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विपुल गोयल के खास लोगों ने ही बचकानी हरकतें करके किया उनका काम खराब, पढ़ें कैसे


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फरीदाबाद, 2 अक्टूबर: अब पूरा शहर यही कह रहा है कि फरीदाबाद में बेलगाम उड़ रहे विपुल गोयल के पर मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कतरवा दिए. पूरे शहर में यह भी चर्चा है कि मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से पंगा लेने के कारण विपुल गोयल को टिकट ना देकर उन्हें पनिश किया गया है.

अब हम बताते हैं कि विपुल गोयल और मंत्री कृष्णपाल गुर्जर में पंगा किसने करवाया और विपुल गोयल का काम ख़राब किसने किया।

दरअसल विपुल गोयल और कृष्णपाल गुर्जर के बीच पंगेबाजी में अवतार भड़ाना का अहम योगदान है. करीब एक डेढ़ साल पहले अवतार भड़ाना ने अचानक कृषणपाल गुर्जर और उनके मामा के खिलाफ बयानबाजी शुरु कर दी. विपुल गोयल को पता था कि अवतार भड़ाना कृषणपाल गुर्जर के खिलाफ बोलता है उसे बाद भी वह दो तीन मंचों पर अवतार भड़ाना के साथ खड़े दिखाई दिए और विपुल गोयल के सामने ही अवतार भड़ाना ने मामा भांजे का मजाक उड़ाया। इस मौके पर विपुल गोयल हँसते हुए दिखाई दिए, सोशल मीडिया पर ये तस्वीरें खूब वायरल हुईं और एक अखबार ने तो मामा-भांजे को कृष्णपाल गुर्जर और उनके मामा का मामला बताकर काम और खराब कर दिया।

उसके बाद लोकसभा चुनाव आये तो अवतार भड़ाना कांग्रेस में शामिल हो गए. चुनाव के कुछ दिन पहले विपुल गोयल का सोशल मीडिया देखने वाले ने सभी Whatsapp ग्रुप में खुलेआम अवतार भड़ाना को वोट देने की अपील कर डाली इससे मंत्री कृषणपाल और उनके समर्थकों में यह सन्देश गया कि विपुल गोयल शायद कृष्णपाल गुर्जर को हराना चाहते हैं.

उसके बाद तिगांव विधानसभा में देवेंद्र चौधरी और राजेश नागर के बीच में एक ऑनलाइन पोल हुआ जिसमें विपुल गोयल का सोशल मीडिया देखने वाले व्यक्ति ने फिर से राजेश नागर को वोट देने की अपील कर डाली जिससे फिर से यह सन्देश गया कि विपुल गोयल शायद देवेंद्र चौधरी का रास्ता रोकना चाहते हैं.

इन घटनाओं से यह सबक मिलता है अगर  नेताओं के आसपास रहने वाले लोग सोशल मीडिया और व्हाट्सप्प पर अनाम शनाप बयान देते हैं तो उनपर लगाम लगानी चाहिए  वरना आगे दिक्कत हो सकती है. एक समय विपुल गोयल और कृष्णपाल गुर्जर एक साथ काम करते थे, कृष्णपाल गुर्जर ही विपुल गोयल को राजनीति में लेकर आये, उन्हें टिकट देकर विधायक बनाया लेकिन विपुल गोयल के कुछ ख़ास लोगों ने ही दोनों के बीच गलतफहमी पैदा कर दी. कुछ दिनों पहले दोनों एक साथ हँसते हुए दिखाई दिए जिसके बाद ऐसा लगा कि दोनों फिर से दोस्त बन गए हैं लेकिन सोशल मीडिया वाले ने देवेंद्र चौधरी को वोट ना देने की अपील करके विपुल और गुर्जर की दोस्ती में फिर से दरार पैदा कर दी.
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