फरीदाबाद, 19 नवम्बर: जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान और वकील एल एन पाराशर ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बयान पर प्रतिक्रिया दी है, CM खट्टर ने आज एक रैली में बयान देते हुए कहा था कि हमारी सरकार ने हरियाणा को खुले में शौच मुक्त कर दिया है, सभी घरों में शौचालय बनवा दिए हैं, अब जनता खुले में शौच करने नहीं जाती.
इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए एल एन पाराशर ने कहा - मुख्यमंत्री का दावा गलत है, गाँवों में तो लोग खुले में शौच करने जाते ही हैं, मैंने फरीदाबाद शहर में भी कई लोगों को खुले में शौच करते हुए देखा है, रेलवे लाइन पर रोजाना हजारों लोग खुले में शौच करते देखे जाते हैं. फरीदाबाद के सभी सेक्टरों में जन-शौचालय बनवाया चाहिए ताकि लोगों को खुले में शौच करने के लिए ना जाना पड़े, मैंने बायपास रोड पर भी लोगों को खुले में शौच करते देखा है. खुले में शौच करने से कई बीमारियाँ फैलती हैं और प्रदूषण बढाने में भी इसकी भूमिका है.
उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि हाल ही में तिगांव विधानसभा क्षेत्र में युवती खुले में शौच करने गयी तो उसके साथ रेप की वारदात हुई. अगर मुख्यमंत्री सही बोल रहे हैं तो गाँव की महिलाएं खुले में शौच करने के लिए क्यों मजबूर हैं.
एल एन पाराशर ने कहा कि हरियाणा सरकार शौचालय बनवाने का पैसा तो दे रही है लेकिन वह पैसा भ्रष्ट सरपंच और अधिकारी मिलकर खा ले रहे हैं, सिर्फ कागजों पर शौचालय दिखा दिए जाते हैं और पैसा लूट लिया जाता है, उन्होंने बताया कि हमने हाल ही में एक RTI निकलवाई है जिसमें हरियाणा सरकार ने कई परियोजनाओं के लिए पैसा दे रखा है लेकिन वहां पर काम ही नहीं शुरू किया गया है. पैसे का सही इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है.
उन्होंने हरियाणा सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि लोगों को शौचालय के इस्तेमाल के बारे में जागरूक करना चाहिए, बच्चों के पाठ्यक्रम में इसे शामिल किया जाना चाहिए और उन्हें खुले में शौच करने के दुष्परिणामों के बारे में बताना चाहिए. इसके अलावा कागजों पर हुए कामों का सर्वे करके दोषी लोगों पर कार्यवाही करनी चाहिए.
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