फरीदाबाद: शहर के जाने माने वकील और जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एलएन पाराशर ने मानवाधिकार आयोग को जमकर फटकार लगाई है. उन्होंने कहा कि मानवाधिकार आयोग को अवैध बंगलादेशी घुसपैठियों की फिक्र है लेकिन गरीब भारतीयों की फिक्र नहीं है. उन्होंने कहा कि लाखों भारतीय भीख मांगकर अपना गुजारा कर रहे हैं, कई शहरों में बच्चियों से रेप की घटनाएं सामने आ रही है लेकिन मानवाधिकार आयोग ने कभी भी उनकी फिक्र नहीं की लेकिन जब भारत सरकार अवैध बंगलादेशी घुसपैठियों को देश से बाहर निकालना चाहती है तो ह्यूमन राईट कमीशन रुकावट बन रहा है.
वकील एलएन पाराशर ने कहा कि अवैध घुसपैठियों ने अवैध तरीके से हमारे देश में घुसकर पहले ही अपराध किया है, उन्हें उनके गुनाहों की सजा देनी चाहिए लेकिन हमारे देश में उनका समर्थन किया जा रहा है. वकील पाराशर ने कहा कि जहाँ जहाँ बंगलादेशी घुसपैठिये रह रहे हैं वहां स्नैचिंग, चोरी, लूट, रेप, हत्या और अन्य आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं, अगर इन्हें यहाँ पर परमानेंट बसा दिया गया तो पहले से अधिक अपराध बढेगा, पुलिस पर बोझ बढेगा और देशवासियों का जीना मुश्किल हो जाएगा.
वकील पाराशर ने कहा कि देश में पुलिस कर्मियों की हत्या हो रही है, रोहतक में सब इंस्पेक्टर की हत्या हो गयी, शाहजहांपुर में सिपाही और चौकीदार की हत्या हो गयी, ह्यूमन राईट कमीशन ने उनके लिए एक शब्द नहीं कहा लेकिन अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों, पत्थरबाजों और आतंकवादियों के हितों की रक्षा करने के लिए ये हमेशा आ जाता है.
वकील पाराशर ने कहा कि देश में पुलिस कर्मियों की हत्या हो रही है, रोहतक में सब इंस्पेक्टर की हत्या हो गयी, शाहजहांपुर में सिपाही और चौकीदार की हत्या हो गयी, ह्यूमन राईट कमीशन ने उनके लिए एक शब्द नहीं कहा लेकिन अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों, पत्थरबाजों और आतंकवादियों के हितों की रक्षा करने के लिए ये हमेशा आ जाता है.
वकील पाराशर ने कहा कि अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से भगाना चाहिए ताकि हमारे देश के लोग सुरक्षित रह सकें, मानवाधिकार आयोग को घुसपैठियों की चिंता करने के बजाय देशवासियों और गरीब जनता की चिंता करनी चाहिए. ह्यूमन राईट कमीशन अपने रास्ते से भटक गया है. अब इसमें सुधार होना चाहिए.
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