फरीदाबाद, 21 मार्च: कोरोना को लेकर अधिक से अधिक जागरूक रहने की जरूरत है, विदेश से वापस लौटने वालों को खुद ही कम से कम 15 दिन तक आइसोलेशन में रहने की जरूरत है क्योंकि वायरस के इन्फेक्शन के बाद 10 - 20 दिन का इन्क्यूबेशन पीरियड होता है, इस दौरान किसी भी तरह के लक्षण नहीं दिखते लेकिन वायरस से संक्रमित व्यक्ति दूसरों को संक्रमित कर सकता है.
इसके अलावा पब्लिक को भी विदेश से लौटे व्यक्तियों से कम से कम 15 दिन तक दूरी बनाकर रखने की जरूरत है. परिवार वालों को भी यही करना चाहिए क्योंकि वायरस से संक्रमित व्यक्ति सबसे पहले अपने पूरी परिवार को संक्रमित करता है.
NIT-5C/27 में विदेश से लौटा युवक भी केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार आइसोलेशन में रह रहा था, किसी ने कण्ट्रोल रूम में सूचना दी जिसके बाद पुलिस आकर उसे जांच के लिए ले गयी और कोरोना के लक्षण नहीं मिलने पर उसे वापस घर भेज दिया गया. युवक खुद ही आइसोलेशन में रहेगा और जब उसे पूरी तरह से कन्फर्म हो जाएगा कि उसे कोरोना का इन्फेक्शन नहीं है तभी वह लोगों से मिलेगा और समझदारी भी इसी में है.
NIT 5 में रहने वाले युवक को अभी कोरोना मरीज नहीं कहा जा सकता, वह सिर्फ विदेश से आया है इसीलिए उसपर नजर रखी जा रही है और जनता को विल्कुल यही करना चाहिए। अगर ऐसे लोगों से कुछ दिनों तक दूरी बनाकर रखी जाय तो हम कोरोना को हरा सकते हैं.
इसके अलावा पब्लिक को भी विदेश से लौटे व्यक्तियों से कम से कम 15 दिन तक दूरी बनाकर रखने की जरूरत है. परिवार वालों को भी यही करना चाहिए क्योंकि वायरस से संक्रमित व्यक्ति सबसे पहले अपने पूरी परिवार को संक्रमित करता है.
NIT-5C/27 में विदेश से लौटा युवक भी केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार आइसोलेशन में रह रहा था, किसी ने कण्ट्रोल रूम में सूचना दी जिसके बाद पुलिस आकर उसे जांच के लिए ले गयी और कोरोना के लक्षण नहीं मिलने पर उसे वापस घर भेज दिया गया. युवक खुद ही आइसोलेशन में रहेगा और जब उसे पूरी तरह से कन्फर्म हो जाएगा कि उसे कोरोना का इन्फेक्शन नहीं है तभी वह लोगों से मिलेगा और समझदारी भी इसी में है.
NIT 5 में रहने वाले युवक को अभी कोरोना मरीज नहीं कहा जा सकता, वह सिर्फ विदेश से आया है इसीलिए उसपर नजर रखी जा रही है और जनता को विल्कुल यही करना चाहिए। अगर ऐसे लोगों से कुछ दिनों तक दूरी बनाकर रखी जाय तो हम कोरोना को हरा सकते हैं.
Post A Comment:
0 comments: