Note: यह फोटो हैदराबाद की अमित शाह और योगी की रैली की है
भारत सरकार महामारी से लड़ रही है, यह महामारी पूरे देश में फैली है, हर राज्य में समान रफ़्तार से संक्रमण फ़ैल रहा है और लोग ठीक भी हो रहे हैं, अब तक पूरे देश में 94 लाख लोग पॉजिटिव हो चुके हैं और 88 लाख लोग ठीक भी हो चुके है.
सरकार की पालिसी से लोग हैरान है, जहाँ जहाँ चुनाव होते हैं वहां भीड़ जुटने की बंदिश ख़त्म हो जाती है, उदाहरण के लिए जब बिहार में चुनाव हो रहे थे तो वहां लाखों लोग इकठ्ठे हो रहे थे और भीड़ को लहर बताया जा रहा था.
तेलंगाना के हैदराबाद में भी निकाय चुनाव हो रहे हैं, योगी और अमित शाह के रोड शो और रैली में लाखों लोग इकठ्ठा हुए जिसे लहर बताया जा रहा है.
हरियाणा में भी कोरोना है, करीब 18000 एक्टिव मरीज हैं, 2 लाख से अधिक मरीज ठीक भी हो चुके हैं लेकिन यहाँ पर शादी और अन्य समारोहों में सिर्फ 50, 100 और 200 लोगों के जुटने का नियम बनाया गया है.
अब लोग सवाल उठा रहे हैं कि हैदराबाद में जब योगी और अमित शाह की रैलियों में लाखों लोग इकठ्ठे हो रहे हैं तो उसे लहर बताया जा रहा है लेकिन शादियों में दावत खाने के लिए 100 से अधिक लोग इकठ्ठे हो जाते हैं तो उसे कहर बताया जाता है. लोग कह रहे हैं कि क्या रैलियों से महामारी नहीं फ़ैल रही है.
यहाँ साफ़ कर दें कि ये रैलियों की फोटो हरियाणा के नहीं बल्कि तेलंगाना के हैदराबाद की है, हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद अपने कार्यक्रमों में 100/200 नियम का पालन कर रहे हैं लेकिन लोग पूरे देश में कहीं भी रैलियों में भीड़ देखते हैं तो सरकार की पालिसी पर सवाल उठाने लगते हैं.
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