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कल सूरजकुंड मेले का आखिरी दिन, दुनिया भर की हस्तकला और संस्कृति को देखने का मिल रहा मौका

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सूरजकुंड (फरीदाबाद), 18 फरवरी। अगर आप अपने परिवारजनों को अभी तक सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में घुमाने के लिए नहीं लेकर आए हैं तो आपके पास रविवार का दिन ही शेष है। 3 फरवरी से शुरू हुआ यह मेला 19 फरवरी को संपन्न होने जा रहा है। इस बार की रविवार की छुट्टी के दिन इससे बेहतर आउटिंग नहीं हो सकती। शनिवार को भी मेले में लाखों पर्यटकों ने शिरकत की। रविवार को अंतिम दिन सबसे अधिक भीड़ रहने का अनुमान है।


जिला प्रशासन व मेला प्रबंधन की ओर से सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में सभी प्रकार की सुविधाएं नागरिकों को मुहैया करवाई गई हैं। यहां पर दिन भर बड़ी व छोटी चौपाल पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया जा सकता है। वहीं स्कूली बच्चों के लिए गेट नंबर-2 के पास सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा पेंटिंग प्रतियोगिता भी करवाई जाती है। यह मेला विशेषकर हस्तकला को बढ़ावा देने के लिए लगाया जाता है। यहां पर देश-विदेश के सैकड़ों दस्तकारों व शिल्पकारों ने अपने स्टॉल लगाए हुए हैं। ऐसे में हाथ से बने विभिन्न प्रकार के घरेलू सामान, कपड़े आदि उत्पाद खरीदने के लिए यह सबसे अच्छा डेस्टिनेशन है। यहां पर लकड़ी, कागज, पत्थर व मिट्टी से बने एक से एक बेहतर घरेलू सजावटी सामान उपलब्ध है। रसोई के लिए मिट्टी से बने सभी प्रकार के बर्तन मौजूद हैं। मिट्टी से बने यह बर्तन खाद्य सामग्री के पोषक तत्वों को बनाए रखने में सहायक होते हैं।


हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत व परंपरा को जानने के लिए गेट नंबर-1 और 4 के बीच बनाया गया अपणा घर आकर्षण का केंद्र बिंदू है। पुराने जमाने में घरों में प्रयोग होने वाले  उपकरण व औजार के बारे में बच्चों को जानकारी देने के लिए यह सबसे बेहतर स्थान है। इसके अलावा गेट नंबर -1  के पास बड़ा कोना झूलों के लिए भी है। यहां पर कई प्रकार के झूले लगे हुए हैं।


गेट नंबर-1 के नजदीक ही राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की तरफ से सचल पुस्तक परिक्रमा की एक बस मेला स्थल के बाहर खड़ी है। इस बस में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की सभी प्रकार की पुस्तकें बहुत ही उचित मूल्य पर उपलब्ध हैं। आगंतुक मेले में घूमने के बाद बोरियत महसूस न करें, इसके लिए जगह-जगह पर ढोल, नगाड़े, बीन व बाजे वाले कलाकार उनका मनोरंजन कर रहे हैं। हर समूह के पास पर्यटक नाचते हुए देखे जा सकते हैं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सेल्फी खिंचवाने के लिए भी गेट नंबर-1 और गेट नंबर-4 के बीच में सेल्फी विद पीएम नाम का एक स्टॉल लगाया गया है, जिसमें कोई भी पर्यटक प्रधानमंत्री के साथ अपनी सेल्फी ले सकता है। पर्यटकों के खाने-पीने की व्यवस्था के लिए भी फूड कोर्ट की व्यवस्था विभिन्न कोनों पर की गई है। विशेषकर इस बार मोटे अनाज पर सभी फूड कोर्ट में फोकस किया जा रहा है।


पूरे मेले परिसर में चाक-चौबंद पुलिस व्यवस्था की गई है। गेट नंबर-1 के पास ही पुलिस कंट्रोल रूम, अनाउंसमेंट रूम की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा डिस्पेंसरी खोली गई है। कारागार विभाग हरियाणा की तरफ से भी कैदियों द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रकार के उत्पाद यहां रखे गए हैं, जो बहुत ही आकर्षक हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कानूनी जानकारी देने के लिए भी मेले के बीच में एक स्थान रखा गया है, जहां पर विभिन्न स्कूली बच्चों का टूर भी करवाया जा रहा है।



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