फरीदाबाद: शहर में सुबह सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ है, एक ड्राईवर जिसका नाम सोनू (पिता लक्ष्मण दास, निवासी न्यू जनता कॉलोनी) दारू के नशे में टुन्न होकर 15 स्कूली बच्चों को ऑटो में बिठाकर 5 नम्बर के केंद्रीय विद्यालय में छोड़ने जा रहा था, 2-3 चौक पर अपूर्वा हॉस्पिटल के पास गोल चक्कर पर ऑटो पलट गया जिसमें बैठे कुछ बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे के तुरंत बाद बच्चों को पास के अपूर्वा हॉस्पिटल में एडमिट किया गया लेकिन शुरुआती इलाज के बाद बच्चों को अलग अलग अस्पतालों में एडमिट किया गया है.
घायल बच्चों के नाम
इस घटना में घायल बच्चों के नाम - तनिष्क, मनीष, मयंक, मिलन हैं. जिसमें से मनीष को सर में सबसे अधिक चोर आयी है, उसकी छाती में भी गंभीर चोट है. उसकी गंभीर हालत में एशियन हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है. मयंक को 3 नंबर के सूर्या हॉस्पिटल में एडमिट किया गया, उसके पैरों में चार टाँके आये हैं. तनिष्क को छाती में चोट आयी है. मिलन के एक हाथ एवं सर में चोट आयी है.
दारू में टुन्न ड्राईवर का होगा मेडिकल
गवाहों के अनुसार ऑटो ड्राईवर दारू के नशे में टुन्न था और ओवर स्पीड में ऑटो चला रहा था, जैसे ही वह गोल चक्कर पर पहुंचा, स्पीड अधिक होने की वजह से ऑटो का संतुलन गड़बड़ा गया और पलट गया, ड्राईवर का कहना है कि गाड़ी के नीचे पत्थर आ गए थे लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है क्योंकि गोल चक्कर पर कोई पत्थर नहीं दिखा. ड्राईवर का मेडिकल कराकर उसपर कानूनी कार्यवाही की जाएगी, फिलहाल वह 3 नंबर पुलिस चौकी में बंद है.
ड्राईवर का विवरण
नाम - सोनू, पिता का नाम - लक्ष्मण दास, पता - न्यू जनता कॉलोनी, उम्र - 39 साल
ऑटो नंबर - HR 38R 9921.
कुछ सवाल
जिस वक्त हादसा हुआ, ऑटो में नंबर प्लेट नहीं लगी थी, फोटो में भी यह दर्शाया गया है. अब सवाल यह उठता है कि क्या ड्राईवर को पहले से पता था कि ऐसी कोई घटना हो सकती है. दूसरा सवाल पुलिस प्रशासन से है, बिना नंबर प्लेट के ऑटो सड़क पर कई दौड़ रहा है. तीसरा सवाल केंद्रीय स्कूल से है कि बिना नंबर प्लेट के ऑटो में बच्चों को कैसे बैठने की इजाजत दी गयी, ऑटो ड्राईवर की शिकायत क्यों नहीं की गयी और चौथा सवाल बच्चों के माँ बाप से है कि बिना नंबर प्लेट के ऑटो में बच्चों को क्यों स्कूल भेजा गया और ऑटो ड्राईवर जब नशे में था तो ऐसे में बच्चों को उसकी ऑटो में बिठाकर इतना बड़ा रिश्क क्यों लिया गया.
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