फरीदाबाद: भारत का हर नागरिक कहीं ना कहीं अपना आशियाना बनाना चाहता है, फरीदाबाद में भी अपना आशियाना बनाने की होड़ मची हुई है, बड़ी बड़ी इमारतों में लोग फ्लैट बुक करा लेते हैं लेकिन कुछ लोगों को पैसे देने के बावजूद भी फ्लैट नहीं मिल रहे हैं.
ऐसा ही एक मामला ग्रेटर फरीदाबाद से आया है. सेक्टर 75 स्थित एडल डिवाइन कोर्ट हाउसिंग सोसाइटी में फ्लैट बुक करवाने वाले ग्राहक परेशान हैं.
एक ग्राहक ने बताया - एरा लैंडमार्क्स लिमिटेड (अब एडल लैंडमार्क्स लिमिटेड ) जो हेम सिंह भड़ाना द्वारा स्थापित रियल एस्टेट कंपनी एरा ग्रुप, नॉएडा की एक सहायक कंपनी है, ने वर्ष 2008-09 में एरा डिवाइन कोर्ट नामक एक कम बजट की ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी सेक्टर 75 फरीदाबाद में लॉन्च की थी। इसने उक्त सोसाइटी के विकास एवं मार्केटिंग अधिकार कंट्रीवाइड प्रमोटर्स लिमिटेड से प्राप्त किया था और उसमे करीब 1900 फ्लैट्स (856 लो राइज में और 1100 हाई राइज में) बेचे थे। इसके विभिन्न जगहों पर अन्य प्रोजेक्ट्स भी हैं जैसे कि पलवल (हरियाणा ), मेरठ(उत्तर प्रदेश ) एवं अन्य कई जगहों पर।
हम (खरीदारों ) ने एरा डिवाइन कोर्ट में अपने और अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित करने हेतु फ्लैट बुक किया था। पर हमें इस बात का ज्ञान नहीं था कि एक दशक बीत जाने के बाद भी अपने आशियाना का सपना पूरा नहीं होगा और हमारी हालत दयनीय होगी। आज दस वर्ष बीतने के बाद भी हमें अपना फ्लैट नहीं मिला और हमें पता चलता है कि कंपनी दिवालिया घोषित हो गयी है। हम सबों ने फ्लैट के लिए देय राशि का 90 फीसदी से ज्यादा कंपनी को भुगतान कर रखा है. हमने ये राशि अपनी जिंदगी की गाढ़ी कमाई की बचत, बैंक लोन एवं अन्य लोनों द्वारा जुटाई है। कंपनी ने प्रोजेक्ट के सभी ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की है। इसने तथ्य छुपा कर अपने भागीदारों (बैंकों एवं वित्तीय ऋणदाताओं) को भी धोखा दिया है।
कंपनी को अपने नापाक मंसूबों में मॉनिटरिंग एवं कण्ट्रोल सिस्टम की असफलता या विभिन्न स्तरों पर बिल्डरों (अडेल लैंडमार्क्स एवं कंट्रीवाइड) और राजकीय एजेंसियों (डी. टी. सी. पी. जिसने प्रोजेक्ट के लिए लाइसेंस प्रदान किया और अन्य प्रशासनिक विभाग ) के बीच निहीत मिली-भगत के कारण सफलता मिली होगी।
फ्लैट बुक करवाने वाले ग्राहकों ने कंपनी और बिल्डर्स से परेशान होकर 16 दिसम्बर को प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि दोषियों के खिलाफ एक्शन लें और लोगों के आशियानों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं.
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