नीरज शर्मा द्वारा जारी बयान के अनुसार - वह मुंबई पुलिस के कमिश्नर परमवीर सिंह पर पत्रकार अर्णब गोस्वामी द्वारा की गई प्रतिकूल टिप्पणी से खासे आहत हैं। उन्होंने अर्नब गोस्वामी को कहा है कि परमवीर सिंह हमारे इस इलाके की आन बान और शान हैं। लाखों युवा परीक्षा देते हैं तो उनमें से कोई एक ऐसा निकलता है जिसके कंधे पर शेर (अशोक स्तंभ) लगता है, भाई परमवीर ने इस शहर को गौरवान्वित होने का अनेकों बार मौका दिया है। अपने इस बेटे पर शहर को गर्व है। अपनी राजनीति के चक्कर में अर्णब गोस्वामी परमवीर पर कीचड़ उछाल रहे हैं जबकि अपने पूरे सेवाकाल में परमवीर की वर्दी पर एक भी दाग नहीं है।
नीरज शर्मा ने कहा कि 1988 बैच के अधिकारी परमबीर सिंह ने अपने 32-33 साल के सेवा काल में ठाणे से दाऊद के भाई को गिरफ्तार कर सनसनी मचा दी थी। नीरज शर्मा ने शहर के लोगों का आह्वान किया कि वे दलों की दलदल से बाहर निकाल कर भाई परमवीर का समर्थन करें। गौरतलब है कि मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह फरीदाबाद के गांव पावटा के रहने वाले हैं और शहर का उनके साथ खड़ा जुड़ाव है।
क्या हो सकता है नीरज शर्मा का मकसद
वैसे अब पूरे देश की भावनाएं सुशांत राजपूत के साथ जुड़ गयी हैं और पूरा देश यह भी समझ गया है कि मुंबई पुलिस ने सुशांत राजपूत की मौत से सम्बंधित सबूत मिटाने और जांच से रोकने के लिए पूरी ताकत लगा दी लेकिन नीरज शर्मा शायद यह सोच रहे हैं कि परमबीर सिंह फरीदाबाद में जन्में हैं अगर वह परमबीर भड़ाना का समर्थन करेंगे तो उन्हें फरीदाबाद की जनता का समर्थन मिलेगा। अब देखते हैं कि फरीदाबाद के लोग कांग्रेसी विधायक नीरज शर्मा का समर्थन करते हैं या नहीं।
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