फरीदाबाद, 21 अक्टूबर: 20 अक्टूबर को फरीदाबाद में उस वक्त सनसनी फ़ैल गयी जब पता चला कि फरीदाबाद के RTI एक्टिविस्ट और युवा समाजसेवी वरुण श्योकंद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, हद तो तब हो गयी जब नॉन-बेलेबल धाराओं में भी पुलिस ने वरुण को थाने से जमानत नहीं दी और उन्हें कोर्ट में पेश करके जेल भेजने की मांग की लेकिन वरुण के वकीलों ने कोर्ट में ना सिर्फ पुलिसकर्मियों को फटकार दिलवाई बल्कि वरुण को जमानत दिलवा दी।
वरुण श्योकंद पर परचा बांटने का आरोप लगाया गया था. वरुण श्योकंद ने पर्चे में बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा की संपत्तियों का जिक्र किया था इसीलिए विधायक ने पुलिस का इस्तेमाल करते हुए वरुण के खिलाफ FIR दर्ज करवा दी।
वरुण श्योकंद ने अब चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा सहित कई अन्य नेताओं के खिलाफ उनके नाम से FIR दर्ज करने की मांग की है।
वरुण श्योकंद ने फरीदाबाद के उपायुक्त और निर्वाचन अधिकारी को दी गयी शिकायत में लिखा है 19 अक्टूबर की शाम 5 बजे से प्रचार-प्रसार पर रोक लगने के बाद भी 20 और 21 तारीख के अख़बारों में राजनीतिक पार्टियों के विज्ञापन छापे गए जिसमें जनता से वोट देने की अपील की गयी। कुछ विज्ञापन प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम से भी छापे गए हैं।
उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि उपरोक्त नेताओं के नाम से FIR दर्ज की जाय और यह भी पता लगाया जाय कि इन विज्ञापनों को छपवाने में कितना खर्चा किया गया है और इसकी फीस किसने भरी है।
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