हथीन: प्राचीनतम मंदिर पंचवटी से समरस गंगा महोत्सव में याद करो कुर्वानी शहीद सम्मान यात्रा का शुभारंभ महामण्डलेश्वर कामता दास जी महाराज ने नारियल तोड़ शहीदों का पूजन करके किया। इस पूजन के बाद शहीद मंगलीराम की पत्नी केला देवी व शहीद सुभाष चंद की पत्नी रविन्द्री ने शहीद रथ यात्रा को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।
इस अवसर पर सैकड़ो की संख्या में आए नवयुवकों एवं स्वयंसेवकों ने रथ यात्रा की अगवानी करते हुए रथ यात्रा को शहर के विभिन्न भागों से निकालते हुए शहीद के गांव के लिए रवाना किया। युवकों और स्वयंसेवकों ने शहीदों के चित्र से सुसर्जित रथ यात्रा को पंचवटी मंदिर से शुरू करके सीताराम मंदिर, पुराना सोहना रोड, हथीन गेट, लेनपुरा मौहल्ला, जैदीपुरा मौहल्ला, अरहेरिया चौपाल, दयानंद स्कूल, कमेटी चौक, मीनारगेट, रेलवे रोड़, बस स्टैड़, अलावपुर चौक होते हुए नयागांव मार्ग से रवाना किया।
इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जय और जय जवान, जय किसान, बन्देमातरम् आदि नारों के साथ शहर के माहौल को देशभक्ति से सरावोर कर दिया। इस रथ यात्रा को देखने के लिए उमड़ी भीड़ में उत्साह देखते ही बनता था।
समरस गंगा कार्यक्रम को लेकर शहीदों के हो रहे सम्मान को देखते ही लोग जय जय कार के नारे लगाते नजर आए। दर्शक जसबंत सिंह का कहना था कि उन्होंने अपनी आयु में ऐसा पहला कार्यक्रम देखा है जहां पर इतनी संख्या में शहीदों को एक साथ नमन करने का प्रयास किया है। इस अवसर पर मनीष भारद्वाज ने कहा कि समरस गंगा कार्यक्रम समाज को जोडऩे का कार्य करेगा और इस माध्यम से राष्ट्र की सज्जन शक्ति संगठित होकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी निभाएगी।
इस अवसर पर ऋषिदास महाराज, सतीश कौशिक, जिला कारवाह वेद प्रकाश, कैप्टन बी.एस. पोसवाल, कर्नल दयाराम, कर्नल समरसिंह, समरस गंगा महोत्सव समिति के प्रचार प्रमुख विष्णु चौहान, प्रशांत, सुरेश कुमार, ईश्वर सिंह, सतवीर सिंह, राजकुमार, अतुल मंगला, मनीष भारद्वाज सिंह, कैप्टन भारतपाल, कैप्टन बेदपाल, सुवेदार मेजर महावीर ङ्क्षसह, कैप्टन श्याम लाल, हवलादार रामकिशन, सुवेदार वासुदेव रावत, हवलदार गिर्राज सहित सैकड़ों की संख्या में समाज के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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