फरीदाबाद, 21 अप्रैल: शराब और बीयर से सरकार को बहुत अधिक राजस्व आता है, कहने का मतलब ये है कि शराबी लोग राज्य के विकास में सबसे अधिक योगदान देते हैं. दारू जितनी अधिक बिकती है सरकार को उतना अधिक टैक्स मिलता है, ठेके और बार जितने ज्यादा खुलते हैं सरकार को उससे कमाई के ज्यादा जरिये मिलते हैं इसीलिए सभी सरकारें दारूबन्दी जैसा बड़ा कदम नहीं उठा पाती।
हरियाणा में सरकार ने बड़ा फैसला लिया है, शराब पर टैक्स बढ़ा दिया गया है जबकि बीयर पर टैक्स घटा दिया गया है. शराब ऐसी आदत है जो लोग आसानी से छोड़ नहीं पाते, अब शराबियों को मजबूरीवश ही सही लेकिन मंहगे दामों में शराब खरीदना पड़ेगा इससे सरकार का टैक्स कलेक्शन भी बढ़ जाएगा।
जानकारी के अनुसार हरियाणा में देशी और विदेशी शराब तीन रुपये प्रति बोतल तक मंहगी हो जाएगी जबकि बीयर पांच रुपये सस्ती हो जाएगी।
सरकार ने एक फैसला और लिया है - फरीदाबाद, गुरुग्राम और पंचकूला में शराब के बार रात एक बजे तक खोले जा सकेंगे, अगर किसी को 2 घंटे और समय बढ़ाना है यानी रात तीन बजे तक बार खोलना है तो उसके लिए 10 लाख रुपये प्रति घंटे/प्रति महीना की अतिरिक्त लाइसेंस फीस देनी पड़ेगी।
इसके अलावा थ्री स्टार होटलो के बहार और जिला मुख्यालयों के बाहर होटलों में भी बार चलाने की इजाजत मिल गयी है. यह फैसला आबकारी नीति 2020-21 पर हरियाणा सरकार की मुहर लगने के बाद सुनाया गया है, इसकी जानकारी आबकारी और कराधान मंत्री और उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दी.
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