फरीदाबाद, 20 मई: हरियाणा का अगला डॉन बनने का सपना देखने वाले आसिफ के अचनाक क़त्ल से माहौल गरम हो गया है, कुछ लोग इसे धार्मिक रंग देना चाहते हैं और सोशल मीडिया पर आग लगाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन पुलिस जांच में सामने आया है कि आसिफ इलाके का डॉन बनना चाहता था, दूसरा पक्ष उससे बहुत परेशान था और इसी वजह से आसिफ की ह्त्या हो गयी. हालाँकि पुलिस मामले की जांच कर रही है.
आपको बता दें कि ह्त्या किसी की भी हो, कानून की नजर में वह जुर्म ही है भले ही किसी बदमाश का क़त्ल किया गया हो. आसिफ का क़त्ल करने वाले आरोपियों के खिलाफ भी 302 के तहत ही कार्यवाही की जाएगी।
इस मामले में पुलिस ने करीब दो दर्जन लोगों के खिलाफ कार्यवाही शुरू की है जिसके खिलाफ सोहना में महापंचायत हुई और निर्दोष लोगों के खिलाफ कार्यवाही ना करने की अपील की गयी.
आपको बता दें कि आसिफ गाँव खेड़ा-खलीलपुर (जिला नूंह) का रहने वाला है और दूसरा पक्ष भी इसी गाँव का रहने वाना है, महापंचायत में आये लोगों का कहना है कि आसिफ खुद को डॉन समझता था और उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज थे, वह लड़कियों को बहुत परेशान करता था, उनकी वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देता था, वह खुद को पुलिस-कानून से ऊपर समझता था.
अगर पुलिस कार्यवाही की बात करें तो रोजका मेव थाना पुलिस ने इस मामले में 14 नामजद एवं 15-20 अन्य लोगों के खिलाफ किडनैपिंग एवं ह्त्या का मुकदमा दर्ज करके अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है और उन्हें रिमांड में लेकर पूछताछ कर रही है.
सोहना में हुई महापंचायत
सोहना के दमदमा झील के पास एक महापंचायत का आयोजन किया गया जिसके बाद ये लोग सोहना के विधायक कँवर संजय सिंह की कोठी पर पहुंचे एवं उन्हें मामले की विस्तार से जानकारी दी, अब ये लोग नूह के एसपी से मिलकर उन्हें पूरे मामले से अवगत कराएंगे और निर्दोषों को इस मामले से निकालने की अपील करेंगे। इन लोगों का कहना है कि आसिफ का क़त्ल आपसी रंजिश में किया गया है लेकिन पुलिस दबाव में आकर निर्दोषों के खिलाफ कार्यवाही कर रही है.
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