फरीदाबाद: पुलवामा हमले के बाद पूरा देश पाकिस्तान, पाकिस्तानी आतंकियों और कश्मीरी जिहादियों के खिलाफ आक्रोशित है, पूरा देश शहीदों के शव गिन रहा है, 14 फ़रवरी को 42 जवान शहीद हुए थे, 16 फ़रवरी को एक मेजर शहीद हुआ, आज मेजर समेत 4 जवान और शहीद हो गए. देश के लोग भारत सरकार से कार्यवाही की मांग कर रहे हैं लेकिन फरीदाबाद के भाजपा नेताओं ने धरना शुरू किया है, अब सवाल ये उठता है कि क्या आतंकवादी लोग धरने से आतंक फैलाना छोड़ देंगे या भाजपा नेताओं ने नौटंकी शुरू की है.
बता दें कि भाजपा नेताओं ने बीके चौक पर एक श्रद्धांजलि सभा और 2 घंटे धरने का आयोजन किया था जिसमें केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर भी शामिल हुए, भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा, बडखल विधायक सीमा त्रिखा भी इस धरने में शामिल हुईं. आपको बता दें कि श्रधांजलि सभा और कैंडल मार्च तो पूरे देश में निकाले जा रहे हैं लेकिन आतंकवाद के खिलाफ 2 घंटे धरना सिर्फ फरीदाबाद में हुआ.
भाजपा नेताओं को ध्यान रखना चाहिए कि आतंकवादी धरने की भाषा नहीं समझते, आतंकी सिर्फ गोली की भाषा समझते हैं और अभी तक भारत ने कोई जवाब नहीं दिया है, देशवासी जवाब देने का इन्तजार कर रहे हैं, इनकी धरनेबाजी से देशवासी और नाराज हो सकते हैं. कोई नौटंकी रचने से पहले लोगों की भावनाओं का जरूर ध्यान रखना चाहिए.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा में भी भाजपा सरकार है, केंद्र में भी भाजपा सरकार है और जम्मू-कश्मीर में भी राष्ट्रपति शासन के तौर पर केंद्र की सरकार है, इसके बावजूद भी फरीदाबाद के भाजपा नेता आतंकवादियों के खिलाफ धरना दे रहे हैं, ऐसा करके ये लोग खुद को नकारा साबित कर रहे हैं और मोदी सरकार को कमजोर दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. अगर भारत सरकार ने पाकिस्तान या उनके आतंकवादियों को ठोस जवाब नहीं दिया तो इनकी धरनेबाजी आने वाले चुनावों में मंहगी पड़ सकती है.
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