फरीदाबाद: बीजेपी महिला मोर्चा की फरीदाबाद अध्यक्ष अनीता शर्मा के दामन पर कीचड़ उछालने के आरोपी तीन पत्रकार, एक सरकारी शिक्षक एवं एक अन्य के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हुई है, पाँचों आरोपियों को दो दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया है, कल उन्हें फिर से कोर्ट में पेश करके उनके भविष्य पर फैसला किया जाएगा.
पाँचों आरोपियों को पुलिस रिमांड में सलाखों के पीछे भेजे जाने से बीजेपी नेता अनीता शर्मा खुश हैं, उन्होंने अपने वकील एलएन पाराशर को धन्यवाद दिया है, वकील एलएन पाराशर ने उनकी तरफ से जज अशोक कुमार की अदालत में पत्रकारों एवं अन्य आरोपियों के खिलाफ जोरदार बहस की और अपने मजबूत तर्कों जज अशोक कुमार को प्रभावित कर दिया जिसकी वजह से जज ने सभी आरोपियों को 2 दिन के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया. मौके पर आरोपी पक्ष की तरफ से कई वकील थे और पत्रकारों की फ़ौज भी थी लेकिन एलएन पराशार ने बेधड़क होकर बहस की.
अनीता शर्मा ने फेसबुक पर लिखा - आदरणीय समाज को नतमस्तक प्रणाम. जैसा की आप जानते है के कुछ गन्दी मानसिकता के लोगो द्वारा कुछ तथाकथित पत्रकारो संजय कपूर, नवीन धमीजा व नवीन गुप्ता एक सरकारी शिक्षक शिवकुमार व अन्य एक दो लोगो को मोहरा बना जो मेरे चरित्रहरण का प्रयास किया परंतु मै सर्वप्रथम आभारीहूँ परमपिता परमात्मा की व साथ ही साथ आदरणीय मुख्यमंत्री जी, पुलिस कमिश्नर फ़रीदाबाद व CIA इन्सपैक्टर मोर साहब जिन्होने मुझ अबला समझी जाने वाली नारी को अपना समर्थन रूपी आशिर्वाद दिया.
साथ ही मै आभारी हू मानणीय न्यायपालिका की व मेरे आदरणीय अधिवक्ता श्री L N पाराशर जी की के जिन्होंने इस अन्धियारे वक्त मे दूध का दूध और पानी का पानी कर उपरोक्त चारों को पुलिस रिमाण्ड पर देकर समाज को उनलोगो के प्रति आईना दिखाकर मुझे आशा की किरण दिखा समाज मे जीने का नया सहारा दिया.
क्या था मामला?
अनीता शर्मा की शिकायत के मुताबिक़ तीनों पत्रकारों और अन्य आरोपियों ने जान बूझकर उनके दामन पर कीचड उछालने की कोशिश की और झूठी खबर पोर्टल पर लिखकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया. इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सूरजकुंड थाने मेंआईपीसी की धारा 499 / 554 व 67 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था।
पाँचों आरोपियों को पुलिस रिमांड में सलाखों के पीछे भेजे जाने से बीजेपी नेता अनीता शर्मा खुश हैं, उन्होंने अपने वकील एलएन पाराशर को धन्यवाद दिया है, वकील एलएन पाराशर ने उनकी तरफ से जज अशोक कुमार की अदालत में पत्रकारों एवं अन्य आरोपियों के खिलाफ जोरदार बहस की और अपने मजबूत तर्कों जज अशोक कुमार को प्रभावित कर दिया जिसकी वजह से जज ने सभी आरोपियों को 2 दिन के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया. मौके पर आरोपी पक्ष की तरफ से कई वकील थे और पत्रकारों की फ़ौज भी थी लेकिन एलएन पराशार ने बेधड़क होकर बहस की.
अनीता शर्मा ने फेसबुक पर लिखा - आदरणीय समाज को नतमस्तक प्रणाम. जैसा की आप जानते है के कुछ गन्दी मानसिकता के लोगो द्वारा कुछ तथाकथित पत्रकारो संजय कपूर, नवीन धमीजा व नवीन गुप्ता एक सरकारी शिक्षक शिवकुमार व अन्य एक दो लोगो को मोहरा बना जो मेरे चरित्रहरण का प्रयास किया परंतु मै सर्वप्रथम आभारीहूँ परमपिता परमात्मा की व साथ ही साथ आदरणीय मुख्यमंत्री जी, पुलिस कमिश्नर फ़रीदाबाद व CIA इन्सपैक्टर मोर साहब जिन्होने मुझ अबला समझी जाने वाली नारी को अपना समर्थन रूपी आशिर्वाद दिया.
साथ ही मै आभारी हू मानणीय न्यायपालिका की व मेरे आदरणीय अधिवक्ता श्री L N पाराशर जी की के जिन्होंने इस अन्धियारे वक्त मे दूध का दूध और पानी का पानी कर उपरोक्त चारों को पुलिस रिमाण्ड पर देकर समाज को उनलोगो के प्रति आईना दिखाकर मुझे आशा की किरण दिखा समाज मे जीने का नया सहारा दिया.
क्या था मामला?
अनीता शर्मा की शिकायत के मुताबिक़ तीनों पत्रकारों और अन्य आरोपियों ने जान बूझकर उनके दामन पर कीचड उछालने की कोशिश की और झूठी खबर पोर्टल पर लिखकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया. इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सूरजकुंड थाने मेंआईपीसी की धारा 499 / 554 व 67 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था।
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