फरीदाबाद, 8 अक्टूबर: जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान और वरिष्ठ वकील एल एन पाराशर ने तहसील को भ्रष्टाचार और घूसखोरी मुक्त करने का अभियान शुरू किया है. उन्होंने आज कोर्ट के युवा वकीलों को रजिस्ट्रेशन एक्ट की किताबें बांटीं ताकि वकीलों को मकान-प्लाट की रजिस्ट्री से सम्बंधित नियम-कानूनों की जानकारी हो सके.
वकील एल एन पाराशर ने बताया कि तहसील में खुलेआम घूसखोरी चल रही है, तहसीलदार लोग अपने ऑफिस में नहीं होते और किसी डीलर के ऑफिस में बैठकर वहीँ से घूस लेकर रजिस्ट्री को फाइनल करते रहते हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि तहसीलदार युवा वकीलों के सामने अपना रौब झाड़ते हैं, दलाल लोग उनके ऑफिस में बैठते हैं जबकि युवा वकील लाइनों में लगते हैं तो भी उनके काम नहीं किये जाते.
इसी वजह से आज वकील एल एन पाराशर ने कोर्ट के युवा वकीलों को रजिस्ट्रेशन के एक्ट की किताबें बांटीं ताकि रजिस्ट्री कराने में वे एक्सपर्ट बन सकें और तहसीलदार उनके सामने रौब ना झाड सकें. इस अवसर पर सैकड़ों वकीलों ने किताब ली और उसे पढ़कर एल एन पाराशर के सपने को पूरा करने का भरोसा दिया.
वकील पाराशर ने बताया कि तहसीलदारों को हक ही नहीं है कि वो किसी रजिस्ट्री या पॉवर ऑफ़ एटोर्नी को रोक सकें, अगर उन्हें किसी डॉक्यूमेंट में कमीं दिखती है तो वह उसे SDM के ऑफिस में भेज सकते हैं लेकिन किसी को रजिस्ट्री करने से मना नहीं कर सकते लेकिन फरीदाबाद की तहसीलों में जब सुविधा शुल्क मिल जाता है तो सभी रेजिस्ट्रियों को पास कर दिया जाता है, अगर सुविधा शुल्क नहीं मिलता तो रजिस्ट्री को रोक दिया जाता है.
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