फरीदाबाद, 22 दिसंबर: फरीदाबाद पुलिस एक बहुत बड़ी पहल करने जा रही है जिसमें शहर के युवाओं को अपराध के रास्ते पर जाने से बचाने, अपराध का रास्ता छोड़कर सही रास्ता पकड़ने, नशा छोड़ने, क्रोध से बचने और रोजाना शारीरिक व्यायाम/दौड़ के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस कार्यक्रम का नाम Police Ki Pathshala रखा गया है. फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह के मार्गदर्शन में यह क्रायक्रम शुरू किया जा रहा है.
कार्यक्रम के लिए टीमों का चुनाव कर लिया गया है और सभी टीमों में होमवर्क भी शुरू कर दिया है, कार्यक्रम की तारीख जल्द ही फाइनल की जाएगी।
क्या है कार्यक्रम के पीछे का उद्देश्य
फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह शहर को अपराध मुक्त बनाना चाहते हैं लेकिन सिर्फ पुलिस की सख्ती से यह काम संभव नहीं है क्योंकि अधिकतर अपराधी रोजगार या कमाई का कोई जरिया ना होने की वजह से मजबूरी वश अपराध का रास्ता चुन लेते हैं। एक बार अपराध की दुनिया में घुसने के बाद लोग पीछे नहीं लौट पाते, ये लोग या तो जेल में अपनी जिंदगी बिताते हैं या पुलिस की गोली से मारे जाते हैं, अपराध की दुनिया में कदम रखने वालों का परिवार भी हमेशा परेशान रहता है और कोर्ट कचहरी के चक्कर में आर्थिक नुकसान झेलता रहता है और एक अच्छी जिंदगी जीने से वंचित रह जाता है। इसीलिए पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह चाहते हैं कि युवा अपराध का रास्ता ना चुनकर खेल-कूद, दौड़-व्यायाम और रोजगार का रास्ता चुनें।
कैसे दिया जाएगा युवाओं में संदेश
पुलिस की पाठशाला के जरिये यह सन्देश पूरे जिले के युवाओं तक पहुंचाया जाएगा। सभी थाना क्षेत्रों में स्थित ऑडिटोरियम, मैरिज हॉल आदि में ये कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे, युवाओं को इस कर्यक्रम में लाया जाएगा। नाटक/ड्रामा/थिएटर के जरिये युवाओं को जागरूक किया जाएगा।
कार्यक्रमों में कैरियर काउंसलर शामिल होंगे और युवाओं को रोजगार के रास्ते बताये जाएंगे, जरूरत पड़ने पर उन्हें ट्रेनिंग भी दिलवाई जाएगी और नौकरी दिलाने में भी मदद की जाएगी।
इस कार्यक्रम में युवाओं को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा, गुस्सा शांत करने के तरीके बताए जाएंगे और गुस्सा करने के परिणाम भी बताये जाएंगे, युवाओं को अपराध के खिलाफ जागरूक किया जाएगा। खेलने, दौड़ने, योगा, व्यायाम, मैडिटेशन आदि के फायदे बताये जाएंगे।
जागरूकता से रोक सकते हैं कुछ अपराध
जागरूकता फैलाकर कई अपराध रोकी जा सकते हैं जैसे - मेड वेरिफिकेशन जरूर कराना चाहिए क्योंकि वेरिफिकेशन ना कराने पर कई घरों में चोरी की घटनाएं हो जाती है और शिकायत करने पर मकान मालिक को परेशानी होती है.
इसी तरह से चैन स्नैचिंग के प्रति भी जागरूकता जरूरी है, सड़क पर सोने के या अन्य मंहगे आभूषण पहनकर जाएं तो अतिरिक्त सावधानी बरतें।
इसी तरह से रोड पर ओवरस्पीड से बचना चाहिए क्योंकि दुर्घटना होने पर जान संकट में होती है. इसी तरह से ट्रैफिक नियमों के पालन के लिए जागरूकता फैलाई जा सकती है.
फरीदाबाद को बनाया जाएगा मॉडल जिला
शहर में जब भी अपराध बढ़ता है तो कुछ लोग कहते हैं कि लोगों के पास रोजगार नहीं है इसलिए अपराध कर रहे हैं, कई बार रोजगार तो होते हैं लेकिन लोगों को पता नहीं होता, कई लोग अपनी पसंद का काम ना मिलने की वजह से नौकरी नहीं करते, कई लोगों को पसंद कुछ होता है लेकिन नौकरी में कुछ और काम करना पड़ता है इसलिए लोगों का काम में मन नहीं लगता। इन समस्याओं को ध्यान में रखकर युवाओं की कैरियर काउंसलिंग कराई जाएगी ताकि वह अपनी पसंद, अपनी क्षमता, अपनी कुशलता को पहचान सकें और उसके अनुसार रोजगार/स्वरोजगार/काम कर सकें। युवाओं की पसंद के अनुसार ही उन्हें ट्रेनिंग दिलाने में मदद की जाएगी ताकि वे अपनी मनचाही नौकरी पा सकें, कैरियर काउंसलर युवाओं को नौकरी दिलाने में भी मदद करेंगे।
ऐसी पहल अभी तक कहीं भी देखने को नहीं मिली है, फरीदाबाद में यह पहल की जा रही है, ऐसा करके फरीदाबाद को एक मॉडल जिला बनाने का प्रयास किया जाएगा ताकि अन्य जिलों के लोग भी इस मॉडल को अपनाकर युवाओं को सही दिशा दिखा सकें।
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