फरीदाबाद, 20 अप्रैल: उपायुक्त यशपाल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो व्यक्ति कोरोना पाजीटिव मिले हैं, उनके प्रथम व द्वितीय कान्टैक्ट पर्सन, जिन्हें क्वारेंटाइन भी किया गया है, की नियमित चेकिंग की जाए। इसके अलावा मोबाइल क्लीनिक के तहत आयोजित ओपीडी में अगर कोई खांसी, जुकाम या बुखार का मरीज मिलता है तो उसकी माॅनीटरिंग निरंतर होनी चाहिए।
उपायुक्त सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में जिला संकट निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना को हराने के लिए पूरी तरह एहतियात बरतना जरूरी है। हर जगह पर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु एप भी अधिक से अधिक लोगों के मोबाइल में इंस्टाल करवाई जाए तथा इसके लिए संबंधित एसडीएम, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम सहित अन्य विभाग लोगों से एप को डाउनलोड करने के लिए अपील करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जब भी कंटेनमेंट जोन या अन्य संदिग्ध व्यक्ति के संपर्क में आएं तो पूरी तरह किट व मास्क आदि का प्रयोग करें।
उन्होंने कहा कि कोरोना के संपर्क में आने वाले प्रथम व द्वितीय कान्टैक्ट पर्सन की कोविड-19 टेस्ट की जांच डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के अनुसार करवाएं।
इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त एमसीएफ धर्मेंद्र सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त आरके सिंह, एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार, एसडीएम बल्लबगढ़ त्रिलोकचंद, एसडीएम बड़खल पंकज सेतिया, सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राकेश मोर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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