फरीदाबाद, 27 अगस्त: त्रिखा कॉलोनी में 10 महीनें पहले हुए गैंगरेप, अश्लील वीडियो और अपहरण कांड में कुछ दिनों पहले FIR तो दर्ज हो गयी लेकिन पीडिता को अभी तक न्याय मिलना नहीं दिख रहा है, इस मामले में 10 लोग नामजद किये गए हैं लेकिन पुलिस ने अभी तक एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है.
पुलिस की कार्यवाही से पीडिता और उसका पति निराश हैं. पीडिता ने आरोप लगाया कि बल्लभगढ़ महिला पुलिस और अन्य अधिकारी ऊंची पहुँच रखने वाले आरोपियों से मिले हुए हैं.
पीडिता ने बताया कि पुलिस कमिश्नर अमिताभ सिंह ढिल्लों ने कई बार महिला पुलिस और बल्लभगढ़ के बड़े अधिकारियों को सख्त कार्यवाही का आदेश दिया, मुझे पुलिस कमिश्नर पर पूरा भरोसा है. उन्होंने मुझे बल्लभगढ़ के DCP के पास जाने और उन्हें सबूत देने के लिए कहा, मैं जब वहां गयी तो उन्होंने सबूत देखने से मना कर दिया और सही से बात नहीं की.
पीडिता ने आगे बताया कि - जब वह ACP बल्लभगढ़ से मिली तो उन्होंने धमकी दी कि मैं FIR की रद्द कर दूंगा. इसके बाद महिला पुलिस SHO से मिली तो उन्होंने कहा कि तुम झूठ बोल रही हो, मैं तुम्हारा पॉलीग्राफ टेस्ट करवाउंगी.
पीडिता ने कहा कि मैं पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए भी तैयार हूँ लेकिन ये कहाँ का तरीका है कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के बजाय मुझे ही परेशान किया जा रहा है, ये लोग रोजाना मुझे बयान देने के लिए बुलाते हैं, कई कई घंटे पुलिस थानों में बुलाते हैं और मेरा मजाक उड़ाते हैं. रोज रोज बयान देकर मैं परेशान हो चुकी हूँ. जब मैंने FIR में बयान लिख दिया है, कोर्ट में भी मैंने बयान दर्ज करवा दिया है तो मेरा रोज रोज बयान क्यों लिया जा रहा है. पुलिस उसी बयान के आधार पर कार्यवाही करके आरोपियों को गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है. देखें VIDEO और खुद समझिये कि पीडिता कितना परेशान है और न्याय के लिए किस तरह से जूझ रही है.
पढ़ें पूरा मामला
FIR No. 0061, Date: 14 अगस्त 2018, थाना - बल्लभगढ़ महिला थाना
FIR No. 0061, Date: 14 अगस्त 2018, थाना - बल्लभगढ़ महिला थाना
इस मामले में अपरहरण की साजिश रचने, मारपीट करने, बंधक बनाने और गैंगरेप एवं अश्लील वीडियो बनाने में 10 लोगों को नामजद किया गया है जिनके नाम निम्नलिखित हैं -
1. रतन, 2. ताराचंद, 3. दीपक, 4, विनोद, 5. देशराज, 6. ब्रह्मजीत, 7. हरिकिशन, 8. कृष्णपाल, 9. गीता (कृष्णपाल की पत्नी) 10. नाथू, 11. चार-पांच अन्य
पीड़िता ने बताया कि उसे एवं उसके पति जोगिन्दर को सेक्टर-8 में किशनपाल ने अपने मकान नंबर-1853 में बुलाकर उसके 17 लाख रुपये एवं अन्य सामान छीन लिए, अपने गुंडों और परिवार वालों के साथ मिलकर उसे मारा पीटा. इसके बाद उसे एवं उसके पति को वहां से अपहरण करके मकान नंबर F-60, त्रिखा कॉलोनी में लाया गया. पहले दोनों को एक ही कमरे में बांधकर रखा गया था. दोनों को मारने का प्लान बनाया गया, इसके बाद दोनों को अलग अलग कमरे में बंद कर दिया गया. जोगिन्दर किसी तरह से अपने कमरे से भाग निकला लेकिन इस दौरान मेरे साथ दीपक एवं रतन ने गैंगरेप किया और विनोद ने वीडियो बनायी.
जोगिन्दर ने वहां से भागने के बाद पुलिस से अपनी पत्नी को छुडाने में मदद मांगी लेकिन कोई उसकी मदद को तैयार नहीं हुआ. यहाँ तक कि 100 एवं 1091 पर फोन करने पर भी उसकी मदद नहीं की गयी और उसकी पत्नी को बंधन से आजाद नहीं कराया गया. अग्रसेन चौकी वाले आये तो उन्होंने जबरजस्ती बयान लेने की कोशिश की उन्होंने कहा - वीडियो में बोलो, तुम्हें यहाँ पर कोई परेशानी नहीं है. पीडिता के मना करने पर वे लोग भी वहां से चले गए और उसे आजाद नहीं करवाया.
इसके बाद जोगिन्दर तत्कालीन ACP क्राइम, राजेश चेची से मिले, उन्होंने तुरंत सेक्टर 65 क्राइम ब्रांच को फोन किया और क्राइम ब्रांच की टीम ने पीडिता को आजाद कराया. क्राइम ब्रांच वालों ने पीडिता की दयनीय हालत देखते हुए अग्रसेन पुलिस चौकी वालों को उसका मेडिकल कराने की सलाह दी लेकिन अग्रसेन चौकी वालों ने पीडिता का मेडिकल नहीं करवाया.
इसके बाद पीडिता और उसका पति न्याय के लिए इधर से उधर भटकते रहे, दो बार तत्कालीन पुलिस कमिश्नर हनीफ कुरैशी से मिले, उन्होंने कार्यवाही का भरोसा दिया लेकिन कुछ नहीं हुआ, उसके बाद वह वर्तमान पुलिस कमिश्नर अमिताभ सिंह ढिल्लों से मिली, उन्होंने जांच का भरोसा दिया लेकिन कुछ नहीं हुआ. इसी सब में 10 महीना बीत गया.
हाल ही में मीडिया ने जब इस मामले को उठाया तो बड़े अधिकारियों के आदेश पर बल्लभगढ़ महिला थाने ने FIR दर्ज की है. इस मामले में 10 को नामजद किया गया है जबकि 4-5 अन्य लोग अज्ञात हैं.
FIR No. 0061 में धाराएं: IPC 1860, 323, 34, 342, 376D, 379A, 506.
पुलिस कर चुकी है मामले को 10 महीनें लेट
फिलहाल यह मामला बल्लभगढ़ महिला थाने में है. पीडिता ने कोर्ट में इसकी जांच क्राइम ब्रांच में ट्रान्सफर करने की मांग की है.
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