पलवल, 28 जुलाई। जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा आयोजित किए जा रहे सडक़ सुरक्षा जागरूकता अभियान 'एक जीवन’ के अंतर्गत सरस्वती महिला महाविद्यालय तथा टैगोर इन्टरनेशनल स्कूल में आज शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों को सडक़ सुरक्षा एवं यातायात के नियमों बारे प्रशिक्षित किया गया।
इस अवसर पर उक्त शिक्षण संस्थाओं में मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी एवं जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण की सचिव मोना सिंह ने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को उक्त अभियान में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हमे यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए क्योंकि ये नियम लोगों की सुरक्षा व सुविधा के लिए बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अभिभावकगण की मौलिक जिम्मेदारी है कि वो अपनों बच्चों को बिना ड्राईविंग लाईसैंस के वाहन चलाने के लिए न दें।
इस अवसर पर पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से अध्यापकों व विद्यार्थियों को सडक़ सुरक्षा के बारे में आवश्यक प्रबन्धों, आवश्यक संकेतों व सडक़ दुर्घटना में पीडि़तों की सहायता करने के बारे जागरूक किया गया। पैनल अधिवक्ता जगत सिंह रावत ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को सडक़ पर वाहन चलाते समय सडक़ संकेतों व सीट बैल्ट लगाकर चलना चाहिए, इसके अलावा वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात नहीं करनी चाहिए, उन्होंने सभी लोगों को यातायात के नियमों के बारे में जागरूक किया।
पैनल अधिवक्ता नवीन रावत ने मोटर वाहन अधिनियम व सडक़ दुर्घटना में पीडि़त की मदद में सहायक व्यक्तियों के बारे में उच्चत्तम न्यायालय के दिशा निर्देशों के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा उन्हें पर्यावरण संरक्षण के अंतर्गत वृक्षारोपण व उनके रख रखाव के लिए भी प्ररित किया गया तथा कानूनी पुस्तकें भी वितरित की गई।
टैगोर इन्टरनेशनल स्कूल, पलवल में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में 14 विद्यालयों के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। सरस्वती महिला महाविद्यालय में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में 08 महाविद्यालयों तथा 15 विद्यालयों के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया।
इस अवसर पर टैगोर इन्टरनेशनल स्कूल, पलवल में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्राधानाचार्या कपिला इंदू तथा सरस्वती महिला महाविद्यालय में कालेज की निदेशक श्रीमती मनीषा मंगला, पैरा विधिक सेवक अल्पना मित्तल व सुन्दरलाल सैनी मौजूद थे।
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