फरीदाबाद, 15 अक्टूबर: शहर के लोग सावधान रहें, अगर कोई ईको ग्रीन की पर्ची लेकर आपसे कूड़ा फेंकने की फीस वसूलने आये तो बिल पर देख लें कि GST नंबर लिखा है या नहीं, ईको ग्रीन एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है, उसके बिल पर GST नंबर लिखा है, नगर निगम ने कूड़ा फेंकने के लिए ईको-ग्रीन कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया है इसलिए बिल ईको ग्रीन कंपनी के असली पर्ची पर दें. फोटो में दोनों बिल दिए गए हैं. एक में GST नंबर लिखा है जबकि दूसरे में GST नंबर नहीं लिखा है.
फरीदाबाद नगर निगम ने घर घर से कूड़ा उठाने के लिए ईको ग्रीन कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया है, पहले जनता को यह नहीं बताया गया था कि ईको-ग्रीन कंपनी कूड़ा उठाने के लिए फीस भी लेगी लेकिन बाद में पता चला कि ईको ग्रीन कंपनी हर घर से नियमित चार्ज वसूलेगी. इससे पहले लोग कूड़े वालों को हर महीना 10 रुपये देकर काम चला लेते थे लेकिन ईको ग्रीन कंपनी ने 50 रुपये तक फीस तय कर दी है जिसे सुनकर शहर के लोग नाराज हैं.
फरीदाबाद नगर निगम ने घर घर से कूड़ा उठाने के लिए ईको ग्रीन कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया है, पहले जनता को यह नहीं बताया गया था कि ईको-ग्रीन कंपनी कूड़ा उठाने के लिए फीस भी लेगी लेकिन बाद में पता चला कि ईको ग्रीन कंपनी हर घर से नियमित चार्ज वसूलेगी. इससे पहले लोग कूड़े वालों को हर महीना 10 रुपये देकर काम चला लेते थे लेकिन ईको ग्रीन कंपनी ने 50 रुपये तक फीस तय कर दी है जिसे सुनकर शहर के लोग नाराज हैं.
शहर की जनता ने फीस वसूली का विरोध किया है, जिसे देखते हुए ईको ग्रीन कंपनी ने 2 महीनें तक फीस वसूलने पर रोल लगा दी है हालाँकि कुछ लोग फर्जी बिल बुक छपवाकर जनता से अवैध वसूली कर रहे हैं.
हर इलाके में वसूली करने वालों ने अलग अलग पर्चियां छपवा रखी हैं. किसी पर ईको ग्रीन प्राइवेट लिमिटेड लिखा है, किसी पर ईको-ग्रीन सर्विसेज लिखा है. किसी भी पर्ची पर GST नंबर नहीं लिखा है जबकि सभी प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों को बिल पर GST नंबर लिखना जरूरी है.
इस मामले में ईको-ग्रीन कंपनी का कहना है कि फर्जी रसीद छपवाकर उनकी बदनामी कराई जा रही है, वे लीगल एक्शन लेंगे लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है. अगर कोई एक्शन नहीं लिया गया तो समझा जाएगा कि यह सभी लोगों की मिलीभगत से हो रहा है.
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