फरीदाबाद, 13 सितम्बर: फरीदाबाद जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान और वरिष्ठ वकील एल एन पाराशर अब अरावली कब्जा मुक्त कराओ अभियान पर निकल चुके हैं, इस सिलसिले में उन्होंने कल RTI के जरिये सभी निर्माणों की जानकारी मांगी और आज खुद अरावली पर्वत का सर्वे किया.
अरावली के जंगलों में अन्दर तक घुसकर वकील एल एन पाराशर हैरान रह गए, जहाँ पर जंगल और पेड़ पौधे होने चाहिए थे वहां बड़ी बड़ी बिल्डिंगे, आलीशान बंगले और विला बने हुए थे, अरावली के काफी अन्दर तक चीरहरण किया गया है.
वकील पाराशर को अरावली के जंगल में कब्जाधारियों की खोज करते देखकर कुछ लोगों ने कहा कि वकील एल एन पाराशर ने अब बड़े बड़े बाहुबलियों से पंगा ले लिया है, लोगों की बात सुनकर वकील पाराशर बोले, मैं खतरों का खिलाडी हूँ, किसी से डरता नहीं हूँ और एक बार जो मन में ठान लेता हूँ वो करके मानता हूँ, अगर मैंने अरावली को मुक्त कराने का अभियान शुरू किया है तो इसे पूरा करके ही मानूंगा भले ही मेरी जान चली जाए, उन्होंने कहा कि मुझे रोकने का सिर्फ के रास्ता है, ये लोग मुझे मरवा दें, लेकिन मुझे मरवाना भी इतना आसान नहीं है.
वकील पाराशर सबसे पहले डेलाइट गार्डन पहुंचे और वहां पर पूछताछ की, पता चला कि निर्माण अभी भी जारी है और हाईकोर्ट से निर्माण के लिए स्टे लिया गया है, वकील पाराशर ने कहा कि अगर यहाँ पर अवैध निर्माण हो रहा होगा तो मैं सुप्रीम कोर्ट में जाकर कार्यवाही करूँगा.
इसके बाद वकील एल एन पाराशर रोड पर बने सभी फ़ार्म हाउसों का सर्वे करते हुए कान्त एन्क्लेव पहुंचे और वहां पर अन्दर तक सर्वे किया, कान्त एन्क्लेव को 31 दिसम्बर तक सुप्रीम कोर्ट ने तोड़ने का आदेश दिया है.
वकील पाराशर ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को आधार बनाकर अन्य कब्जों के खिलाफ याचिका डालूँगा और इन्हें ध्वस्त करने की मांग करूँगा ताकि अरावली को मुक्त कराकर शहर को प्रदूषण मुक्त किया जा सके. देखें VIDEO.
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