फरीदाबाद: मेजर सुरेन्द्र पुनिया भी 10 स्पेशल फ़ोर्स में सेवा दे चुके हैं इसलिए संदीप की शहादत पर उन्हें अधिक दुख और गुस्सा है. उन्होंने पत्थरबाजों और उनके समर्थकों को संदीप की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है. ट्विटर पर मेजर सुरेन्द्र पुनिया ने लिखा - पत्थरबाजों ने रास्ता रोककर नायक संदीप (मेरे पलटन के) को अस्पताल पहुँचने में देरी कर दी जिसकी वजह से उनकी जान गयी. यह शर्मनाक है, पत्थरबाजों के समर्थक भी संदीप के हत्यारे हैं, सागरिका घोष आप पत्थरबाजों को अभी भी समर्थन करती हैं.
इससे पहले शहीद संदीप को मेजर सुरेंदर पुनिया ने भी श्रद्धांजलि दी है, उन्होंने एक ट्वीट के माध्यम से कहा - नायक संदीप हमारे रेजिमेंट 10 पैरा कमांडो स्पेशल फ़ोर्स के थे जो हमें छोड़कर चले गए, वह रतनीपोर पुलवामा में एक ऑपरेशन के दौरान घायल हुए थे, देश और पैरा-टेन स्पेशल फ़ोर्स के लिए आपकी कुर्बानी युवाओं को आर्मी ज्वाइन करने की प्रेरणा देगी, संदीप भाई आप खूब लड़े, Rip.
पुलवामा के रतनीपोर में आतंकियों से मुठभेड़ में घायल हुए स्पेशल पैरा कमांडो की 19 फ़रवरी को शहादत हो गयी थी, कल फरीदाबाद के अटाली गाँव में उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके अंतिम दर्शन के लिए लाखों का जन-सैलाब उमड़ आया.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फौजी संदीप स्पेशल पैरा 10 कमांडो फ़ोर्स में तैनात थे और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते थे, पुलवामा हमले से तीन दिन पहले वह अपनी टीम के साथ रात्निपोर में आतंकियों को ख़त्म करने गए थे लेकिन आतंकियों के पास काफी युद्ध सामग्री थी, दोनों तरफ से जमकर फायरिंग हुई जिसमें संदीप को चार गोलियां लग गयीं, संदीप मौत से हार मानने वाले नहीं थे लेकिन पत्थरबाजों ने आकर पत्थरबाजी शुरू कर दी जिसकी वजह से संदीप को अस्पताल ले जाने में देरी हो गयी, फिर भी उन्होंने एक हप्ते तक मौत से संघर्ष किया लेकिन उनके शरीर में गोलियों का जहर फ़ैल चुका था जो उनके लिए जानलेवा बन गया और अंततः वह भारत माँ के लिए शहीद हो गए.
इससे पहले शहीद संदीप को मेजर सुरेंदर पुनिया ने भी श्रद्धांजलि दी है, उन्होंने एक ट्वीट के माध्यम से कहा - नायक संदीप हमारे रेजिमेंट 10 पैरा कमांडो स्पेशल फ़ोर्स के थे जो हमें छोड़कर चले गए, वह रतनीपोर पुलवामा में एक ऑपरेशन के दौरान घायल हुए थे, देश और पैरा-टेन स्पेशल फ़ोर्स के लिए आपकी कुर्बानी युवाओं को आर्मी ज्वाइन करने की प्रेरणा देगी, संदीप भाई आप खूब लड़े, Rip.
पुलवामा के रतनीपोर में आतंकियों से मुठभेड़ में घायल हुए स्पेशल पैरा कमांडो की 19 फ़रवरी को शहादत हो गयी थी, कल फरीदाबाद के अटाली गाँव में उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके अंतिम दर्शन के लिए लाखों का जन-सैलाब उमड़ आया.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फौजी संदीप स्पेशल पैरा 10 कमांडो फ़ोर्स में तैनात थे और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते थे, पुलवामा हमले से तीन दिन पहले वह अपनी टीम के साथ रात्निपोर में आतंकियों को ख़त्म करने गए थे लेकिन आतंकियों के पास काफी युद्ध सामग्री थी, दोनों तरफ से जमकर फायरिंग हुई जिसमें संदीप को चार गोलियां लग गयीं, संदीप मौत से हार मानने वाले नहीं थे लेकिन पत्थरबाजों ने आकर पत्थरबाजी शुरू कर दी जिसकी वजह से संदीप को अस्पताल ले जाने में देरी हो गयी, फिर भी उन्होंने एक हप्ते तक मौत से संघर्ष किया लेकिन उनके शरीर में गोलियों का जहर फ़ैल चुका था जो उनके लिए जानलेवा बन गया और अंततः वह भारत माँ के लिए शहीद हो गए.
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