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वाह संदीप भाई, शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल होकर ही संदीप ने लिया था फ़ौज में जाने का निर्णय

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फरीदाबाद: फरीदाबाद अटाली गाँव के फौजी संदीप का कल अंतिम संस्कार किया गया, उनके बारे में तरह तरह की जानकारी सामने आ रही है. जानकारी के मुताबिक संदीप को गाँव के ही एक शहीद फौजी की वजह से फ़ौज ज्वाइन करने की प्रेरणा मिली थी. संदीप उस वक्त आठवीं क्लास में पढ़ते थे, गाँव में एक फौजी की शहादत हुई थी, संदीप भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे, संदीप ने उसी दिन फ़ौज में जाने का निर्णय किया, कड़ी मेहनत की और 2005 में फ़ौज में शामिल हो गए.

मजबूत कद काठी के संदीप को स्पेशल 10 पैरा कमांडो फ़ोर्स में तैनाती मिली, उनकी तीन बार कश्मीर में पोस्टिंग हुई, यह उनकी तीसरी पोस्टिंग थी. वह 15 फ़रवरी को एक महीनें के लिए छुट्टी पर आने वाले थे लेकिन 12 फ़रवरी को आतंकियों से मुठभेड़ हो गयी.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पुलवामा के रतनीपोर में 12 फ़रवरी को आतंकियों से मुठभेड़ में घायल हुए स्पेशल पैरा कमांडो की 19 फ़रवरी को शहादत हो गयी थी, कल फरीदाबाद के अटाली गाँव में उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके अंतिम दर्शन के लिए लाखों का जन-सैलाब उमड़ आया.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फौजी संदीप स्पेशल पैरा 10 कमांडो फ़ोर्स में तैनात थे और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते थे.

पुलवामा हमले से तीन दिन पहले वह अपनी टीम के साथ रात्निपोर में आतंकियों को ख़त्म करने गए थे लेकिन आतंकियों के पास काफी युद्ध सामग्री थी, दोनों तरफ से जमकर फायरिंग हुई जिसमें संदीप को चार गोलियां लग गयीं, संदीप मौत से हार मानने वाले नहीं थे लेकिन पत्थरबाजों ने आकर पत्थरबाजी शुरू कर दी जिसकी वजह से संदीप को अस्पताल ले जाने में देरी हो गयी, फिर भी उन्होंने एक हप्ते तक मौत से संघर्ष किया लेकिन उनके शरीर में गोलियों का जहर फ़ैल चुका था जो उनके लिए जानलेवा बन गया और अंततः वह भारत माँ के लिए शहीद हो गए.
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Faridabad News

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