फरीदाबाद: फरीदाबाद में अब घोटालों पर घोटाले सामने आ रहे हैं. कुछ दिनों पहले पता चला था कि स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत फरीदाबाद की स्वच्छता के लिए मोदी सरकार से आये 32 करोड़ रुपये नेताओं और नगर निगम ने मिलकर खा लिए, अब पता चला है कि डबुआ कॉलोनी लेजर वैली पार्क की मरम्मत के लिए मिले 3 करोड़ रुपये भी नेता और निगम अधिकारी मिलकर खा गए. आज जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान और वकील एल एन पाराशर भी पार्क घोटाला देखने पहुंचे और देखकर उनके होश उड़ गए. उन्होंने तत्काल ईमेल के माध्यम से इसकी शिकायत प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री खट्टर से की.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 3 करोड़ के पार्क घोटाले का खुलासा एक RTI से मिली जानकारी से हुआ, अक्टूबर महीनें में RTI से मांगी गयी सूचना में निगम अधिकारी ने बताया की डबुआ लेजर वैली पार्क में पिछले दो वर्षों से एक भी पैसा मरम्मत पर खर्च नहीं हुआ और ना ही नगर निगम से कोई वजट जारी हुआ. देखिये RTI से मिला जवाब -
इसके दो महीनें बाद फिर से एक RTI डाली गयी तो फिर से उसी अधिकारी ने जवाब दिया लेकिन इस बार बताया कि डबुआ लेजर वैली पार्क की मरम्मत पर 3 करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं.
आज जब वकील LN पाराशर और कुछ पत्रकारों ने पार्क का दौरा किया तो वहां ना कोई मरम्मत देखी गयी और ना ही कोई नया डेवलपमेंट देखा गया.
पूरे पार्क का दौरा करने के बाद वकील पाराशर ने कहा कि मैंने यहाँ एक पुस्तकालय देखी जिसमे शायद 10 लाख के आस पास खर्च किये गए होंगे। उन्होंने कहा कि इस पार्क में नगर निगम के अधिकारियों ने दो करोड़ 90 लाख का घोटाला किया है। उन्होंने कहा कि पार्क के ट्रैक टूटे पड़े हैं। पार्क की लाइटें टूटी पडी हैं और पार्क में लगे फव्वारे का बुरा हाल है। कहीं भी एक नई ईंट लगी नहीं दिख रही है। वकील पाराशर ने कहा कि नगर निगम अधिकारियों के इस घोटाले की शिकायत मैं सीएम से करने जा रहा हूँ और जांच की मांग करूंगा और सम्बंधित अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज करवाऊंगा।
Post A Comment:
0 comments: