फरीदाबाद: अरावली के पत्थर चोरों पर सख्त से सख्त कार्यवाही न हुई तो ये पत्थर माफिया पूरी अरावली बेंचकर खा जाएंगे और फरीदाबाद में पहाड़ क्षेत्र का नामोनिशान नहीं रह जाएगा। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल एन पाराशर का जिन्होंने मंगलवार अरावली का दौरा किया और कई जगहों पर पत्थर माफियाओं को पत्थर चुराते सरेआम अपने कैमरे पर कैद किया।
पाराशर ने बताया कि मैंने अखबारों में पढ़ा कि सोमवार खनन माफियाओं ने खनन विभाग के अधिकारी गुलशन कुमार की टीम पर हमला किया है। पाराशर ने कहा कि अखबारों में लिखा है कि अवैध खनन हो रहा था। पहाड़ से पत्थर चोरी किये जा रहे थे। इन पत्थरों को ट्रक में भरकर ले जाया जा रहा था और जब खनन विभाग के अधिकारी वहाँ पहुंचे तो माफियाओं ने उनसे हांथापाई की जो मुझे अच्छा नहीं लगा और मंगलवार मैं कई घंटे अरावली पर घूमता रहा और कई जगहों पर अवैध खनन होते हुए देखा। उन्होंने कहा कि मैं पहले बता चुका हूँ कि मैं किसी माफिया से नहीं डरता इसलिए मैं अरावली का दौरा किया।
पाराशर ने कहा कि मैं लगभग हर रोज अरावली पर जाता हूँ और कहीं अवैध निर्माण तो कहीं अवैध खनन होते देखता हूँ और मीडिया को तस्वीरें भेजता हूँ। उन्होंने कहा कि अरावली के पत्थर चोरों का पर्दाफाश मैं जोखिम लेकर करता हूँ क्यू कि जब वो खनन विभाग के अधिकारियों पर हमला कर सकते हैं तो किसी पर भी कर सकते हैं। पाराशर ने कहा कि अरावली के लुटेरे कोई आम नहीं बहुत खास हैं तभी ये अधिकारियों तक को नहीं छोड़ते। पाराशर ने कहा कि मुझे खनन विभाग के अधिकारियों पर अब भी शक है क्यू कि मंगलवार भी मैंने अवैध खनन देखा जबकि सोमवार जो हमला हुआ था उसकी खबर मीडिया या ऑनलाइन मीडिया के दिखाने के बाद सूरजकुंड थाने एफआईआर दर्ज करवाई गई।
पाराशर ने बताया कि सूरजकुंड थाने में खनन विभाग के इंस्पेक्टर गुलशन कुमार ने जो मामला दर्ज करवाया है उसकी एफआईआर नंबर 155 है जो अनंगपुर के जगबीर एवं मनीष गुरुकुल के विजय के ऊपर धारा 186/188/189/353/34 IPC & 4.1 के तहत दर्ज करवाई गई है। पाराशर ने कहा कि इस एफआईआर से ये साबित होता है कि मेरा कोई भी आरोप गलत नहीं होता। अरावली पर अवैध खनन जारी है। पत्थरों की लूट जारी है। उन्होंने कहा कि मैं मंगलवार के दौरे की तस्वीरें मीडिया तक भेज रहा हूँ जहाँ अब भी पत्थर चोर बेख़ौफ़ पत्थर चोरी कर रहे हैं।
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