फरीदाबाद: फरीदाबाद में जीआरपी और सीआरपी के आला पुलिस अधिकारियों के बीच में जमकर गाली गलौज हुई जिसकी ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी है. अब विभाग के सीनियर अधिकारी जांच के लिए पहुँच गए हैं.
जानकारी के अनुसार ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के आरपीएफ के सब-इंस्पेक्टर आई. एस. नागर ने पश्चिम एक्सप्रेस में एक महिला यात्री की मदद की और इसकी सूचना वूमेन सेल सेल को दी, लेकिन उनकी बात सुनकर जीआरपी थाना प्रभारी पोरस कुमार भड़क गए और इंस्पेक्टर आई. एस. नागर से जमकर गाली-गलौज कर डाली।
एक ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें जीआरपी थाना प्रभारी पोरस कुमार आरपीएफ के सब इंस्पेंक्टर को अपशब्द बोलते हुए नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद आरपीएफ के असिसटेंस कमांडेंट अनूप गोरिंका फरीदाबाद पहुंचे और पूरे मामले की जांच की। उत्तरी रेलवे के असिसटेंस कमांडेंट ने पत्रकारों को जानकारी दी कि वो पूरे मामले की गहनता से जांच कर रहे है।
क्या था मामला
दो जनवरी को ग्रेटर नोएडा के कासना में रहने वाले वशिष्ठ कुमार पत्नी ममता के साथ गुजरात जाने के लिए नई दिल्ली आए थे। उन्होंने पश्चिम एक्सप्रेस के जनरल कोच में पत्नी को चढ़ा दिया लेकिन खुद नहीं चढ़ पाए। रास्ते में पति के स्टेशन पर ही छूट जाने की जानकारी होने पर महिला रोने लगी। फरीदाबाद में रात करीब पौने नौ बजे ट्रेन पहुंचने पर यात्रियों ने महिला को उतारकर आरपीएफ के ड्यूटी अफसर आईएस नागर को सौंप दिया।
नागर ने इसकी सूचना वूमेन सेल को दे दी। वूमेन सेल से जीआरपी थाना प्रभारी पोरस कुमार के पास फोन आया। आरोप है कि पोरस कुमार इसी बात से नाराज हो गए और उन्होंने आरपीएफ सब-इंस्पेक्टर को फोन कर गाली-गलौज करने लगे। थाना प्रभारी पोरस कुमार का कहना है कि यदि आरपीएफ कर्मी ने महिला को उतारा था तो उन्हें सूचना देनी थी ना कि वूमेन सेल को बताना था। कार्रवाई तो जीआरपी को ही करनी है। जिसपर आपस में थोडा सा विवाद हुआ था।
इस मामले की जांच करने ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे आरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट अनूप कुमार गोरिंका की मानें तो सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो के बाद वो पूरे मामले की जांच करने आये हैं। पीडित आईएस नागर से लिखित में उनका बयान ले लिया गया है अब इस मामले में जीआरपीएफ के बडे अधिकारियों से बात की जायेगी।
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