फरीदाबाद: भगवान किसे क्या दे दे इस बात की कल्पना नहीं की जा सकती, किसी किसी को भगवान इतना ज्ञान दे देता है कि लोग देखकर हैरान हो जाते हैं, आज फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर डॉ हनीफ कुरैशी भी गूगल गर्ल के नाम से मशहूर विभूति के ज्ञान को देखकर हक्के बक्के रह गए.
आपको बता दें कि दिल्ली की रहने वाली नन्ही छात्रा विभूति आज फरीदाबाद में थीं जो सिर्फ 7 साल की उम्र में गूगल गर्ल के नाम से जानी जातीं हैं। विभूति दसवीं क्लास के फॉर्मूले मिनटों में सुना देती हैं। उनका दिमाग 15 साल के बच्चे से भी ज्यादा काम करता है। आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि विभूति को दसवीं क्लास के फॉर्मूले जुबानी याद हैं. जबकि विभूति खुद दूसरी क्लास की स्टूडेंट हैं। इतना ही नहीं विभूति को इस छोटी उम्र में जनरल नॉलेज के करीब 800 प्रश्न भी जुबानी याद हैं। विभूति का दिमान जितना अच्छा सवाल याद करने में है, वो पढ़ने में भी उतनी ही अच्छी है. विभूति हिंदी, इंग्लिश और संस्कृत बहुत आसानी से पढ़ लेती है।
आपको बता दें कि दिल्ली की रहने वाली नन्ही छात्रा विभूति आज फरीदाबाद में थीं जो सिर्फ 7 साल की उम्र में गूगल गर्ल के नाम से जानी जातीं हैं। विभूति दसवीं क्लास के फॉर्मूले मिनटों में सुना देती हैं। उनका दिमाग 15 साल के बच्चे से भी ज्यादा काम करता है। आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि विभूति को दसवीं क्लास के फॉर्मूले जुबानी याद हैं. जबकि विभूति खुद दूसरी क्लास की स्टूडेंट हैं। इतना ही नहीं विभूति को इस छोटी उम्र में जनरल नॉलेज के करीब 800 प्रश्न भी जुबानी याद हैं। विभूति का दिमान जितना अच्छा सवाल याद करने में है, वो पढ़ने में भी उतनी ही अच्छी है. विभूति हिंदी, इंग्लिश और संस्कृत बहुत आसानी से पढ़ लेती है।
विभूति की कैल्कुलेशन्स और लोगिरिथम्म को समझने की प्रतिभा भी कमाल है. BBRF ने विभूति के ब्रेन मैपिंग में भी कुछ विलक्षण एक्टिविटीज़ देखी हैं जो उसकी उम्र के बच्चों से कहीं आगे हैं। विभूति आज सेफ एंड सेक्योर ग्रुप फरीदाबाद के एक कार्यक्रम में पहुँची थी। इस कार्यक्रम में पुलिस कमिश्नर डाक्टर हनीफ कुरेशी, एसीपी क्राइम राजेश चेची सहित BBRF के चेयरमैन डाक्टर आलोक मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। मंच पर इस नन्ही बच्ची का ज्ञान देख पुलिस कमिश्नर भी हैरान हो गए और सभागार में बैठे हजारों लोग तालियां बजाते रहे। देखें वीडियो.
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