फरीदाबाद: जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान और वकील LN पाराशर फरीदाबाद ने नेताओं और अधिकारियों पर भूमाफियाओं से मिलीभगत के आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.
वकील LN पाराशर ने बताया कि कुछ दिनों पहले मैंने खुलासा किया था कि फरीदाबाद की तहसील में एक स्टम्प पेपर से दो दो बार रजिस्ट्री हुई थी और नगर निगम ने कुछ माफियाओं के कम्प्लीशन सर्टिफिकेट अप्लाई करने से पहले ही उन्हें अप्रूवल दे दिया था। इस संबंध में मैंने हाई कोर्ट में पिटिशन डाली थी जो पेंडिंग है, इस केस में मैंने हरियाणा के चीफ सेक्रेट्री और कमिश्नर नगर निगम सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को पार्टी बनाया है, इन्होंने फॉर्मेलिटी के लिए एक इंक्वायरी तो बिठा दी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई. कुछ दिनों पहले दिखावे के लिए नगर निगम ने सोसायटी को तोड़फोड़ करने का नोटिस तो दिया लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है जबकि हार्डवेयर चौक पर सैकड़ों गरीबों के अवैध निर्माण को तोड़ा गया, हम अवैध निर्माण के पक्ष में नहीं है लेकिन एमसीएफ और प्रशासन से मांग करते हैं उपरोक्त मामले में भी कार्यवाही की जाए. वकील एल एन पाराशर ने बताया कि हमारी जानकारी में सामने आया है की तोड़फोड़ के बाद भी वहां पर फर्जी रजिस्ट्री आ की जा रही हैं और भू माफियाओं में प्रशासन एवं नगर निगम का कोई भय नहीं है, हमारी जानकारी में यह भी सामने आया है इन भू माफियाओं पर स्थानीय नेताओं का आशीर्वाद है जिसके हमारे पास कुछ प्रमाण भी हैं. हमें विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि कुछ रजिस्ट्रियांं मार्च-अप्रैल में की गई हैंं हालांकि तहसीलदार ने उन पर साइन नहीं किया है.
वकील एलएन पाराशर ने बताया कि सेक्टर 49 12TH एवेन्यू के तीनों मालिकों ने तहसीलदारों से मिलकर सरकार कई कई करोड़ का और चूना लगाया है। वकील पाराशर ने कहा कि VP SPACES 1. आशीष मंचन्दा, 2. वरुण मंचन्दा 3. दीपक कुमार विर्मानी के खिलाफ मैंने हाईकोर्ट में जो याचिका दायर की है उसमे जिन विभागों के अधिकारियों के नाम है उनमे नगर निगम और तहसील के कई अधिकारी शामिल हैं और VP SPACES के तीनों मालिकों ने शहर में कई जगह गड़बड़झाला किया है।
उन्होंने कहा कि एक स्टांप से दो बार हुई रजिस्ट्री और फिर रजिस्ट्री पर कई लाख के लोन के मामले में VP SPACES के एक मालिक का भी नाम है और बैंक के कई अधिकारियों की मिलीभगत से ये सब सरकार को चूना लगाते हैं। पाराशर ने कहा कि ये एक बड़ा गैंग है जो अवैध तरीके से नगर निगम के अधिकारी, तहसीलदारों, बैंक के अधिकारियों से मिलकर करोड़ों का हेरफेर करते हैं और सरकार को चूना लगा बड़े बड़े निर्माण करते हैं और उन निर्माणों की गलत कंप्लीशन करवाते हैं और गलत तरीके से रजिस्ट्री करवाते हैं।
पाराशर ने कहा इस गैंग ने शहर में कई जगहों पर बड़े बड़े फ्राड किये हैं जिस कारण मुझे हाईकोर्ट जाना पड़ा। इसके अलावा मैंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और राष्ट्रपति को भी इस मामले से अवगत कराया है.
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