित कानूनी कार्रवाई के बाद नाबालिक लड़के को उसके मां-बाप के हवाले किया।
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