फरीदाबाद, 4 नवम्बर: जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान और वकील एल एन पाराशर ने डबुआ कॉलोनी में बने फ्लैटों के मुद्दे पर फरीदाबाद और हरियाणा के अधिकारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई है. उन्होंने फ्लैटों को खँडहर में तब्दील होने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए सरकार से मांग की है कि अधिकारियों की सैलरी से करोड़ों रुपये वसूले जाएं और उसी पैसे से गरीबों के लिए बने फ्लैटों की मरम्मत कराई जाय.
वकील पाराशर ने कहा कि अगर समय से इन फ्लैटों को गरीबों को आवंटित कर दिया जाता तो ये खँडहर नहीं बनते, अब इनकी मरम्मत पर फिर से करोड़ों रुपये खर्च होंगे, उसका बोझ जनता को ही सहना पड़ेगा, सरकार टैक्स बढ़ाकर जनता से इसकी भरपाई करेगी लेकिन अधिकारियों की गलती की सजा जनता क्यों भुगते, ये पैसे जिम्मेदार अधिकारियों की सैलरी से काटे जाएं या इनकी पर्सनल प्रॉपर्टी की नीलामी करवाकर वसूली जाय.
वकील पाराशर ने कहा कि मैं इस मामले में पीछे नहीं हटूंगा, मैंने पहले ही हाईकोर्ट में 7 विभागों के खिलाफ जनहित याचिका डाली है, ये अधिकारी कितनी भी ताकत लगा लें लेकिन ये बचने वाले नहीं हैं. इन्हें हाईकोर्ट में जवाब देना होगा कि फरीदाबाद में इन्हें गरीब क्यों नहीं मिले, गरीबों के लिए बने फ्लैट को समय से उन्हें आवंटित क्यों नहीं किया और फ्लैटों को खँडहर क्यों बनने दिया गया.
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