फरीदाबाद: हमारे शहर का नाम पूरी दुनिया में रोशन हुआ है. फरीदाबाद की सैनिक कॉलोनी के रहने वाले रूपम शर्मा का नाम फॉरेन पॉलिसी मैगजीन में दुनिया के टॉप 100 ग्लोबल थिंकर्स की लिस्ट में शामिल हुआ है, इस लिस्ट में मुकेश अम्बानी, बिल गेट्स जैसी हस्तियाँ शामिल हैं.
आपको बता दें कि 23 वर्षीय रूपम शर्मा फरीदाबाद की सैनिक कॉलोनी के रहने वाले हैं, वर्तमान में वह अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में एक सॉफ्टवेर टेक्नोलॉजी कंपनी Eyeluminati के मालिक हैं.
ग्लोबल थिंकर्स की लिस्ट में क्यों शामिल हुए रूपम शर्मा
आपने देखा होगा कि आँखों से दिव्यांग लोग पढने में असमर्थ होते हैं. ऐसे लोग ना तो किताबें पढ़ सकते हैं और ना ही अखबार पढ़ सकते हैं. इन्हीं लोगों की परेशानी को देखते हुए रूपम शर्मा ने एक ऐसा यन्त्र बनाया है जो टेक्स्ट देखकर बोल सकता है. इस यन्त्र का इस्तेमाल करके दिव्यांग लोग बिना देखे हुए भी यन्त्र के जरिये किताब और अखबार पढ़ सकेंगे.
यन्त्र का नाम Manovue जो एक ग्लव है जिसमें एक डिजिटल आँख यानी कैमरा और स्पीकर है, इस ग्लव को जब किसी पेज के ऊपर ले जाते हैं तो यह कैमरा और स्पीकर के जरिये लिखे हुए अक्षरों को बोलता है. यह यन्त्र अभी भी डेवलपमेंट स्टेज में है लेकिन जब यह पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा तो करोड़ों दिव्यांग लोगों को लाभ मिलेगा.
रूपम शर्मा को था इंजीनिरिंग में मॉडलिंग का शौक
रूपम शर्मा आज एक बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी के मालिक हैं लेकिन पांच साल पहले ये फरीदाबाद में ही मॉडलिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाने का सपना देख रहे थे, रूपम शर्मा ने फरीदाबाद के मानव रचना कॉलेज में इंजिनीयरिंग की पढ़ाई शुरू की थी लेकिन पहला साल पूरा होने तक ये रैम्प पर वाक करते थे और मॉडलिंग के क्षेत्र में ही जाना चाहते थे लेकिन अचानक ये अपना शौक त्यागकर टेक्नोलॉजी से प्यार कर बैठे और देखते ही देखते इसी में खो गए. रूपम शर्मा ने पहले अमेरिका में ही एक प्रोजेक्ट शुरू किया और बाद में एक कंपनी Eyeluminati की शुरुआत की.
रूपम शर्मा का जन्म एक मध्यम परिवार में हुआ है, अधिकतर युवकों की तरह उनके सर पर भी परिवार का बोझ उठाने का दबाव था. वह एक आम छात्र की तरह ही फरीदाबाद में रहते थे लेकिन एक दिन इन्होने अपने दोस्त के साथ हरियाणा के ही एक गाँव में शादी का कार्ड बांटते हुए उन्होंने देखा कि एक बूढ़ी औरत को खाट से बांधा गया है. जब उन्होंने इसका कारण पूछा तो घर वालों ने बताया कि यह महिला क्रेजी है, अपने बच्चों को भी नहीं पहचानती, यह कहीं खो ना जाए इसलिए इसे बांधकर रखा गया है. रूपम शर्मा उस बूढ़ी औरत की मदद तो नहीं कर सके लेकिन बाद में उन्होंने एक Position Tracker Device बनाया जो अपने चिर-परिचितों के दूर जाने पर अलर्ट मैसेज भेजता है ताकि उन्हें गुम होने से बचाया जा सके, यह यन्त्र रूपम शर्मा का पहला सफल प्रोजेक्ट था.
इसी तरह से जब रूपम ने आँखों से दिव्यांग लोगों की परेशानी देखी तो उनके दिमाग में ऐसा यन्त्र बनाने का ख्याल आया जिसके जरिये टेक्स्ट को स्पीच में कन्वर्ट किया जा सके. इसके बाद रूपम शर्मा और उनकी टीम ने प्रोजेक्ट शुरू किया और Manovue नामक यन्त्र बनाया.
क्या कीमत है Manovue की
इस यन्त्र की कीमत $28 (Rs 1,980) के आसपास है और इसकी अधिकतम कीमत $650 तक हो सकती है लेकिन रूपम शर्मा इस यन्त्र के जरिये लोगों की सेवा करना चाहते हैं इसलिए पैसा उनके लिए बड़ी बात नहीं है, कीमतें कम भी हो सकती हैं. इस यन्त्र का इंडिया और अमेरिका में टेस्ट किया जा चुका है, अभी यह डेवलपमेंट स्टेज में है लेकिन जल्द ही इसे लांच कर दिया जाएगा.
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