फरीदाबाद, 27 अगस्त 2018: एक साल पहले थोड़ी सी बहस में बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन पर जुनैद नामक युवक की हत्या हो गयी थी. उस समय हमारे देश की विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने फरीदाबाद में टेंट गाड़ दिया था, मीडिया ने भी विपक्षी नेताओं के दौरे को देखते हुए जुनैद के घर के बाहर अपना टेंट गाड़ दिया था लेकिन एक हप्ते पहले फरीदाबाद में ही एक मुस्लिम लड़की के साथ प्रेम विवाह के चलते नेहरू कॉलोनी के दलित युवक संजय की हत्या कर दी गयी लेकिन कोई भी विपक्षी नेता उसकी सुध नहीं ले रहा है.
संजय की गरीब माँ की मदद करने के लिए कोई विपक्षी नेता आगे नहीं आया लेकिन अगर संजय जुनैद होता तो अब तक सभी विपक्षी नेता भागे भागे आते और हरियाणा सरकार से संजय के परिवार के लिए करोड़ों की मदद और सरकारी नौकरी की मांग कर रहे होते, हरियाणा सरकार भी अब तक करोड़ों का चेक संजय के परिवार को सौंप चुकी होती लेकिन विपक्षी नेता शांत हैं तो सरकार भी शांत पड़ी हुई है.
ऐसे मामलों में अधिकतकर विपक्षी नेता भागे भागे मृतक के घर आते हैं और सरकार से करोड़ों रुपये की मदद और परिवार के लिए सरकारी नौकरी की मांग करती है लेकिन संजय का केस उन्हें सूट नहीं कर रहा है क्योंकि संजय दलित है और मारने वाले मुस्लिम समुदाय से आते हैं. विपक्षी पार्टियों के नेता सोच रहे हैं कि अगर हम संजय के घर जाएंगे तो पूरे देश में इस हत्याकांड की खबर पहुंचेगी और सबको पता चल जाएगा कि फरीदाबाद में एक दलित युवक को मुस्लिम लड़की से प्रेम विवाह के कारण मार दिया गया.
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