सभी पार्टियों में करोड़ों कार्यकर्ता होते हैं, कई लोग कुछ समय तक पार्टी के लिए काम करते हैं और उसके बाद पार्टी से पार्षद, विधायक या अन्य पदों के लिए टिकट की मांग करने लगते हैं, जब टिकट नहीं मिलता तो कुछ लोग पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में चले जाते हैं लेकिन फरीदाबाद NIT विधानसभा के वार्ड नंबर 1 में एक ऐसा नेता रहता है जिसने 40 साल से बीजेपी का दामन कभी नही छोड़ा.
हम बात कर रहे हैं चौधरी देशराज डागर की, उन्हें पता था कि पार्टी से उन्हें कभी कोई पद या सुविधा नही मिलेगी तब भी उन्होंने पार्टी एवं पार्टी के नेताओं की हमेशा मदद की, चुनाव कहीं भी हो, वे हमेशा पार्टी के लिए समर्पित रहते हैं.
देशराज का मानना है कि लोगों को हाथ दिखाने से अच्छा है लोगों के लिये महकना। उन्होंने कभी किसी पार्षद या विधायक के घर जाकर या उनके कार्यालय पर अपनी किसी भी समस्या की कोई सिफारिश नही की। उन्होंने हमेशा लोगों की मदद की चाहे समस्या कितनी भी बड़ी क्यूँ न हो क्योंकि उनका मानना है कि लोगों की सेवा करने के लिये किसी पद की जरूरत नही होती बस सेवा किये जाओ फल की चिंता मत करो।
उन्होंने काफी सेवाओं में अपना योगदान दिया, जैसे, गरीब परिवार की बेटी की शादी, अपने गाँव के प्रति जागरूक होकर वहां के सरकारी स्कूल को बदमाशों के हाथों से छुड़ाकर जान-माल का खतरा लेते हुए गाँव को सौंपना, शमशान घाट का उद्धार, पुलिस चौकी को कोई जगह न मिलने पर गांव के लोगों से गांव की जमीन पर पुलिस चौकी बनवाना।
उनका हमेशा यही कहना है कि सत्ता के घमंड में आकर उन्हें अपने पथ से कभी विचलित नही होना चाहिए, वे कहते हैं कि ऐसी सत्ता मुझे नही चाइये जो मुझे मेरी परिवार समान जनता से दूर कर दे। मैं सदा इनके बीच रहकर ही इनकी सेवा करना चाहता हूँ। देशराज जैसे बीजेपी के सच्चे सिपाही कम ही देखने को मिलते हैं.
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