दरअसल सिपाही राकेश देर शाम सेक्टर 16 में टहल रहे थे कि उन्हें रास्ते के साइड में कोई वस्तु पड़ी दिखाई दी. राकेश ने जब नजदीक जाकर देखा तो वहां एक पर्स और कुछ कागजात थे. सिपाही राकेश को लगा कि यह किसी की की बहुत कीमती वस्तु है और इसे उसके मालिक के पास पहुँचाना चाहिए। इसके लिए सिपाही राकेश ने इसके मालिक का पता लगाने के लिए बटुए में उसके आइडेंटिटी कार्ड ढूंढने की कोशिश की परन्तु ऐसा कोई कागजात नहीं मिला जिससे उस व्यक्ति का पता लग सके जिसका यह बटुआ था.
इसके बाद सिपाही राकेश ने पर्स के साथ मिले ऑटो के कागजात खंगाले तो इसमें एक मोबाइल नंबर मिला जिसपर संपर्क करने पर पता चला कि वह तो किसी अन्य व्यक्ति का नंबर है परन्तु उसने पर्स के मालिक के जानने वाले का नंबर राकेश को दिया। राकेश ने जब दुसरे व्यक्ति को संपर्क किया तो उसके पास भी पर्स के मालिक का नंबर नहीं था तो उसने किसी और व्यक्ति का नंबर दिया जो पर्स के मालिक का नंबर बता सके. इस प्रकार 15-20 लोगों से संपर्क स्थापित करने के पश्चात् अंत में पर्स के मालिक से बात हुई और उसे उसके खोए हुए पर्स के बारे में बताया।
जिस व्यक्ति का वह पर्स था उसका नाम विनोद कुमार जोकि पलवल जिले का रहने वाला था और बिजली महकमे में अस्थाई रूप से कार्यरत था. सिपाही राकेश ने विनोद को सेक्टर 16 में बुलाया और उसकी आइडेंटिटी वेरीफाई करने के पश्चात् पर्स और ऑटो के कागजात विनोद के हवाले कर दिए. विनोद ने अपने पर्स में अपने एटीएम कार्ड, पैसे व अन्य जरूरी कागजात चेक किए तो उसमे एटीएम कार्ड, कुछ कागजात और 2430 रुपए नगद मिले। विनोद ने बताया कि जो-जो चीजें गुम होने से पहले मेरे पर्स में थी वह सब इसमें मौजूद है जिसके लिए मैं सिपाही राकेश का आभारी हूँ और दिल से उनका धन्यवाद करता हूँ.
सिपाही की ईमानदारी को देखते हुए विनोद ने उन्हें 500 रुपए इनाम के तौर पर देने की पेशकश की परन्तु सिपाही राकेश ने यह कहते हुए मना कर दिया कि यह तो मेरा कर्तव्य था और हमें इनाम के रूप में पैसे नहीं बल्कि पुलिस के प्रति आपके विश्वास और सम्मान की आवश्यकता है.
जैसे ही इस बात की खबर पुलिस आयुक्त ओ पी सिंह को मिली तो उन्होंने ख़ुशी जाहिर करते हुए सिपाही राकेश द्वारा किए गए कार्य के लिए उनको ग्रेड-I प्रशंसा पत्र और 500 रुपए इनाम देने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि ऐसे पुलिस जवानों मुझे पर गर्व है जो इतनी ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वाहन करते हैं।
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