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2019 में हुई FIR, मुख्य-आरोपी ब्रह्म प्रकाश गोयल की जमानत खारिज हुई फिर भी नहीं पकड़ पायी पुलिस

Faridabad Police not arresting accused Brahm Prakash Goyal in Nakli RC Case FIR no 649 news in hindi

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फरीदाबाद, 22 जनवरी 2021: फरीदाबाद पुलिस आजकल काफी अच्छा काम कर रही है, फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह भी अच्छा काम कर रहे हैं लेकिन एक मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं. RC फर्जीवाड़े में एक साल पहले 1/11/2019 को FIR दर्ज हुई जिसमें ब्रह्म प्रकाश गोयल मुख्यारोपी थे. यह शिकायत गौरव अरोड़ा ने दर्ज करवाई थी. RTO के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से नकली RC बनाने का फर्जीवाड़ा चल रहा था.

आश्चर्य इस बात का है कि ब्रह्म प्रकाश गोयल के खिलाफ IPC 406, 420, 467, 468, 471, 120B के तहत FIR-649 दर्ज होने के बाद भी उन्हें आज तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका, उन्होंने एंटीसिपेटरी बेल भी लगाई, 18 जनवरी 2021 को सेशन कोर्ट से उनकी बेल खारिज भी हुई, उसके बाद भी ब्रह्म प्रकाश गोयल को गिरफ्तार नहीं किया जा सका. उनकी कंपनी के एक अन्य डायरेक्टर भी इस मामले में बराबर के अभियुक्त हैं, उनकी भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.

पुलिस ब्रह्म प्रकाश गोयल को फरार बता रही है, उनका मोबाइल स्विच ऑफ बताया जा रहा है, अब देखते हैं कि वे कितने दिन तक फरार रहते हैं. पुलिस की कार्यवाही सवालों के घेरे में है, यह मामला फिलहाल EOW ब्रांच है, सेक्टर-12 सेंट्रल थाने में FIR दर्ज हुई थी.

इस मामले में 2 आरोपी रेगुलर जमानत पर जेल से बाहर आ गए हैं, तीसरे आरोपी ब्रह्म प्रकाश गोयल ने 14 जनवरी को सेक्टर-12 सेशन कोर्ट में Anticipatory जमानत याचिका लगाई थी, सेशन कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी.

FIR में क्या लिखा है, पढ़ें

गौरव कुमार पुत्र श्री औम प्रकाश, निवासी म.न नम्बर-826, सैक्टर-9ए, गुरूग्राम, हरियाणा ने Himgiri Auto India Pvt. Ltd. गुरूग्राम से जनवरी, 2018 में 5 गाड़ियां M/s Tirumala Utilities Pvt. Ltd., 995, Sector-19, Faridabad को दिलवाई थी, जिसका Registration मैंने करवाया था, जिनका गाडी नम्बर HR38X1230, HR38X4403, HR38X3618, HR38X3883  HR38X4618 है। जिनकी असली आर०सी० व सारे कागजात मेरे पास है। इस कस्टूमर ने मुझे बोला था कि आप मुझे अपनी कम्पनी से मेरे पैसे रिफंड करवा दो (जो कि रजिस्ट्रेशन एमाउन्ट था), क्योंकि मुझे पैसों की सख्त जरूरत है, मैं आपको ये पैसे आर0सी0 आने पर दे दूंगा। ये सब इसने अपनी सोची-समझी साजिश के तहत मुझे हानि पहुंचाने के लिए किया है। 

रिफंड लेने के बाद इस कस्टूमर ने बिना किसी एफ0आई0आर0 और बिना कोई रसीद कटे, रजिस्टेशन अथोरिटी से दूसरी आर0सी0 बनवा लीं, जिसको मैंने नकली साबित करते हुए दिनांक 30.10.2018 को रजिस्ट्रेशन अथोरिटी को इतला की थी कि इसकी आर0सी0 की जांच की जाये, जिसका उन्होंने मुझे अभी तक कोई जबाव नहीं दिया। मैंने जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत इनसे सूचना मांगी थी, जिसका जबाव इन्होंने पत्र क्रमांक संख्या 789 दिनांक 25.02. 2019 में जबाव लिखित है। 

मेरे पास जो आर०सी हैं, उनका यूनिक नम्बर 0859836, 0859781, 0853782, 0856796 , 0859797, जिनका चिप नम्बर 060805100D010000010053C7, 060805100D01000001005BC6,060805100D01000001005AC6,060805100D01000001005BC6, 060805100D01000001004AC6 हैं जो कि वाहन पोर्टल की साईट पर रजिस्ट्रर्ड है। 

लेकिन इस कस्टूमर ने जो आर0सी0 नकली बनवाई थी, उनका यूनिक नम्बर 0909343, 0909360, 0909361, 0909358 व 0909359 है। जिनका कोई भी रिकॉर्ड रजिस्ट्रेशन अथोरिटी में दर्ज नहीं है। अतः मेरी आपसे विनती है कि उपरोक्त कस्टूमर गाड़ियों का दुरूपयोग कर रहा है। 

कृपया करके इसकी गाड़ियां जब्त की जायें व इसके खिलाफ IPC 406, 420, 467, 468, 471, 120B के तहत उचित कार्यवाही की जाये और रजिस्ट्रेशन अथोरिटी फरीदाबाद से भी जो भी कर्मचारी इन नकली आर0सी0 को बनवाने में संलिप्त हैं, उसके खिलाफ भी मुकदमा दायर किया जाये। आपकी अति कृपा होगी।

देखिये क्या कहते हैं शिकयतकर्ता गौरव अरोड़ा

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