फरीदाबाद, 5 जनवरी: एक समय था जब डॉक्टर लोग अधिक MRP वाली दवाइयां लिखते थे, मरीज डॉक्टर की लिखी मंहगी दवाई खरीदने को मजबूर होते थे और मेडिकल स्टोर्स वाले डॉक्टरों को अधिक MRP वाली दवा लिखने का कमीशन देते थे, कई डॉक्टर तो रोजाना हजारों रुपये कमीशन में ही रोजाना कमाते थे, मेडिकल स्टोर्स वाले भी अधिक MRP वाली दवाइयां ही रखते थे ताकि मरीज दवाई का अधिक दाम दे और मेडिकल स्टोर वाले उस कमाई को डॉक्टर्स के साथ मिलकर बाँट सकें।
लेकिन अब समय बदल चुका है, अब मेडिकल स्टोर्स पर सस्ती जेनेरिक दवाइयाँ बेचने की होड़ लग चुकी है, अब अधिकतर मेडिकल स्टोर्स सस्ती जेनेरिक दवाइयाँ रखने लगे हैं, जो मेडिकल स्टोर्स सस्ती जेनेरिक दवाइयाँ नहीं रखते लोग वहां कम जाते हैं, यह बात मेडिकल स्टोर्स वाले भी समझ रहे हैं इसलिए खुद ही जेनेरिक दवाइयाँ रख रहे हैं. इसके अलावा GST कानून की वजह से भी अधिक MRP का खेल बंद हो गया.
मेडिकल स्टोर्स के बाहर अक्सर बोर्ड दिख जाते हैं जिसपर लिखा होता है - जेनेरिक दवाइयाँ 80% तक सस्ती। इसका मतलब होता है क़ि जो ब्रांडेड दवा आप 100 रुपये में लेते हैं वही दवा आपको सिर्फ 10-20 रुपये में मिल सकती है, दवा खाने का फायदा भी सेम होता है और मरीजों के पैसे भी बच जाते हैं.
क्यों हुआ बदलाव
बात दरअसल ये है कि मोदी सरकार ने जान औषधि केंद्र योजना शुरू की, सभी जिलों में जन औषधि केंद्र खुलवा दिए जिसपर सभी जेनेरिक दवाइयाँ रखवा दीं, मरीज जो दवाइयाँ 4000-5000 रुपये में खरीदते थे वही दवाइयाँ जन औषधि केंद्र पर 400-500 रुपये में ही मिल जाती है, इससे मरीजों की बहुत बचत होने लगी.
जब प्राइवेट मेडिकल स्टोर्स ने देखा कि अब लोग हमारे मेडिकल स्टोर्स पर आने के बजाय जन औषधि केंद्र पर जाकर सस्ती दवाइयाँ खरीद रहे हैं तो अपने शहर के प्राइवेट मेडिकल स्टोर्स ने भी जेनेरिक दवाइयाँ रखनी शुरू कर दीं.
आप कैसे उठा सकते हैं लाभ
स्वास्थय पर ही जनता का सबसे अधिक पैसा खर्च होता है, अगर किसी अस्पताल में आप जाएंगे तो 500 डॉक्टर की फीस होगी तो 1000 रुपये की दवाइयां लिख देगा। अगर आप यह मर्ची लेकर जन औषधि केंद्र पर जाएंगे और उनसे जेनेरिक दवाइयां मांगेंगे तो 1000 रुपये की दवाइयाँ आपको सिर्फ 200-300 रुपये में मिल जाएंगी और आपका 700-800 रुपये का फायदा होगा।
अगर आपके आसपास कोई मेडिकल स्टोर जेनेरिक दवाइयाँ रखता है तो आप वहां से भी यह लाभ ले सकते हैं. मोदी सरकार की इस योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हुई है.
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