फरीदाबाद: अवतार भड़ाना ने 2014 हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ज्वाइन कर ली थी और वे उत्तर प्रदेश के मीरपुर से भाजपा विधायक बन गए लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव से पहले वह अचानक भाजपा छोड़कर फिर कांग्रेस में आ गए, अब वह फरीदाबाद से कांग्रेस पार्टी से लोकसभा टिकट की दावेदारी जता रहे हैं लेकिन कांग्रेस उन्हें टिकट देने का रिश्क समझती है.
कांग्रेस पार्टी को पता है कि अवतार भडाना पर दलबदलू का ठप्पा लग चुका है, वे 2014 में कांग्रेस पार्टी को मुसीबत में छोड़कर भाग गए, भाजपा ज्वाइन कर लिए, अब फिर से कांग्रेस में आ गए. अगर वह भाजपा ज्वाइन ना करते, फरीदाबाद में रहकर जनता की सेवा करते तो उनकी टिकट पक्की थी लेकिन फिलहाल अवतार भड़ाना की टिकट पक्की नहीं दिख रही है.
इसी बात को लेकर हमने ऑनलाइन सर्वे किया हैं जिसमें कृष्णपाल गुर्जर के खिलाफ अवतार भड़ाना और पलवल से विधायक करण दलाल की ताकत आंकी जिसमें अवतार भड़ाना पीछे पड़ गए, कृष्णपाल गुर्जर के खिलाफ अवतार भड़ाना कमजोर पड़ रहे हैं वहीँ करण दलाल कृष्णपाल को कड़ी टक्कर दे रहे हैं और अवतार भडाना पर भी भारी पड़ रहे हैं.
हमें सूत्रों से खबर मिली है कि कांग्रेस आलाकमान फरीदाबाद लेटेस्ट न्यूज़ का सर्वे देखकर ही टिकट का फैसला करेगा, फिलहाल तो करण दलाल टिकट की रेस में 90 फीसदी आगे चल रहे हैं. दो तीन दिनों में इसका फैसला हो जाएगा. देखिये सर्वे रिपोर्ट -
उपरोक्त सर्वे में आपने देखा, करण दलाल कृष्णपाल गुर्जर को अवतार भड़ाना की तुलना में कड़ी टक्कर दे रहे हैं वहीँ अवतार भड़ाना पर भी वह भारी पड़ रहे हैं. इसीलिए उनकी टिकट 90 फ़ीसदी कन्फर्म मानी जा रही है, करण दलाल पर दलबदलू का भी आरोप नहीं है जबकि अवतार भडाना को घाट घाट का पानी पीने की आदत है. कांग्रेस पार्टी आलाकमान इसपर भी चर्चा कर रहा है. करण दलाल को टिकट देने का एक फायदा ये भी होगा कि जाटों का वोट उन्हें मिलेगा, अगर अवतार भड़ाना को टिकट मिली तो जाट वोट किसी और पार्टी को जाएंगे.
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