फरीदाबाद: एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री के नेतृत्व में एनएसयूआई फरीदाबाद द्वारा अनिश्चितकालीन धरने को आज पाँचवा दिन है। इस दौरान धरने प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए पूर्व मंत्री शिवचरण लाल शर्मा के सुपुत्र मुनेश शर्मा पहुँचे।
इस मौके पर मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष सुनील मिश्रा, आरजीएससी के जिलाध्यक्ष आनंद राजूपत, छात्र नेता विकास फागना, वरुण पंडित आदि मुख्य रूप से मौजूद थे ।
इस दौरान मुनेश शर्मा ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि एनएसयूआई के कार्यकर्ता इतनी भारी बारिश में तथा रात में धरने स्थल पर रुकते है तथा छात्र जिन माँगो को लेकर बैठे हुए है उनमें सिर्फ एनएसयूआई का फायदा नही है बल्कि पूरे फरीदाबाद तथा आस पास के जुड़े जिलो के छात्रों को भी फायदा है।
मुनेश ने कहा कि खट्टर सरकार इन माँगो को ना मानकर अपना छात्र एवं युवा विरोधी चेहरा दिखा रही है। चुनाव से पहले तो छात्रों एवं युवाओ को लेकर बड़े बड़े वायदे किए थे और आज उनमे से एक भी पूरा नही किया है। उन्होंने कहा कि जब हरियाणा प्रदेश में भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री थे तथा मेरे पिता शिवचरण लाल शर्मा मंत्री थे तो उन्होंने एनआईटी में बिना माँग के एक मेडिकल कॉलेज तथा हॉस्पिटल एवं एक सरकारी कॉलेज बनवाया था वहीँ दूसरी तरफ खट्टर सरकार है जो छात्रों की माँगो को अनदेखा करके चैन की नींद सो रही है।
इस दौरान एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने धरने में एनएसयूआई की प्रमुख मांगो पर प्रकाश डाला जोकि इस प्रकार है:
1) सभी सरकारी कॉलेजों में यूजी, पीजी कक्षाओ में 20 प्रतिशत सीट बढ़ाने के लिए।
2) छात्रसंघ चुनाव बहाल तथा प्रत्यक्ष रूप से बहाल करने के लिए।
3) फरीदाबाद में रीजनल सेंटर बनवाने के लिए।
4) नेहरू कॉलेज की जर्जर पड़ी इमारत का निर्माण कराने के लिए।
5) सभी सरकारी कॉलेजो में मूलभूत सुविधाएं एवं स्टाफ पूरा कराने के लिए।
6) मैगपाई चौक पर छात्रों को रोड पार कराने के लिए फुटओवर ब्रिज का निर्माण जल्द कराने के लिए।
7) सैमेस्टर प्रणाली बंद हो।
8) प्रत्येक कॉलेज में छात्रों के लिए वूमैन सेल का गठन।
इस मौके पर नेहरू कॉलेज अध्यक्ष मोहित त्यागी, कुंज बैसोया, आरिफ खान, सोनू सिंह, गौरव कौशिक, अक्की पंडित, विक्रम यादव, रवि रावत, कन्हैया चौबे, शैंकी, मनीष, नकुल देशवाल, राहुल कौशिक, दीपक, अशोक, शिवम, अंकित, सोनू सैनी, अवतार सिंह, संदीप कोहली, रिंकू तेवतिया, देव सहरावत आदि मौजूद थे।
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