फरीदाबाद, 26 अप्रैल: कोरोना वायरस से फैली महामारी के कारण पूरे देश में लॉक डाउन कर दिया गया है जिसका फायदा भी मिला है और अन्य देशों की तुलना में भारत में कोरोना का खतरा घटा है लेकिन लॉक डाउन की वजह से लोगों की रोटी रोटी पर संकट खड़ा हो गया है.
लॉक डाउन की वजह से कई कंपनियों को भी काफी नुकसान हुआ है शायद इसीलिए ई-कॉमर्स कंपनी udaan.com के साथ काम करने वाले हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं. उड़ान के कई क्लाइंट के साथ जुड़कर रोजगार करने वालों को 24 अप्रैल को अचानक टर्मिनेशन लेटर भेज दिया जिसकी वजह से ये लोग बहुत ही दुखी हैं और प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर शिकायत की है.
शिकायत में लिखा है - हम सभी udaan.com कंपनी में कार्यरत थे और अचानक 24 अप्रैल 2020 को कंपनी ने हमारे 80 प्रतिशत स्टाफ को तुरंत प्रभाव से निष्काषित कर दिया और कोई कारण भी नहीं बताया। आप भली भाँती परिचित हैं कि इस महामारी के समय हमें कहाँ दूसरी नौकरी मिल सकती है और ये तो सरकार की तरफ से सभी कंपनियों को आदेश दिए गए थे कि इस महामारी के समय किसी भी कर्मचारी को नौकरी से ना निकालें परन्तु कंपनी ने आपके आदेश की अनुपालना नहीं की और हम सभी को नौकरी से हटा दिया। अब इस गंभीर समय में हम अपना परिवार कहाँ से चलाएं। हम तो ये भी सोच रहे थे कि जब तक ये बुरा समय चल रहा है अगर कंपनी हमें मामूली वेतन देगी तो भी हम काम करते रहेंगे कर अपना परिवार चलाते रहेंगे और जब बुरा समय चला जाएगा तब कंपनी हमें पूरा वेतन दे.
फरीदाबाद में अवसर के साथ जुड़कर काम करने वाले राघव झा को भी टर्मिनेशन लेटर भेज गया गया है जिसकी वजह से वह बहुत दुखी हैं.
यमुनानगर में रहने वाले दीपक खरबंदा को भी वाटरमेलन कंपनी ने नौकरी से हटा दिया है जिसकी वजह से वह बहुत दुखी हैं.
इसी तरह से जींद में रहने वाले विकास को Fretus Folks Pvt Ltd ने नौकरी से निकाल दिया है जिसकी वजह से वह बहुत दुखी हैं.
इसी तरह से हजारों युवाओं को नौकरी से निकाल दिया गया है और उन्हें यह भी नहीं बताया गया है कि दोबारा नौकरी पर रखा जाएगा या नहीं। अब ये सभी लोग बहुत परेशान हैं. मुश्किल समय में किसी तरह से ये लोग अपना गुजारा कर रहे हैं लेकिन लॉक डाउन खुलने के बाद इन्हें फिर से नौकरी ढूंढनी पड़ेगी और नौकरी मिलना आसान नहीं होगा, इसीलिए ये लोग बहुत परेशान हैं और सरकार ने कार्यवाही की मांग कर रहे हैं.
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