फरीदाबाद, 6 जुलाई: यह फोटो पर्वतिया कॉलोनी, गली नंबर 81 की है और आस पास की सभी गलियों की यही हालत है। वैसे अगर आप NIT-86 विधानसभा में घूमेंगे तो ऐसे सैकड़ों रोड और गलियां दिख जाएंगी जहाँ पर मलबा, दलदल, कीचड, गड्ढे दिखेंगे, इन सड़कों और गलियों में कारें और अन्य छोटे वाहन तो घुसने की हिम्मत भी नहीं कर सकते।
अगर गौर से देखें तो NIT-86 विधानसभा अब नरक बनती जा रही है. विकास कार्य पूरी तरह से ठप हैं, भाजपा नेता और विधायक नागेंद्र भड़ाना के चुनाव हारने के बाद इस विधानसभा में विकास के नाम पर विराम लग गया है, जो जहाँ था वहीं पर रुक गया है, जो गली चुनाव से पहले खोदी गयी थी वह आज भी उसी हालत में है.
क्यों रुक गया NIT-86 का विकास
पिछले विधायक नागेंद्र भड़ाना इनेलो टिकट पर चुनाव जीते थे जबकि सरकार भाजपा की बनी थी, चुनाव जीतने के दो साल तक तो वह असहाय थे क्योंकि सरकार किसी और पार्टी की बनी थी, उसके बाद उन्होंने भाजपा से नजदीकियां बढाकर काफी मेहनत करके CM से 250 - 300 करोड़ रुपये का विकास प्रोजेक्ट मंजूर करवाया लेकिन इन कामों में दो तीन साल गुजर चुके थे और उनके पास समय कम था और काम बहुत ज्यादा था.
उन्होंने काफी मेहनत करके और मुख्यमंत्री मनोहर लाल से नजदीकियां बढाकर किसी तरह से करीब 300 करोड़ रुपये के कई विकास प्रोजेक्ट मंजूर कराये और काम भी शुरू करा दिया, दो-ढाई वर्षों में कुछ प्रोजेक्ट पूरे हुए और कुछ अधूरे रह गए. विधायक नगेंदर भड़ाना के पास काम ज्यादा था लेकिन समय बहुत कम था, जनता को फटाफट विकास चाहिए था, जनता को इन्तजार करना मंजूर नहीं था इसलिए जब चुनाव आये तो जहाँ पर विकास कार्य पूरे नहीं हुए थे या अधूरे थे वहां के लोगों ने अपना गुस्सा दिखाया और कांग्रेस को वोट दिया।
कांग्रेस की जीत तो हुई लेकिन रुक गया विकास
जनता का गुस्सा और नाराजगी की वजह से कांग्रेस विधायक की जीत तो हो गयी लेकिन सरकार भाजपा की बन गयी. 2014 का चुनाव जीतने के बाद जो हालत नगेंदर भड़ाना की थी वही हालत आज कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा की है। नीरज शर्मा ने शुरुआत में भाजपा से तालमेल बढ़ाने की कोशिश तो की लेकिन भाजपा से उनकी बढ़ती नजदीकियां कुछ लोगों को पसंद नहीं आयी और देखते ही देखते नीरज शर्मा अपनी पार्टी-लाइन में वापस आ गए।
क्या भाजपा नेता कराएंगे NIT का विकास या देखेंगे तमाशा
यह तो हर कोई समझ सकता है कि कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा इस वक्त सिर्फ नाम के विधायक हैं, भाजपा और कांग्रेस पार्टी के बीच 36 का आंकड़ा है इसलिए भाजपा सरकार कांग्रेस विधायक के हाथों से विकास कार्य कराना पसंद नहीं करेगी लेकिन अगर पूर्व भाजपा विधायक या अन्य कोई भाजपा नेता भाजपा सरकार से NIT-86 विधानसभा का विकास करने की मांग करे और भाजपा नेता और भाजपा सरकार को ही विकास कार्य कराने का क्रेडिट मिले तो NIT-86 का विकास फिर से शुरू हो सकता है.
दुःख की बात, अभी तक सामने नहीं आया कोई भाजपा नेता
NIT-86 के लिए दुःख की बात ये है कि कोई भाजपा नेता आगे बढ़कर NIT -86 की जनता का दर्द सरकार तक नहीं पहुंचा रहा है और विकास की मांग भी नहीं कर रहा है. अभी तक सभी भाजपा नेता सिर्फ तमाशबीन बने हुए हैं। अगर ये लोग ऐसे ही तमाशबीन बने रहे तो अगली बार भाजपा, कांग्रेस के बजाय किसी तीसरी पार्टी या निर्दलीय विधायक को वोट देकर जनता अपना गुस्सा निकाल सकती है.
Thank you so much Dr.idowu herbal home for bringing my life back, i never thought i would ever be cured of Herpes Virus again due to the medical report i had from the hospital not until When God used Dr.idowu herbs and root in curing me of Herpes virus . Inbox him on {dr.idowuherbalhome@gmail.com}
ReplyDeleteOr ask me how....by dm
If you have any problem like
Herpes 1/2
Herpes
Hiv/aids
Covid 19
Cancer
Marriage
Cancer
Ex back
Hepatitis
Pregnancy
Penis/engagement/boobs.. whatsapp no; [+2348052789941]