फरीदाबाद,17 अक्तूबर। डीसी विक्रम ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग द्वारा सरल पोर्टल पर गत 23 अगस्त 2022 को पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर 3 एचपी से 10 एचपी सोलर वाटर पम्पिंग कनेक्शन के लिए 20 हजार आवेदन आमंत्रित किए गए थे।
मुख्यालय द्वारा सोलर पम्प लगाने से मना करने वाली 6 कम्पनियों के वर्क ऑर्डर रद्द कर दिये गए है, जिनमें जिला के किसानों के वर्क ऑर्डर शामिल है। उन्होंने कहा कि किसान आगामी 25 अक्टूबर तक 3 विकल्प चुन सकते है। जिनमें पहले विकल्प में किसान नई फर्म के साथ संशोधित वर्क ऑर्डर स्वीकार कर सकता है। दूसरे विकल्प में किसान अपना लाभार्थी हिस्सा वापिस ले सकता है। तीसरे विकल्प के तहत किसान नये रेट फाइनल होने तक प्रतीक्षा कर सकते हैं, जिसकी यह शर्त है कि यदि एमएनआरई, भारत सरकार द्वारा नए टेंडर में रेट की वृद्धि होती है तो किसान को बढ़ा हुआ लाभार्थी हिस्सा जमा करवाना होगा।
डीसी विक्रम ने बताया कि मुख्यालय द्वारा सोलर वॉटर पम्प के लिए विभिन्न कंपनियों को वर्क ऑर्डर जारी किया गया था, परन्तु 6 कंपनियों जोकि फर्म टाटा पावर सोलर सिस्टम लिमिटेड द्वारा 3757, शक्ति पम्पस लिमिटिड द्वारा 8310, हिमालयन सोलर प्रि.लि. द्वारा 531, स्पेन पम्पस प्रि0लि0 द्वारा 31 तथा सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लि. द्वारा 7 पम्प (ईईएसएल के माध्यम से एमएनआरई, भारत सरकार द्वारा जो रेट निर्धारित किये गये थे। वो रेट 31 मई 2022 को समाप्त होने व कच्चे माल की लागत में भारी वृद्धि के कारण) कुल मिलाकर 12 हजार 683 सोलर पंप लगाने से मना कर दिया है।
उन्होंने आगे बताया कि बताया कि मुख्यालय ने कंपनियों द्वारा सरेंडर किये गये वर्क ऑर्डर को रद्द कर दिया है। उन्होंने किसानों को अवगत करवाते हुए बताया कि सरेंडर किए गए सोलर वाटर पंप के लिए 4 कंपनियों इनमें मैसर्स सहज सोलर प्रा0 लि0, मैसर्स गौतम सोलर प्रा0लि0, मैसर्स रोटोमैग मोटर्स एवं कंन्ट्रोलर लि. और मैसर्स ओसवाल पंप्स को वर्क आर्डर किये है। इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए लघु सचिवालय के जिला परियोजना अधिकारी के कार्यालय लघु सचिवालय में सम्पर्क कर सकते हैं।
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