फरीदाबाद 21 अक्टूबर: फरीदाबाद के अधिकतर सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार फैला हुआ है लेकिन सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार तहसीलों में है. फरीदाबाद जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान वकील एल एन पाराशर ने कुछ दिनों पहले कई तहसीलों का दौरा करके वहां हो रहे भ्रष्टाचार का खुलासा किया था, उन्होंने वीडियो के जरिए भी दिखाया था कि तहसीलों में गैर कानूनी तरीके से रजिस्ट्री की जा रही थी और तहसीलदार किसी गुप्त ऑफिस में बैठकर रजिस्ट्रियों पर साइन कर रहा था. ऑफलाइन कैमरे में एक तहसीलदार ने कबूलनामा भी किया कि कुछ ना कुछ गड़बड़ी होती है लेकिन वह अपने काम में सुधार लाएगा.
तहसीलों में भ्रष्टाचार के खिलाफ वकील पाराशर ने मुख्यमंत्री के पास शिकायत भेजी थी. उन्होंने 9 अक्टूबर को सीएम विंडो में शिकायत भेजी थी लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई.
वकील पाराशर ने कहा कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ सिर्फ आवाज उठा सकते हैं, सरकार के पास शिकायत भेज सकते हैं लेकिन उन शिकायतों पर कार्यवाही करना सरकार का काम होता है लेकिन मुझे लगता है सरकार अपनी जिम्मेदारी भूल गई है. सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आंखें बंद कर रखी हैं. इसी का नतीजा है कि तहसीलदार खुलेआम रिश्वत लेकर रजिस्ट्रियां कर रहे हैं, फरीदाबाद की तहसीलों में रोजाना 60 से 70 रजिस्ट्री होती हैं और हर तहसीलदार करीब ₹10000000 रोजाना कमाता है. सरकार को खुद छापेमारी करके ऐसे तहसीलदारों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और जनता को लूटने वालों को सबक सिखाना चाहिए लेकिन हरियाणा की सरकार इस मामले में पूरी तरह से गैर जिम्मेदार है इसीलिए मैंने प्रधानमंत्री मोदी के पास शिकायत भेजी है और मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री कार्यालय फरीदाबाद के भ्रष्ट तहसीलदारों के खिलाफ कार्यवाही जरूर करेगा.
वकील पाराशर द्वारा सीएम विंडो को भेजी गई शिकायत
वकील पाराशर ने कहा कि मुख्यमंत्री हरियाणा ने मेरी शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की इसलिए मैंने प्रधानमंत्री मोदी के पास शिकायत भेजी है लेकिन अगर वहां से भी कोई कार्यवाही नहीं हुई तो कोर्ट के रास्ते खुले हैं. मैं हाई कोर्ट में रिट के जरिए भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही करवाऊंगा, मैं इसके अलावा कांत एनक्लेव पर भी सभी दोषी अधिकारियों को पार्टी बनाकर रिट फाइल कर रहा हूं जो कल फाईल हो जाएगी.
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