फरीदाबाद: नीमका गाँव के सरपंच केशराम ने आज अपने ऊपर लगे सभी आरोपों पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि मुझपर भ्रष्टाचार के सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं, कुछ लोगों ने व्यक्तिगत रंजिश की वजह से मेरे ऊपर ये आरोप लगाए हैं.
सरपंच ने बताया कि ये लोग मुझपर 12 करोड़ रुपये के करप्शन का आरोप लगा रहे हैं जबकि मैंने विकास सिर्फ 4 करोड़ रुपये का करवाया है. यह बात सरासर गलत है, मुझे सरपंच बने ढाई साल हो गए हैं और मैंने पंचायत निधि का सोच समझकर सिर्फ जनता के भले के लिए इस्तेमाल किया है.
बस्ता सीज होने की बात पर उन्होंने कहा कि ना तो मेरा बस्ता सीज हुआ है और ना ही मेरे खाते सीज हुए हैं, गाँव में विकास का काम जारी है, सभी सूचनाएं गलत हैं. रही बात मेरे रिकॉर्ड चेक करने की तो मुझे इसमें कोई परेशानी नहीं है, मैं तो चाहता हूँ कि मेरे साथ साथ सभी सरपंचों के रिकॉर्ड चेक किये हैं. मैंने कोई गलत काम नहीं किया है तो डर कैसा. गाँव के सेक्रेटरी अख्तर ने भी इसकी पुष्टि की.
सरपंच ने कहा कि मेरे खिलाफ जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं, उन्होंने खुद पंचायत की पांच बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया है, मैं उसे खाली करवाने का प्रयास कर रहा हूँ तो उन्हें बुरा लग रहा है, इसी कारण मुझे बदनाम करने की साजिश चल रही है लेकिन मैं ऐसे लोगों का पर्दाफाश करके रहूँगा.
सरपंच ने बताया कि इन लोगों ने मेरे खिलाफ कई जगह शिकायत दे रखी है लेकिन आजतक कुछ नहीं मिला. मेरे खिलाफ एक भी FIR दर्ज नहीं हुई. मैंने इन लोगों की शिकायतों का जवाब देता हूँ और आगे भी देता रहूँगा.
सरपंच का लाइव इंटरव्यू लेने के बाद हमने गाँव में घूम घूम कर सरपंच के बारे में लोगों से राय ली तो अधिकतर लोगों ने उन्हें सच्चा और ईमानदार इंसान बताया. कुछ लोगों ने गाँव में नालियाँ जाम होने की भी शिकायत की थी लेकिन आज हमारे सर्वे में गाँव में साफ़ सफाई देखी गयी और नालियाँ भी साफ़ दिखीं. सरपंच के पोते संदीप ने बताया कि हमारे दादाजी साफ़-सफाई पसंद आदमी हैं इसलिए गाँव में साफ़-सफाई पर उनका ख़ास ध्यान रहता है.
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