फरीदाबाद, 12 सितम्बर: फरीदाबाद शहर में इकोग्रीन कंपनी की मनमानी चल रही है, कई कॉलोनियों और सेक्टरों में भी कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां हप्ते में एक दो दिन ही चक्कर लगाती है लेकिन पैसा कलेक्शन करने वाले एजेंट पैसा कलेक्ट करने में देरी नहीं करते।
इकोग्रीन की मनमानी के खिलाफ कोई लगाम लगाने वाला नहीं है, ना तो नगर निगम कोई एक्शन ले रहा है और ना ही नेता लोग कोई कार्यवाही कर रहे हैं जिसकी वजह से जनता परेशान हैं.
यह भी सुनने में आया है कि जहाँ 30 रुपये की पर्ची काटनी चाहिए वहां भी 50 रुपये की पर्ची काटी जा रही है और जो लोग मनमानी के खिलाफ आवाज उठाते हैं कलेक्शन एजेंट उनके घर का कूड़ा ही नहीं उठाते और ना ही कूड़ा गाड़ी में डालने देते हैं.
यह भी सुनने में आया है कि अधिकतर पार्षदों ने अपने एजेंटों के जरिये कलेक्शन का काम शुरू कर दिया है, यही वजह है कि जनता का प्रतिनिधि होने के बावजूद भी पार्षद लोग इकोग्रीन के खिलाफ आवाज नहीं उठा रहे हैं.
अब देखते हैं कि इकोग्रीन की मनमानी ऐसे ही जारी रहती है या MCF या सत्ताधारी नेता या सरकार इस कंपनी के खिलाफ कोई कार्यवाही करती है. इकोग्रीन को शहर को साफ सुथरा बनाने के लिए कूड़ा उठाने का ठेका दिया गया था लेकिन इसका उलटा हुआ है और शहर में गन्दगी बढ़ रही है. पहले रिक्शा-रेहड़ी वाले रोजाना कूड़ा उठाकर ले जाते थे और महीनें में 10 - 20 रुपये ही लेते थे लेकिन इकोग्रीन के आने के बाद जनता को फीस भी अधिक देनी पड़ रही है और कई दिनों तक कूड़ा घर में ही सड़ता रहता है और पूरा घर बदबू में रहता है.
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